World Bank India GDP Forecast: वर्ल्ड बैंक ने घटाया भारत की GDP ग्रोथ का अनुमान, जानिए क्या बताई वजह ?

World Bank India GDP Forecast: धीमी खपत वृद्धि और बाहरी परिस्थितियों को चुनौती देने से भारत की विकास बाधित होने की उम्मीद है। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि वित्त वर्ष 2023-24 में भारत की खुदरा मुद्रास्फीति 6.6 प्रतिशत से घटकर 5.2 प्रतिशत हो जाएगी

Update:2023-04-04 19:23 IST
World Bank India GDP Forecast (सोशल मीडिया)

World Bank India GDP Forecast: विश्व बैंक ने भारत की जीडीपी को लेकर अपनी पूर्वनुमान रिपोर्ट जारी किया है, जिसमें उसने भारत को झटका दिया है। विश्व बैंक (World Bank) ने मंगलवार को अपनी नवीनतम रिपोर्ट में भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान कम कर दिया है। कंजम्शन में नरमी की वजह से वर्ल्ड बैंक ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 में भारत की विकास दर अनुमान घटाकर 6.3 फीसदी कर दिया है। इससे पहले देश की विकास दर अनुमान 6.6 फीसदी था।

पहले 6.6 फीसदी था विकास ग्रोथ

वर्ल्ड बैंक ने द इंडिया डेवलपमेंट अपडेट पर यह जानकारी दी। रिपोर्ट में कहा कि धीमी खपत वृद्धि और बाहरी परिस्थितियों को चुनौती देने से भारत की विकास बाधित होने की उम्मीद है। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि वित्त वर्ष 2023-24 में भारत की खुदरा मुद्रास्फीति 6.6 प्रतिशत से घटकर 5.2 प्रतिशत हो जाएगी, यह कहते हुए कि चालू खाता घाटा (सीएडी) वित्त वर्ष 24 में 5.2 प्रतिशत रहने की उम्मीद है।

इन वजहों से घटी ग्रोथ

चिंता वाले क्षेत्रों पर प्रकाश डालते हुए विश्व बैंक ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान बहुत सारी नौकरियां छोड़ने वाले विनिर्माण और निर्माण क्षेत्रों ने विकास दर को प्रभावित किया है। हालांकि श्रम बाजार के परिणामों में महामारी के बाद सुधार हुआ है। वहीं, रिपोर्ट में कहा गया है कि

वित्त वर्ष 24 में इतना रहेगा सीएडी

भारत के सेवा निर्यात में वृद्धि, जो अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई, से वैश्विक जोखिमों के बावजूद अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ने की उम्मीद है।

अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था की साल-दर-साल वृद्धि घटकर 4.4 प्रतिशत रह गई, जो एक साल पहले 11.2 प्रतिशत और पिछली तिमाही में 6.3 प्रतिशत थी। विश्व बैंक ने कहा कि भारत का सीएडी वित्त वर्ष 24 में करीब 5.2 फीसदी रहने की उम्मीद है।

सेवा निर्यात 24.5 फीसदी बढ़ा

आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर-दिसंबर 2022 में भारत का सेवा निर्यात साल-दर-साल 24.5 प्रतिशत बढ़ा, जो रिकॉर्ड 83.4 बिलियन डॉलर था। साथ ही, व्यापारिक व्यापार घाटे में गिरावट के कारण चालू खाता घाटा अपेक्षा से अधिक घटकर $18.2 बिलियन या सकल घरेलू उत्पाद का 2.2 प्रतिशत रह गया।

एस एंड पी ने रखा 6 फीसदी ग्रोथ का अनुमान

हाल ही में, रेटिंग एजेंसी एस एंड पी ग्लोबल रेटिंग्स ने भारत की आर्थिक वृद्धि के लिए अपने पूर्वानुमान जारी किया था। इममें कोई संशोधन नहीं करते हुए इसे 6 फीसदी रखा है।

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