Popularity of Chikankari: चिकनकारी के दीवानों से बन गया करोड़ों का Market, लाखों तक कीमत में भी खरीद रहे लोग

Popularity of Chikankari: भारत में तो चिकनकारी और अन्य पारंपरिक परिधान प्रसिद्ध है ही लेकिन विदेशों में भी इनकी मांग दिन पर दिन अधिक बढ़ रही है। चिकनकारी के कपड़ों की मांग अन्य प्रदेश जैसे दिल्ली, पंजाब, चेन्नई, मुंबई, जबलपुर, केरल के साथ ही विदेशी देश जैसे अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोप, दुबई, साउथ अफ्रीका में भी अधिक प्रसिद्ध है।

Update:2023-07-15 08:05 IST
Popularity of Chikankari in India snd Foreign (Photo: Social Media)

Popularity of Chikankari: आधुनिकता और पश्चिमीकरण के समय में जब विदेशी कपड़े जैसे जींस टॉप, फ्रॉक और स्कर्ट अधिक प्रसिद्ध हो रहे हैं तब भी भारत के पारंपरिक परिधान जैसे लखनवी चिकनकारी के सूट साड़ी और अन्य वस्त्र अपनी गहरी छाप छोड़े हुए हैं।

वर्तमान समय में भले ही मशीन से कपड़े जल्दी और अधिक मात्रा में बनते हो लेकिन हाथ की कढ़ाई की बात ही कुछ और होती है। हाथ से कढ़ाई करने में और कपड़ा बनाने में अधिक समय लगता हो लेकिन इसकी पहचान और कपड़े की सफाई देखने योग्य होती है। साथ ही इसे बनाने वाला कारीगर इस कपड़े से अपना जुड़ाव महसूस करते हैं।

भारत में तो चिकनकारी और अन्य पारंपरिक परिधान प्रसिद्ध है ही लेकिन विदेशों में भी इनकी मांग दिन पर दिन अधिक बढ़ रही है।

चिकनकारी की कढ़ाई करने वाले कारीगरों की मेहनत और लगन की कोई तुलना नहीं की जा सकती

इनकी मेहनत और दिए हुए समय के कारण आज यह चिकनकारी देश विदेश में प्रसिद्ध होने के साथ ही करोड़ों का कारोबार कर रहा है।
अगर आप चिकन की एक बेहतरीन साड़ी और लहंगे की बात करें तो इसके दाम लाखों में है चिकन की कढ़ाई के साथ जरी का काम जोड़ दिया जाए तो वस्त्र में आभूषण जैसी चमक आ जाती है और चार चांद लग जाते हैं।


करोड़ों का है चिकनकारी का सालाना कारोबार

चिकनकारी की प्रसिद्धि और सालाना करोड़ों के कारोबार की बात करें तो हाल ही में दुबई में लखनऊ की प्रसिद्ध चिकनकारी की साड़ी 21 लाख रुपए में बिकी है। लखनऊवासियों के अलावा अन्य शहर के लोग भी इसकी खासियत जाने के लिए उत्सुक हैं आखिर चिकनकारी में किस तरह की कढ़ाई होती है की इसके एक अच्छे वस्त्र की कीमत लाखों तक पहुंच जाती है।

कपड़े नहीं बल्कि कारीगरी की होती है अधिक कीमत

आपको बता दें कि चिकनकारी के कपड़ों की अधिक कीमत कपड़े की नहीं बल्कि उसमें की गई चिकनकारी की कढ़ाई की होती है। जितना बारीक काम होगा उतना ही महंगा कपड़ा बिकेगा मोटी कढ़ाई का कपड़ा आपको कम दामों में आसानी से मिल जाएगा एक वस्त्र को बनाने में लगे समय पर भी इसका दाम निर्भर करता है।

देश-विदेश में चिकनकारी के कपड़ों की मांग

चिकनकारी के कपड़ों की मांग अन्य प्रदेश जैसे दिल्ली, पंजाब, चेन्नई, मुंबई, जबलपुर, केरल के साथ ही विदेशी देश जैसे अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोप, दुबई, साउथ अफ्रीका में भी अधिक प्रसिद्ध है। ऑनलाइन प्लेटफार्म जैसे अमेज़न, मिंत्रा और फ्लिपकार्ट पर भी भारी मात्रा में चिकनकारी के वस्त्र के खरीदार है।

जानते है चिकनकारी के बारे में क्या कहती है सेवा चिकन की मालिक खुशबु रस्तोगी "बचपन से चिकनकारी की कढ़ाई और उससे जुड़ी बाते अपने पापा और बाकी घरवालों से सुनी और देखी जिसने मेरा शौक फैशन डिजाइनिंग की ओर केंद्रित किया। इटली से फैशन डिजाइनिंग का कोर्स करना के बाद मैंने कुछ नया करने का सोचा। मैंने नयी पीढ़ी को वेस्टन कपड़ो की ओर बढ़ते देखा। मैंने अपना एक अलग शोरूम खोला और सोचा क्यों न इस नयी पीढ़ी को ध्यान में रखते हुए वेस्टर्न कपड़ो पर चिकनकारी की कारीगरी कर के कपडे को नया अंदाज़ दिया जाए। इससे यह नए डिज़ाइन के कपडे साथ ही पारम्परिक साड़ी,सूट, कुर्ती सबकी डिमांड बढ़ गयी है। वेदशों में ढेरों आर्डर प्रतिदिन भेजें जाते है। वह लोगों को चिकनकारी का डिज़ाइन इतना भा गया है की वह महंगे इ महंगा कपड़ा लेने को तैयार हो जाते है। करोड़ो का सामान साल भर में विदेश एक्सपोर्ट हो जाता है।"

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