Bihar Politics: NDA में शामिल हुई जीतन राम मांझी की पार्टी HAM, गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद बड़ा ऐलान
Bihar Politics: संतोष सुमन मांझी ने हाल में नीतीश कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था। बाद में माझी ने नीतीश सरकार से समर्थन वापस लेने का ऐलान कर दिया था। मौजूदा समय में बिहार विधानसभा में हम के चार सदस्य हैं।
Bihar Politics: बिहार की सियासत में भाजपा को एक नया सहयोगी दल मिल गया है। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन मांझी ने एनडीए में शामिल होने का ऐलान कर दिया है। संतोष सुमन मांझी ने आज अपने पिता और पार्टी के संरक्षक जीतन राम मांझी के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद उन्होंने घोषणा की कि उनकी पार्टी अब एनडीए का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि सैद्धांतिक तौर पर हम एनडीए में शामिल हो गए हैं और इस संबंध में औपचारिक घोषणा बाद में की जाएगी।
संतोष सुमन मांझी ने हाल में नीतीश कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था। बाद में माझी ने नीतीश सरकार से समर्थन वापस लेने का ऐलान कर दिया था। मौजूदा समय में बिहार विधानसभा में हम के चार सदस्य हैं। पटना में 23 जून को विपक्षी दलों के नेताओं की बड़ी बैठक होने वाली है मगर उससे पूर्व बिहार की सियासत में उथल-पुथल मची हुई है। मांझी के इस फैसले से एनडीए को ताकत मिली है क्योंकि भाजपा बिहार में नए सहयोगी दलों को जोड़ने की कोशिश में जुटी हुई है।
शाह के साथ पौन घंटे चली बैठक
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के महागठबंधन से अलग होने के बाद एनडीए में शामिल होने की अटकलें पहले से ही लगाई जा रहे थीं। भविष्य की रणनीति तय करने के लिए हम की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की गत 19 जून को पटना में बैठक भी हुई थी। हालांकि इस बैठक के बाद संतोष मांझी ने थर्ड फ्रंट पर भी विचार करने की बात कही थी मगर सियासी जानकारों का मानना था कि मांझी की पार्टी एनडीए में ही शामिल होगी क्योंकि इसके अलावा उनके पास कोई विकल्प नहीं रह गया है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद जीतन राम मांझी ने राज्यपाल से मुलाकात करके नीतीश सरकार से समर्थन वापसी का पत्र सौंप दिया था। हम के संरक्षक जीतन राम मांझी के साथ संतोष मांझी ने आज दोपहर गृह मंत्री अमित शाह से उनके आवास पर मुलाकात की। यह बैठक करीब 45 मिनट तक चली और इस दौरान वरिष्ठ भाजपा नेता नित्यानंद राय भी मौजूद थे। शाह से इस मुलाकात के बाद मांझी ने अपनी भविष्य की रणनीति का खुलासा कर दिया।
सीटों को लेकर आगे होगा फैसला
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गृह मंत्री से मुलाकात के बाद संतोष मांझी ने कहा कि अब हमारी पार्टी एनडीए के साथ है। उन्होंने कहा कि हम अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव और 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए के साथ रहेंगे। उन्होंने कहा कि हमने पूरी मजबूती के साथ एनडीए का साथ देने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह के साथ हमारी मुलाकात काफी सकारात्मक रही है और हमने बिहार से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की है। सीटों को लेकर सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अभी सीटों को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है। सीटों को लेकर आगे मिल बैठकर बातचीत की जाएगी।
बिहार की सियासत में उठापटक तेज
बिहार की सियासत में इन दिनों खासी उथल-पुथल मची हुई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 23 जून को पटना में विपक्षी दलों की बड़ी बैठक बुलाई है और इसके लिए पटना में जोर-शोर से तैयारियां की जा रही हैं। नीतीश कुमार ने इस बैठक के लिए जीतन राम मांझी को न्योता नहीं दिया था और इसे लेकर भी मांझी नाराज थे। नीतीश कैबिनेट से इस्तीफा देने के बाद संतोष मांझी ने आरोप लगाया था कि नीतीश कुमार जदयू में हम का विलय कराने के लिए दबाव बना रहे थे। उन्होंने कहा था कि हमने इस दबाव को मानने से इनकार कर दिया।
बाद में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने जीतन राम मांझी पर जवाबी हमला बोला था। उनका कहना था कि अगर विलय के लिए कहा गया था तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है। उनका कहना था कि छोटी-छोटी दुकानें चलाने से कोई फायदा नहीं होने वाला। जदयू से चल रही खींचतान के बाद अब मांझी एनडीए का हिस्सा बन गए हैं। नीतीश कुमार से हिसाब चुकाने के लिए भाजपा को भी बिहार में सहयोगी दलों की जरूरत है और अब पार्टी ने मांझी को अपने साथ मिलाकर नीतीश के खिलाफ किलेबंदी को और मजबूत बना लिया है।