Go First Airline: दोबारा उड़ान भरने के लिए तैयार बजट एयरलाइन कंपनी गो फर्स्ट, DGCA से जल्द मिल सकती है मंजूरी
Go First Airline: गो फर्स्ट की फ्लाइट जल्द शुरू हो सकती हैं। हालांकि 19 जून तक फ्लाइट कैंसिल हैं। डीजीसीए जल्द फ्लाइट चालू करने के लिए मंजूरी दे सकता है।
Go First Airline: आर्थिक तंगी के कारण दिवालिया होने की स्थिति से गुजर रही वाडिया ग्रुप के स्वामित्व वाली बजट एयरलाइन कंपनी गो फर्स्ट एकबार फिर से आसमान को नापने के लिए तैयार है। कंपनी ने अपना रिवाइवल प्लान सिविल एविएशन रेग्युलेटर डीजीसीए को सौंप दिया है। माना जा रहा है कि डीजीसीए की ओर से जल्द अप्रुवल मिल सकता है। विमानन कंपनी 22 विमानों के साथ अपनी सर्विस शुरू करने की योजना बना रही है। फिलहारल 19 जून तक कैंसिल हैं।
कब तक शुरू होगी विमान सेवा
गो फर्स्ट के विमान कब से यात्रियों के लिए उपलब्ध होने लगेंगे, इसके बारे में फिलहाल कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है। मगर कंपनी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, अगर डीजीसीए की ओर से हरी झंडी मिल जाती है तो इस महीने के आखिरी तक विमान सेवा को शुरू कर दिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक, निजी क्षेत्र की एयरलाइन कंपनी ने अगले पांच महीनों के लिए 22 विमानों के साथ उड़ानों को फिर से शुरू करने की मंजूरी मांगी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी ने डीजीसीए को नवंबर तक विमान चलाने का अपना पूरा प्लान भेज दिया है। दरअसल, मई के आखिरी हफ्ते में गो फर्स्ट और डीजीसीए के अधिकारियों के बीच बैठक हुई थी। जिसमें नियामक की ओर से एयरलाइन कंपनी से विमान सेवा शुरू करने को लेकर पूरी प्लानिंग मांगी गई थी। बताया जा रहा है कि विमानन कंपनी सैन्य चार्टर उड़ानों के साथ फिर से ऑपरेशन शुरू करना चाहती है। इसके बाद यह कमर्शियल ऑपरेशंस चालू करेगी।
3 मई से ठप है सेवा
आर्थिक संकट का सामना कर रही गो फर्स्ट के पास पायलटों और इंजीनियरों का एक बड़ा जत्था है। कंपनी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, उसकी कंपनी में 340 पायलट, 680 क्रू मेंबर्स और 530 इंजीनियर हैं। एयरलाइन कंपनी पर लगभग 11,460 करोड़ रूपये का बकाया है। बैंकों का कुल कर्ज करीब 6520 करोड़ रूपये है। खराब आर्थिक सेहत को देखते हुए कंपनी ने 3 मई से विमान सेवा बंद कर दिया है।