Case of Crushing the Inspector: बिहार के शिक्षा मंत्री का बेतुका बयान, बोले-'कोई नई बात नहीं, होती रहती हैं ऐसी घटनाएं'
Biha News:बिहार के जमुई में मंगलवार सुबह एक बालू माफिया ने सड़क पर चेकिंग कर रहे पुलिसकर्मियों को ट्रैक्टर से कुचल दिया। घटना में एक दारोगा की मौत हो गई। वहीं, एक अन्य पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अब इसको लेकर बिहार के शिक्षा मंत्री का चैंकाने वाला बयान सामने आया है।
Bihar News: बिहार में बालू माफियाओं के हौसले इतना बुलंद हैं कि उन्हें पुलिस और प्रशासन का भी डर नहीं है। सूबे के जमुई में बालू माफिया ने पुलिसकर्मियों को ट्रैक्टर से कुचल दिया। इसमें एक दारोगा की मौत हो गई, जबकि एक घायल हो गया। वहीं इस घटना को लेकर प्रदेश के शिक्षा मंत्री का हैरान करने वाला बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। वहीं इस घटना को लेकर जमुई से सांसद चिराग पासवान ने नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा है।
बता दें कि मंगलवार की सुबह एक बालू माफिया ने सड़क पर चेकिंग कर रहे पुलिसकर्मियों को ट्रैक्टर से कुचल दिया, जिसमेंएक दारोगा की मौत हो गई तो वहीं, एक अन्य पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं इस घटना को लेकर अब बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का एक बेतुका बयान सामने आया है। इसमें उन्होंने कहा है कि ये ऐसी घटनाएं होती रहती हैं, ये कोई नई बात नहीं है। इससे पहले भी कई बार कई अन्य राज्यों में ऐसी घटनाएं हुई हैं। उन्होंने आगे कहा कि यूपी और मध्य प्रदेश में ऐसी घटनाएं हुई हैं। ये अपराध है, कानून के मुताबिक दोषियों को सजा दिलाई जाएगी। अपराधी हैं तो ऐसी घटनाएं समय≤ पर होती रहती हैं। अपराधियों को मुंहतोड़ जवाब भी दिया जाता है। पकड़कर उन्हें जेल में डाला जाता है। मृतक दारोगा बिहार ही नहीं, देश के लाल हैं।
चिराग का नीतीश सरकार पर जोरदार हमला
लोक जनशक्ति (रामविलास) के अध्यक्ष और जमुई से सांसद चिराग पासवान ने नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "मुख्यमंत्री जी, राज्य में बालू तस्करों का तांडव सिर चढ़कर बोल रहा है। ऐसे में सवाल आपके नेतृत्व पर भी उठते हैं कि क्या ये सब आपके संरक्षण में हो रहा है? और नहीं तो अब तक कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठाए गए। अवैध बालू खनन से कहीं नदी में डूबने से मौत हो रही है तो कहीं अनियंत्रित वाहन सुरक्षाबलों को कुचल रहे हैं। जरूरी है कोई ठोस कदम उठाकर बिहारियों की जान बचाई जाए।"
क्या है पूरा मामला-
बता दें कि दारोगा प्रभात रंजन को अवैध बालू भरकर जा रहे वाहन की सूचना मिली थी। इसके आधार पर वह जमुई के गढ़ी थाना क्षेत्र के चनरवर पुल के पास चेकिंग कर रहे थे। इस दौरान सामने से बालू लेकर आता एक ट्रैक्टर दिखा, जिसे पुलिसकर्मियों ने रोकने की कोशिश, लेकिन बेखौफ बालू माफिया रुका नहीं और पुलिसकर्मियों को रौंदता हुआ आगे निकल गया। इसमें दारोगा प्रभात की मौत हो गई, जबकि अन्य पुलिसकर्मी राजेश कुमार घायल हो गया। मूल रूप से वैशाली जिले के रहने वाले मृतक प्रभात रंजन 2018 बैच के सब इंस्पेक्टर थे।
पंचायत मुखिया के चचेरे भाई थे दारोगा
जानकारी के मुताबिक मृतक दारोगा प्रभात रंजन वैशाली जिले के पातेपुर के बस्ती खोआजपुर पंचायत के मुखिया के चचेरे भाई थे। शिवनारायण साह के 35 वर्षीय पुत्र प्रभात रंजन 2018 बैच के दारोगा थे। उनकी एक चार साल की बेटी और छह महीने का बेटा है। प्रभात रंजन के दो और भाई हैं, जो किडनी के मरीज हैं और दोनों भाइयों का दिल्ली में डायलिसिस चल रहा है। पत्नी भी नवजात को जन्म देने के बाद दिल्ली में ही निजी अस्पताल में भर्ती है। इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद भी सरकार बालू माफिया पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।