Chitrakoot News: कचरे के सुरक्षित प्रबंधन से गांव का वातावरण बनेगा रोग मुक्त
Chitrakoot News: कचरे के सुरक्षित निपटान को ग्राम पंचायतें बनाएं कार्य योजना, रिसोर्स सेंटर में चल रहा ओडीएफ माडल गांव बनाने का प्रशिक्षण।
Chitrakoot News: जिला पंचायत रिसोर्स सेंटर में गांवों को ओडीएफ प्लस व माडल गांव बनाने के लिए प्रधान, खंड प्रेरक, पंचायत सहायक व सफाई कर्मियों के चल रहे प्रशिक्षण में सोमवार को पंचायती राज निदेशालय की उपनिदेशक प्रवीणा चैधरी पहुंची। व्यवस्थाओं की जानकारी लेने के साथ ही उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता और मानव स्वास्थ्य के लिए ठोस एवं तरल अपशिष्ट का बड़े पैमाने पर उत्पादन व उचित प्रबंधन न होना चिंता का विषय है।
उन्होंने कहा कि लगभग 88 फीसद बीमारियों कारण दूषित जल, स्वच्छता का अभाव, ठोस एवं तरल अपशिष्ट का अनुचित प्रबंधन है। इसका सुरक्षित प्रबंधन करते हैं तो पर्यावरण को साफ और अपने गांव के वातावरण को रोगाणुओं से मुक्त कर पाएंगे। इसके लिए भारत सरकार एवं पंचायती राज विभाग से प्रशिक्षण दिया का रहा है। इस दौरान बांदा के चयनित 199 पंचायतों में ब्लाक नरैनी के प्रधान, खंड प्रेरक, पंचायत सहायक व सफाईकर्मी प्रशिक्षण में शामिल रहे। जिससे वह अपने ग्राम पंचायत को ओडीएफ प्लस व माडल गांव बनाने के लिए बेहतर कार्ययोजना बना सकें। मंडलीय उपनिदेशक संजय कुमार यादव ने कहा कि ठोस एवं तरल अपशिष्ट पदार्थों के सुरक्षित निपटान व प्रबंधन के लिए अच्छी कार्य योजना जल्द बनाएं। जिससे अपनी पंचायत माडल गांव की श्रेणी में आ सके। डीपीआरओ कुमार अमरेंद्र ने वित्तीय नियमों में कराए जाने वाले कार्यांे की जानकारी दिया। इसके बाद प्रायोगिक अध्ययन के लिए प्रतिभागियों को शिवरामपुर के रिसोर्स रिकवरी सेंटर का भी भ्रमण कराया गया। जिससे एक माडल गांव बनाने के लिए मुख्य कार्यो के प्रति अच्छी समझ बन सके। इस मौके पर प्रशिक्षक मो रफीक, ममता, कुलदीप शुक्ला, प्रभात द्विवेदी आदि मौजूद रहे।