'बिहार में जंगलराज लाने वाला परिवार सबसे बड़ा गुनहगार', बेतिया में लालू परिवार पर गरजे PM मोदी
PM Modi Bihar Visit: पीएम मोदी ने कहा, 'बिहार में जंगलराज लाने वाले सिर्फ अपने परिवार की चिंता की। इसलिए इस राज्य से युवाओं का पलायन बढ़ा। उनकी जमीनों पर कब्जा किया गया।'
PM Modi Bettiah Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच दिनों के भीतर बुधवार (06 मार्च) को दूसरी बार बिहार दौरे पर हैं। पीएम मोदी की जनसभा बेतिया में है, जहां उन्होंने कहा, 'बिहार में एक ही परिवार फला-फूला है। बिहार में जंगलराज लाने वाले सिर्फ अपने परिवार की चिंता की। इसलिए इस राज्य से युवाओं का पलायन बढ़ा। उनकी जमीनों पर कब्जा किया गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, 'एनडीए सरकार की यही कोशिश है कि बिहार में विकास रफ़्तार पकड़े। उन्होंने कहा, बिहार 'विकसित भारत-विकसित बिहार' के संकल्प को पूरा करने में हमारा साथ दे। ये सपना युवाओं के बिना पूर्ण नहीं हो सकता है।
'बिहार ने कई प्रतिभावान व्यक्तित्व मां भारती को दिए'
प्रधानमंत्री ने संबोधन में आगे कहा, 'बिहार वो धरती है, जिसने सदियों तक देश का नेतृत्व किया। बिहार वो धरती है, जिसने एक से बढ़कर एक प्रतिभावान व्यक्तित्व मां भारती को दिए हैं। ये सच्चाई है कि जब-जब बिहार समृद्ध रहा है, तब भारत समृद्ध रहा है। इसलिए विकसित भारत के लिए बिहार का विकसित होना भी उतना ही जरूरी है।'
13 हजार Cr. की योजनाओं का गिफ्ट बिहार को
पीएम मोदी ने बेतिया जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, 'बिहार में विकास का डबल इंजन लगने के बाद 'विकसित बिहार' से जुड़े हुए कार्यों में और तेजी आ गई है। आज भी करीब 13 हजार करोड़ रुपयों की योजनाओं का उपहार बिहार को मिला है'।
'जंगलराज आया, तो युवाओं का पलायन बढ़ा'
बेतिया रैली में प्रधानमंत्री ने कहा, 'आजादी के बाद के दशकों में बिहार की एक बहुत बड़ी चुनौती रही है, यहां से युवाओं का पलायन। उन्होंने लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के नेतृत्व वाली 15 वर्षों के शासनकाल की याद दिलाते हुए कहा, जब बिहार में जंगलराज आया, तो ये पलायन और ज्यादा बढ़ गया। जंगलराज लाने वाले लोगों ने सिर्फ अपने परिवार की चिंता की। वहीं, बिहार के लाखों बच्चों का भविष्य दांव पर लगा दिया'।
बिहार के युवा शहर-दर-शहर भटकते रहे
पीएम मोदी के आज के भाषण का अधिकांश हिस्सा बिहार के युवाओं और पलायन पर केंद्रित रहा'। उन्होंने कहा, 'बिहार के मेरे नौजवान साथी दूसरे राज्यों के किसी शहर में रोजी-रोटी के लिए जाते रहे और यहां एक ही परिवार फलता-फूलता रहा। किस तरह एक-एक नौकरी के बदले जमीनों पर कब्जा किया गया?'
जंगलराज लाने वाला परिवार, बिहार का गुनहगार
पीएम मोदी ने कहा, 'बिहार में जंगलराज लाने वाला परिवार यहां के युवाओं का सबसे बड़ा गुनहगार है। जंगलराज के जिम्मेदार परिवार ने बिहार के लाखों नौजवानों से उनका भाग्य छीन लिया। ये NDA सरकार है, जो इस जंगलराज से बिहार को बचाकर इतना आगे लाई है'।
हमारी 'सूर्य घर' बनाने की चाहत, ये लालटेन की लौ के भरोसे'
पीएम ने बेतिया की सरजमीं से कहा, 'NDA की डबल इंजन सरकार का प्रयास है कि बिहार के युवा को यहीं बिहार में नौकरी मिले, रोजगार मिले। आज जिन हजारों करोड़ रुपयों की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है, उसके मूल में भी यही भावना है। उन्होंने कहा, एक तरफ नया भारत बन रहा है, वहीं दूसरी तरफ आरजेडी, कांग्रेस और इनका INDI गठबंधन, अभी भी 20वीं सदी की दुनिया में जी रहा है। NDA की सरकार कह रही है कि, हम हर घर को सूर्य घर बनाना चाहते हैं। लेकिन, INDI गठबंधन अभी भी लालटेन की लौ के ही भरोसे है'।
इंडी गठबंधन का बड़ा मुद्दा- मोदी का परिवार नहीं है
प्रधानमंत्री ने कहा, 'जब तक बिहार में लालटेन का राज रहा, तब तक सिर्फ एक ही परिवार की गरीबी मिटी। एक ही परिवार समृद्ध हुआ। आज जब मोदी ये सच्चाई बताता है, तो ये मोदी को गाली देते हैं।भ्रष्टाचारियों से भरे इंडी गठबंधन का सबसे बड़ा मुद्दा है कि, मोदी का परिवार नहीं है !'
'मैं हूं मोदी का परिवार'
उन्होंने आगे कहा, 'आपके सामने वो व्यक्ति है, जिसने बहुत छोटी आयु में घर छोड़ दिया था। बिहार का कोई भी व्यक्ति किसी भी राज्य में रहे, लेकिन छठ पूजा पर, दिवाली पर घर जरूर लौटता है। मेरा कौन सा घर है जहां मैं लौटूं? मेरे लिए तो पूरा भारत ही मेरा घर है। हर भारतवासी मेरा परिवार है। इसलिए आज हर भारतीय कह रहा है, हर गरीब और हर नौजवान कह रहा है - मैं हूं मोदी का परिवार।
'आप देख रहे, श्रीराम का अपमान करने वालों के साथ कौन?'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'INDI गठबंधन के लोग जिस तरह प्रभु श्री राम और राम मंदिर के विरुद्ध बातें बोल रहे हैं, यह पूरे बिहार के लोग देख रहे हैं। बिहार के लोग ये भी देख रहे हैं कि, भगवान श्रीराम का अपमान करने वालों का साथ कौन दे रहा है। यही परिवारवादी हैं, जिन्होंने दशकों तक रामलला को टेंट में रखा, यही परिवारवादी हैं, जिन्होंने राम मंदिर न बने, इसके लिए जी-तोड़ कोशिश की।'