IMF Cuts India GDP Forecast: आर्थिक विकास पर IMF का भारत को झटका, 2023-24 में 5.9% रह सकता है GDP
IMF Cuts India GDP Forecast: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) का अनुमान है कि भारत का जीडीपी 5.9 प्रतिशत रह सकता है। वहीं, रिजर्व बैंक ने 6.5 फीसद रहने का अनुमान जताया है।
IMF Cuts India GDP Forecast: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी IMF ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए भारत की विकास दर (GDP) अनुमान को घटा दिया है। आईएमएफ ने अपने अनुमान में 20 बेसिस प्वाइंट की कटौती करते हुए जीडीपी विकास दर (GDP growth rate) को घटाकर 5.9 फीसद कर दिया है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए GDP का जो अनुमान जाहिर किया है वो भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के 6.5 प्रतिशत के अनुमान से काफी कम है। हालांकि, कई इकोनॉमिस्ट मानते हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था 6 फीसदी की दर के आसपास रहेगी।
IMF ने पहले 6.1% लगाया था अनुमान
इससे पहले, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने ये अनुमान 6.1 प्रतिशत लगाया था। जिसे अब घटा कर 5.9 फीसद कर दिया गया है। आईएमएफ का कहना है कि रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) और कोरोना महामारी (Coronavirus pandemic) के कारण कमजोर हुई फाइनेंशियल कंडीशन की वजह से वैश्विक अर्थव्यवस्था की तस्वीर पहले की तुलना में धूमिल हुई है।
वित्त वर्ष 2024-25 के लिए भी घटाया विकास दर
अपने ताजा वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट (World Economic Outlook Report) में आईएमएफ ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए भारत के आर्थिक विकास दर (India's Economic Growth Rate) के अनुमान को घटा दिया है। IMF ने अपने आर्थिक विकास दर के अनुमान में 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती करते हुए 6.8 प्रतिशत से घटाकर 6.3 फीसद कर दिया है। मुद्रा कोष ने 2022-23 में भारत के आर्थिक विकास दर 6.8 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया था। जबकि, सांख्यिकी मंत्रालय (Ministry of Statistics) का मानना है कि GDP 7 फीसदी रह सकता है।
विकास दर घटाने को लेकर दिया ये तर्क
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने अपने वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक में भारत के विकास दर घटाने को लेकर ये तर्क दिया है कि, मध्यावधि में विकास की संभावनाएं कमजोर दिखाई दे रही हैं। वहीं, आईएमएफ ने 2023 के लिए ग्लोबल इकोनॉमिक ग्रोथ के अपने अनुमान को 2.9 फीसद से घटाकर 2.8 फीसदी कर दिया है।
RBI ने लगाया था ये अनुमान
वहीं, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी ने पिछले सप्ताह फरवरी में हुई बैठक में अनुमानित 6.4 प्रतिशत की तुलना में वित्त वर्ष 2024 के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट के अनुमान को 6.5 प्रतिशत तक बढ़ा दिया। वहीं, दूसरी तरफ कमेटी ने रेपो दरों (Repo Rates) में कोई बदलाव नहीं किया है। महंगाई का अनुमान 5.2 फीसद पर रखा है, ये IMF के अनुमान से अधिक है।
भारत की महंगाई पर IMF का ये है अनुमान
आईएमएफ ने भारत की महंगाई जारी वित्त वर्ष में 4.9 प्रतिशत रहने और अगले वित्तीय वर्ष में 4.4 फीसदी तक रहने का अनुमान जाहिर किया है। पिछले सप्ताह, वर्ल्ड बैंक (world bank) और एशियाई डेवलपमेंट बैंक (ADB) ने वित्त वर्ष 2024 के लिए भारत के विकास के अनुमान को क्रमशः 6.3 प्रतिशत और 6.4 फीसद तक कम कर दिया था।