Budget 2025: काफी दिलचस्प होगा इस बार का पिटारा, स्टॉक मार्केट और निवेशकों को ऊंची उम्मीदें

Budget 2025: बाजार की स्थिति ये है कि मौजूदा इक्विटी बाजार की मंदी ने 2025 के पहले महीने में ही निवेशकों की 27 लाख करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति को खत्म कर दिया है।;

Written By :  Neel Mani Lal
Update:2025-01-31 10:44 IST

Budget Session 2025  (photo: social media )

Budget 2025: भारत का आम बजट 1 फरवरी को आ रहा है और आम आदमी से लेकर स्टॉक मार्केट के निवेशक तक सभी वर्ग बड़ी बड़ी उम्मीदें लगाएं बैठे हैं। जहां लोगों को महंगाई से राहत और बचाव के उपाय की उम्मीद है वहीं निवेशक अब बाजार को पुनर्जीवित करने के लिए बड़ी उम्मीदें लगा रहे हैं। बाजार की स्थिति ये है कि मौजूदा इक्विटी बाजार की मंदी ने 2025 के पहले महीने में ही निवेशकों की 27 लाख करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति को खत्म कर दिया है। डॉलर के मुकाबले रुपए में लगातार गिरावट है, वविदेशी संस्थागत निवेशक भारी बिकवाली कर रहे हैं और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने दुनिया को हिला रखा है। ऐसे में बजट क्या लेकर आएगा ये बहुत दिलचस्प हो गया है।

महत्वपूर्ण है ये बजट

इस साल का बजट इसलिए ज्यादा ही महत्वपूर्ण है क्योंकि भारतीय उपभोक्ता वर्तमान में ऊंचे टैक्स और बढ़ती ब्याज दरों के बोझ तले दबे हुए हैं। बजट अनुकूल होता है तो उम्मीद कर सकते हैं कि बाजार स्थिर हो जाएगा और आमदनी में सुधार की उम्मीद से प्रेरित होकर बढ़ना शुरू हो जाएगा।


काफी हो चुका है नुकसान

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड सभी फर्मों का बाजार पूंजीकरण इस महीने की शुरुआत में लगभग 446 लाख करोड़ रुपये से घटकर 30 जनवरी के ट्रेडिंग सेशन के अंत में लगभग 419 रुपये रह गया है। यानी 27 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है। जनवरी में अब तक बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी में 2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है, लेकिन मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में बहुत ज्यादा गिरावट देखी गई है।

केंद्रीय बजट से पहले बाजार में दबाव कोई नई बात नहीं है, लेकिन इस बार कई तरह की परेशानियां भी हैं। अक्टूबर की शुरुआत से ही बाजार दबाव में है, क्योंकि अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आने से बहुत हलचल है और अमेरिकी व्यापार नीति को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में गिरावट के बीच विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा लगातार बिकवाली की जा रही है। इसके अलावा कॉरपोरेट आय में मंदी के अलावा अन्य कई फैक्टर हैं।


बजट का इंतजार

- बजट से उम्मीद की जा रही है कि खपत बढ़ाने, बुनियादी ढांचे पर खर्च बढ़ाने और रोजगार सृजन पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

- मिडिल क्लास और आयकरदाताओं को कर में छूट की उम्मीद है, जिससे उनकी माली स्थिति में सुधार हो।

- पिछले पांच सालों में, केंद्रीय बजट से पहले एक महीने में बेंचमार्क निफ्टी 50 चार बार गिरा है। सिर्फ़ 2024 में, बजट से पहले एक महीने में निफ्टी 50 में 4 फीसदी से ज़्यादा की उछाल आई है।


- 30 जनवरी को भारतीय इक्विटी इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए। बंद होने पर सेंसेक्स 226.85 अंक या 0.30% बढ़कर 76,759.81 पर था, और निफ्टी 86.40 अंक या 0.37% बढ़कर 23,249.50 पर था।

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