Chhattisgarh ED Raid: सील बंगला खोलेगा राज, डीएम रानू साहू ईडी को सहयोग करने को तैयार
Chhattisgarh ED Raid: प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में छत्तीसगढ़ के आईएएस अफसर समीर विश्नोई और दो कोयला व्यापारियों को गिरफ्तार कर लिया है।
Chhattisgarh ED Raid: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले (money laundering case) में छत्तीसगढ़ के आईएएस अफसर समीर विश्नोई (chhattisgarh ias officer sameer bishnoi) और दो कोयला व्यापारियों को गिरफ्तार कर लिया है। ईडी की ओर से छत्तीसगढ़ के विभिन्न शहरों में पिछले तीन दिनों से छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है। ईडी की ओर से बिश्नोई और कोयला व्यापारियों को पूछताछ के लिए बुलाया गया था मगर उनके जवाब से संतुष्ट और न होने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार कोयला व्यापारियों में लक्ष्मीकांत तिवारी और सुनील अग्रवाल शामिल हैं।
कोयला व्यापारी सूर्यकांत तिवारी को बताया जा रहा फरार
प्रवर्तन निदेशालय को लक्ष्मीकांत तिवारी के भतीजे सूर्यकांत तिवारी की भी तलाश है। कोयला व्यापारी सूर्यकांत तिवारी को फरार बताया जा रहा है। गिरफ्तारी के बाद ईडी की ओर से तीनों को कोर्ट में पेश करके कस्टडी में लेने का प्रयास किया जाएगा। ईडी के सूत्रों का कहना है कि कस्टडी में लेने के बाद उनसे आगे की पूछताछ की जाएगी।
पूछताछ का दौर जारी
दिल्ली से आए ईडी के वरिष्ठ अफसरों ने रायपुर के सयाजी होटल में डेरा डाल रखा है। होटल में बनाए गए ईडी के कैंप ऑफिस में ही अफसरों से पूछताछ की जा रही है। इस बीच रायगढ़ की जिलाधिकारी रानू साहू काम पर लौट आई हैं। ईडी के अफसरों की टीम रानू साहू और उनके पति माइनिंग डायरेक्टर जेपी मौर्या से पूछताछ करने में जुटी हुई है।
गिरफ्तार किए गए आईएएस अफसर समीर विश्नोई और उनकी पत्नी से ईडी कल से ही पूछताछ में जुटी हुई थी। बिश्नोई छत्तीसगढ़ इन्फोटेक प्रमोशन सोसायटी के सीईओ हैं। विश्नोई और मौर्या को बुधवार की शाम के समय कैंप ऑफिस में पूछताछ के लिए बुलाया गया था। बाद में विश्नोई को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया।
एक और अफसर पर कसा शिकंजा
इस बीच रायगढ़ की जिलाधिकारी रानू साहू ने ईडी को पत्र लिखकर जांच में सहयोग करने की बात कही है। उन्होंने अपने पत्र में कहा है कि 10 व 11 अक्टूबर को उपचार के सिलसिले में हैदराबाद में होने के कारण वे अवकाश पर थीं। उन्होंने अपना माइनर ऑपरेशन होने की बात भी कही है। उन्होंने कहा कि बुधवार से वे अपने कार्यालय आने लगी हैं और अब जांच एजेंसी को पूरा सहयोग करेंगी।
रानू साहू की नामौजूदगी में ईडी की ओर से उनके बंगले को सील कर दिया गया था। ईडी के सूत्रों का कहना है कि अब रानू साहू की मौजूदगी में मामले की जांच पड़ताल की जाएगी। ईडी को साहू के बंगले से महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद होने की उम्मीद है।
तीन दिनों से चल रही है छापेमारी
छत्तीसगढ़ में ईडी की ओर से पिछले तीन दिनों से छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है। छापेमारी के दौरान ईडी को बड़ी कामयाबी मिली है और चार करोड़ की नकदी के साथ ही करोड़ों रुपये के आभूषण भी बरामद किए गए हैं। जिन अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की गई है, उनमें राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ओएसडी सौम्या चौरसिया भी शामिल हैं।
ईडी की ओर से उठाए गए इस कदम से पहले सितंबर में आयकर विभाग ने भी कोयला और इस्पात व्यवसाय से जुड़े कई कारोबारियों के ठिकानों पर छापे मारे थे। ईडी ने भी मुख्यमंत्री की ओएसडी सौम्या चौरसिया, आईएस रानू साहू और कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी से पूछताछ की थी। इस दौरान सौम्या चौरसिया और सूर्यकांत तिवारी के पास 200 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति का खुलासा हुआ था।
दूसरी ओर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ईडी की इस कार्रवाई पर तीखा विरोध जताया है। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से छापों के जरिए अफसरों और कारोबारियों को डराने की कोशिश की जा रही है।