Go First Crisis: गो फर्स्ट से यात्रियों को मिला दोबारा झटका, फिर की सभी उड़ानें रद्द, DGCA ने दिया ये आदेश
Go First Crisis: दरअसल, इंजन आपूर्ति में आई कमी की वजह से वित्तीय संकट का सामना कर रही है गो फर्स्ट एयरलाइंन ने मंगवलार को NCLT में दिवालिया याचिका दायर की थी। जिसकी गुरुवार को सुनवाई हुई।
Go First Crisis: कम बजट हवाई सेवा प्रदान करने वाले गो फर्स्ट की मुश्किलें खत्म होना का नाम नहीं ले रही हैं। नगदी संकट की वजह से 3,4 और 5 मई तक हवाई सेवा रद्द करने के बाद अब एयरलाइंस कंपनी ने 9 मई, 2023 तक अपनी निर्धारित सभी उड़ानें "परिचालन कारणों" से रद्द कर दिया है। कंपनी के इस कदम से उन यात्रियों को काफी पेरशानियों का सामना करना पड़ा सकता है, जिन्होंने गो फर्स्ट से अपनी आगामी यात्रा के लिए टिकट बुकिंग की थी। भारतीय एयरलाइन ने गुरुवार को घोषणा की।
उड़ान कैंसिल पर कंपनी ने जताया खेद
आधिकारिक बयान में कहा गया है कि हमें यह सूचित करते हुए खेद है कि परिचालन संबंधी कारणों से 9 मई 2023 तक निर्धारित गो फ़र्स्ट उड़ानें रद्द कर दी गई हैं।
वापस होगा यात्रियों का पैसा
बयान में आगे कहा गया है कि हम स्वीकार करते हैं कि उड़ान रद्द होने से आपकी यात्रा की योजना बाधित हो सकती है और हम हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उधर, DGCA सख्त रुख दिखाते हुए फ्लाइट्स कैंसिल होने के बाद यात्रियों को तुरंत पैसा लौटाने का आदेश दिया है।
Due to operational reasons, Go First flights until 9th May 2023 are cancelled. We apologise for the inconvenience caused and request customers to visit https://t.co/qRNQ4oQjYT for more info. For any queries or concerns, please feel free to contact us. pic.twitter.com/mr3ak4lJjX
— GO FIRST (@GoFirstairways) May 4, 2023
15 मई तक उड़ानें कैंसिल
नियामक ने एक बयान में कहा, "गो फर्स्ट ने सूचित किया है कि उन्होंने 15 मई 2023 तक अपनी उड़ानों की बिक्री निलंबित कर दी है और भविष्य की तारीखों के लिए रिफंड या रिशेड्यूल करने के लिए काम कर रहे हैं, जो यात्री पहले से ही उनके साथ उड़ान भरने के लिए बुक कर चुके हैं। गो फर्स्ट द्वारा बिना किसी पूर्व सूचना के अपने निर्धारित परिचालन को निलंबित करने के अचानक निर्णय के मद्देनजर यात्रियों की असुविधा को कम करने के लिए वह प्रतिबद्ध है।
डीजीसीए ने जारी किया नोटिस
इससे पहले 3 मई से अचानक तीन दिनों के लिए उड़ानें रद्द करने के फैसले के बाद नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने गो फर्स्ट को कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
आज हुई याचिका पर सुनवाई
वाडिया समूह के स्वामित्व वाली एयरलाइन वित्तीय संकट का सामना करने वाली देश की नवीनतम भारतीय एयरलाइन बन गई है। दरअसल, इंजन आपूर्ति में आई कमी की वजह से वित्तीय संकट का सामना कर रही है गो फर्स्ट एयरलाइंन ने मंगवलार को NCLT में दिवालिया याचिका दायर की थी। कंपनी ने इस दिवालिया के लिए प्रैट एंड व्हिटनी को जिम्मेदारी ठहराया था। वहीं, गुरुवार को एयरलाइंस द्वारा डाली गई दिवालिया याचिका पर दिल्ली स्थित NCLT कोर्ट में सुनवाई हुई।