Petrol-Diesel Price: हवाई जहाज के तेल को GST के दायरे में लाने की तैयारी, वित्त मंत्री ने ईंधन की बढ़ती कीमतों पर जताई चिंता

Petrol-Diesel Price: भारत के वित्त मंत्री (Finance Minister) निर्मला सीतारमण ने कहा कि जीएसटी काउंसिल (GST Council) की अगली बैठक में केंद्र विमान ईंधन (ATF) को माल एवं सेवा कर (GST) के दायरे में लाने के मुद्दे पर चर्चा करेगा।

Newstrack :  Network
Published By :  Shashi kant gautam
Update:2022-02-06 22:45 IST

GST के दायरे में आ सकता है हवाई जहाज का तेल: Photo - Social Media

Petrol-Diesel Price: दुनियाभर में बढ़ते पेट्रोल डीजल के दामों के कारण लोगों की आर्थिक स्थिति डांवांडोल हो गई है। अब इसका असर विमान ईंधन के ऊपर भी पड़ने वाला है। इसके बारे में भारत के वित्त मंत्री (Finance Minister) निर्मला सीतारमण ने कहा कि जीएसटी काउंसिल (GST Council) की अगली बैठक में केंद्र विमान ईंधन (ATF) को माल एवं सेवा कर (GST) के दायरे में लाने के मुद्दे पर चर्चा करेगा।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वैश्विक स्तर पर ईंधन की बढ़ती कीमतें (rising fuel prices) पर चिंता जताते हुए कहा कि पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतें चिंता का विषय हैं। उन्होंने कहा कि 1 जुलाई 2017 को जब जीएसटी सिस्टम लागू की गई थी तब केंद्र और राज्यों के दर्जनभर से अधिक लेवी, पांच कमोडिटीज- कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, पेट्रोल (Petrol), डीजल (Diesel) और एटीएफ इसके दायरे से बाहर रखे गए थे।

एटीएफ को GST में शामिल करने का अंतिम फैसला काउंसिल का

सीतारमण ने रविवार को एसोचैम के साथ बजट-बाद परिचर्चा में कहा कि एटीएफ को जीएसटी में शामिल करने के बारे में अंतिम फैसला काउंसिल लेगी। उन्होंने कहा, यह केवल केंद्र के हाथों में नहीं है, इसे जीएसटी काउंसिल के पास भेजा जाएगा। काउंसिल की अगली बैठक के विषयों में इसे शामिल किया जाएगा ताकि इस पर चर्चा हो सके।

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वित्त मंत्री स्पाइसजेट (SpiceJet) के संस्थापक अजय सिंह के विचारों पर प्रतिक्रिया दे रही थीं जिनमें सिंह ने एटीएफ को जीएसटी के दायरे में लाने के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री से समर्थन मांगा था। सिंह ने कहा था, तेल 90 डॉलर पर पहुंच गया, डॉलर के मुकाबले रुपया 75 के स्तर पर है, ऐसे में नागर विमानन क्षेत्र बहुत अधिक प्रभावित हुआ है। (एटीएफ को जीएसटी के दायरे में लाने के लिए) आपका समर्थन बहुत मददगार होगा। अभी केंद्र सरकार एटीएफ पर उत्पाद कर लगाती है जबकि राज्य सरकारों इस पर वैट लगाती हैं। तेल की बढ़ती कीमतों के कारण ये कर भी बढ़ाए गए हैं।

ईंधन की बढ़ती वैश्विक कीमतें हम सभी के लिए चिंता का विषय-वित्त मंत्री

वित्त मंत्री ने कहा, निश्चित ही केवल एयरलाइन के लिए ही नहीं बल्कि ईंधन की बढ़ती वैश्विक कीमतें हम सभी के लिए चिंता का विषय है, हां एयरलाइन के लिए यह चिंता ज्यादा बड़ी है क्योंकि महामारी के बाद वे पूरी तरह से उबर नहीं पाई हैं। सीतारमण ने कहा कि वह बैंकों से बात करेंगी कि एयरलाइन क्षेत्र के लिए क्या किया जा सकता है।

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जेट फ्यूल की कीमतों में यह तीसरी बढ़ोतरी है

इस महीने की शुरुआत में तेल कंपनियों ने एटीएफ की कीमतों में 8.5 फीसदी की बढ़ोतरी की थी। एक महीने में जेट फ्यूल की कीमतों में यह तीसरी बढ़ोतरी है। दिल्ली में एटीएफ का दाम 6,743.25 रुपये प्रति किलोलीटर या 8.5 फीसदी बढ़कर 86,038.16 रुपये प्रति किलोलीटर हो गई। यह एटीएफ द्वारा छुआ गया अब तक का उच्चतम स्तर है। यह दर अगस्त 2008 में पहुंचे 71,028.26 रुपये प्रति किलोलीटर से अधिक है, जब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें 147 डॉलर प्रति बैरल को छू गई थीं।

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