Bihar Hooch Deaths: सीएम नीतीश कुमार ने लिया यू-टर्न, जहरीली शराब पीने से मरने वालों के परिजन को देंगे मुआवजा

Bihar Hooch Deaths: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जहरीली शराब का सेवन करने के कारण जान गंवाने वाले लोगों के परिजन को मुआवजा देने का ऐलान किया है। अब तक 2016 से लेकर जितनी भी ऐसी घटनाएं हुई हैं, उनका रिकॉर्ड निकाला जा रहा है। जिसके बार उनके परिजनों को मुआवजा दिया जाएगा।

Update:2023-04-17 20:32 IST
बिहार के सीएम नीतीश कुमार (फोटो: सोशल मीडिया)

Bihar Hooch Deaths: शराबबंदी वाले बिहार में लगातार हो रही जहरीली शराब से मौतें एक बड़ा मुद्दा है। साल 2016 से जब से राज्य को ड्राई स्टेट घोषित किया गया है, तब से कई बड़ी घटनाएं घट चुकी हैं। जिसमें सैंकड़ों की संख्या में लोगों की जान गई है। अब तक सीएम नीतीश कुमार का इस पर सख्त रूख रहा है और उन्होंने मुआवजे की मांग को हमेशा खारिज किया है। लेकिन मोतिहारी की घटना के बाद बिहार सीएम ने यू-टर्न ले लिया है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जहरीली शराब का सेवन करने के कारण जान गंवाने वाले लोगों के परिजन को मुआवजा देने का ऐलान किया है। 2016 से लेकर अब तक जितनी भी ऐसी घटनाएं हुई हैं, उनका रिकॉर्ड निकाला जा रहा है। जिसके बार उनके परिजनों को मुआवजा दिया जाएगा। बिहार सीएम ने प्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि हमने तय किया है कि अब सीएम आपदा राहत कोष से सभी को मुआवजा दिया जाएगा। इसके लिए हमने अधिकारी और पार्टी के नेताओं के साथ बैठक कर ली है।

मृतकों के परिजनों को मिलेगा इतना मुआवजा

नीतीश कुमार ने कहा कि 2016 से लेकर अब तक जिसमें मोतिहारी की घटना भी शामिल है, कितनी मौतें जहरीली शराब के कारण हुई है, इसकी समीक्षा की जाएगी। जिस परिवार के किसी शख्स की मौत इसके कारण हुई है, वह संबंधित जिले के डीएम को लिखकर इसके बारे में भेज दे। परिवार ये भी बताए कि उसके मृतक ने कहां दारू पिया था और किसने दिया था। परिवार शराबबंदी के प्रति अपना समर्थन जाहिर करे। जिसके बाद सीएम रिलीफ फंड से 4 लाख रूपया बतौर मुआवजा दिया जएगा। मुख्यमंत्री ने ये भी भरोसा दिया कि जहरीली शराब पीने वाले मरीजों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा बल्कि उनका उपचार कराया जाएगा।

मुआवजे का विरोध कर चुके हैं नीतीश

सीएम नीतीश कुमार के इस फैसले को यू-टर्न के तौर पर इसलिए देखा जा रहा है। इससे पहले जब भी बिहार में ऐसी बड़ी घटना हुई है उन्होंने मुआवजे की बात को सख्ती से खारिज किया है। पिछले साल दिसंबर में सारण में बड़े पैमाने पर मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 70 लोगों ने जहरीली शराब के सेवन से जान गंवाई थी। तब विपक्षी बीजेपी ने मुआवजे को लेकर खूब हंगामा किया था। लेकिन नीतीश कुमार इस पर टस से मस नहीं हुए हैं।

जो शराब पिएगा, वो तो मरेगा ही

इस दौरान उनके एक बयान पर खूब बवाल भी हुआ था। नीतीश ने विपक्ष के हमले का जवाब देते हुए कहा था जो नकली शराब पिएगा वह तो मरेगा ही, लोगों को खुद ही सचेत रहना होगा। कुल लोगों का क्या कर सकते हैं। कुछ लोग गलती करते ही हैं। जो शराब पिएगा, वो तो मरेगा ही। दरअसल, बिहार में जहरीली शराब से अधिकतर मौतें पिछड़े एवं गरीब तबके से आने वाले लोगों की हो रही है। जो जदयू और राजद दोनों का वोटबैंक है। सियासी जानकारों की मानें तो आगामी चुनाव के मद्देनजर नीतीश कुमार के रूख में यह तब्दीली आई है।

मोतिहारी में 19 लोगों की चली गई जान

बिहार में जहरीली शराब से हुई मौतों का सबसे ताजा मामला मोतिहारी जिले का है। पिछले तीन दिनों में जिले में 19 लोगों की अलग-अलग समय पर मौत हुई है। इस मामले में मोतिहारी एसपी ने कार्रवाई करते हुए चार चौकीदारों और दो एटीएफ के अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है।

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