Agneepath Scheme: जानिए अग्नीपथ योजना के फायदे, लेकिन ऐसे हो सकता है युवाओं को नुकसान
Agneepath Yojana: आर्मी भर्ती की नई स्कीम अग्नीपथ योजना के तहत भर्ती के लिए सेना ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। ऐसे में जानते हैं कि अग्निपथ योजना के फायदे और नुकसान क्या है?
Agneepath Scheme : भारत सरकार ने भारतीय सेना में भर्ती प्रक्रिया एक नई स्किम अग्नीपथ योजना (Agneepath Yojana) को निकाला है। आर्मी भर्ती के इस नई स्कीम को लेकर देशभर में कुछ लोग इसके नुकसान को लेकर जमकर विरोध कर रहे हैं तो कई लोग इसके फायदे बताते हुए इसका समर्थन भी कर रहे हैं। बता दें केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने 14 जून मंगलवार को सेना भर्ती की नई प्रक्रिया अग्नीपथ योजना को लेकर घोषणा की।
अग्नीपथ योजना क्या है? (What is Agneepath Scheme)
भारतीय सेना में जवानों की भर्ती के लिए शुरू की गई इस नई स्किम 'अग्निपथ योजना' में जिन युवाओं को भारतीय सेना में शामिल किया जाएगा उन्हें 'अग्निवीर' के नाम से जाना जाएगा। इस योजना के तहत अग्निवीरों को 4 साल तक सेना में नौकरी करने का मौका मिलेगा। अग्नीपथ इस स्कीम के तहत जिन युवाओं को भारतीय सेना में भर्ती किया जाएगा उनकी उम्र 17 वर्ष 6 महीने से 21 वर्ष के बीच होनी चाहिए। हालांकि पहले चरण के भर्ती में युवाओं को उम्र में 2 साल का सूट दिया जा रहा है यानी कि जिन युवाओं का उम्र 17 साल 6 माह से 23 वर्ष के बीच है इस बार वह युवा भी अग्नीपथ स्कीम के तहत आर्मी भर्ती में अपना आवेदन दे सकते हैं।
अग्नीपथ इस स्कीम के तहत अग्नि वीरों को 30 से 40 हज़ार प्रति महीने के हिसाब से सैलरी मिलेगी जो पहले साल से 21 हज़ार प्रति महीने से शुरू होगी। 4 साल बाद जब अग्निवीर भारतीय सेना से रिटायर होंगे तो उन्हें रक्षा मंत्रालय के नौकरियों में 10% की आरक्षण दिया जाएगा। बता दें 4 साल का सर्विस पूरा कर देने के बाद 25 फ़ीसदी अग्नि वीरों को उनके परफॉर्मेंस के आधार पर सेना में अगले 10 साल के लिए काम करने का और मौका दिया जाएगा इसके अलावा बचे हुए 75 फ़ीसदी अग्नि वीरों को समाज में वापस भेज दिया जाएगा। आइए जानते हैं कि आर्मी भर्ती के नई स्कीम अग्निपथ योजना के फायदे और नुकसान क्या हैं?
अग्नीपथ योजना के फायदे (Agneepath Yojana ke Fayde)
1. अग्नीपथ योजना के तहत भर्ती प्रक्रिया पूरी होने से देश में बेरोजगारी दर कम होगी। बता दें सरकार ने लक्ष्य रखा है कि हर साल इस योजना के तहत करीब 50000 युवाओं को नौकरी दी जाए।
2. अग्नीपथ योजना से भारतीय सेना में सैनिकों की कमी नहीं होगी।
3. अग्नीपथ योजना के तहत 17 साल 6 माह से 21 वर्ष के बीच के युवा नौकरी पा सकेंगे और ट्रेनिंग के बाद उन्हें 48 लाख रुपये की जीवन बीमा तथा 30 हज़ार रुपये की मासिक वेतन होगी। अगर सकारात्मक नजरिए से देखें तो इस उम्र में बहुत से कम युवाओं के पास इतनी सैलरी की रोजगार होती है।
4. इस योजना के तहत नौसेना और वायु सेना में महिलाओं की भागीदारी और बढ़ेगी।
5. अग्नीपथ योजना के तहत भारतीय सेना में अपना सर्विस पूरा कर लेने के बाद अग्नि वीरों को अन्य क्षेत्रों में नौकरी का अवसर मिलेगा। साथ ही उन्हें भारतीय सेना में अपना योगदान देने का गौरव भी हासिल होगा।
6. अग्नीपथ योजना के लागू होने से डिफेंस बजट (Defense Budget) पर बोझ कम होगा।
अग्नीपथ योजना के नुकसान (Agneepath Yojana ke Nuksan)
1. अग्नीपथ योजना के तहत 4 साल का नौकरी दिया जाना एक तरह से युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। क्योंकि इस योजना के तहत भर्ती हुए कुल अग्नि वीरों में से 75 परसेंट अग्नि वीरों को वापस समाज में भेज दिया जाएगा जिसके कारण उन्हें अपना जीवन यापन करने का तरीका एक नए सिरे से शुरू करना पड़ेगा।
2. एक्सपोर्ट का मानना है कि अग्नीपथ योजना के तहत सेना में काम कर रिटायर होने वाले युवाओं का उम्र बहुत ही कम रहेगा, उन्हें हथियारों से जुड़ी अच्छी जानकारी रहेगी ऐसे में अगर रिटायरमेंट के बाद उन्हें नौकरी नहीं मिलती है तो देश में कानून व्यवस्था बिगड़ने की संभावना है।
3. अग्नीपथ योजना के तहत रिटायर्ड होने वाले युवाओं को नौकरी मिलने की कोई गारंटी नहीं है अगर बीते कुछ साल के आंकड़ों को देखें तो देश भर में नौकरियां कब निकली हैं और बेरोजगारी दर बड़ा है ऐसे में अग्निपथ योजना का यह सबसे बड़ा नुकसान है।
4. सेना में अस्थिरता उत्पन्न होने की संभावना।