अजान पर फरमान! मुहल्ले की एक ही मस्जिद पर हो लाउडस्पीकर का इस्तेमाल
मौलाना खालिद सैफुल्ला रहमानी ने मस्जिदों में लाउडस्पीकर से होने वाली अजान से होने वाले विवाद को सुलझाने के लिए सुझाव दिया है।
हैदराबाद: मस्जिदों में लाउडस्पीकर से अजान का मामला लगातार विवादों में रहता है। हाल ही में इलाहाबाद विश्वविद्यालय की वाइच चांसलर ने अजान से नींद में खलन का मुद्दा उठाया तो विवाद खड़ा हो गया था। वहीं अब एआईएमपीएलबी के नेता मौलाना खालिद सैफुल्ला रहमानी ने लाउडस्पीकरों से अजान को लेकर सुझाव दिया है।
लाउडस्पीकरों से अजान पर बड़ा सुझाव
दरअसल, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के नेता मौलाना खालिद सैफुल्ला रहमानी ने मस्जिदों में लाउडस्पीकर से होने वाली अजान से होने वाले विवाद को सुलझाने के लिए सुझाव दिया है। मौलाना खालिद सैफुल्ला रहमानी ने कहा कि किसी इलाके में एक से अधिक मस्जिदें होने पर किसी एक ही मस्जिद से अजान हो।
मौलाना खालिद सैफुल्ला रहमानी बोले-एक ही मस्जिद में अजान हो
इलाके की बड़ी मस्जिद में लगे बाहरी लाउडस्पीकर का उपयोग अजान के लिए किया जाए। मौलाना खालिद सैफुल्ला रहमानी ने ट्वीट के जरिये अजान के लिए लाउडस्पीकरों के उपयोग में खुद से ऐसे नियमों के पालन के लिए कहा, जिससे किसी अन्य को तकलीफ न हो। साथ उन्होंने इस्लामिक शिक्षाओं की आवश्कताओं को बल देने के लिए कार्य करने की अपील की।
अजान से दूसरों को न हो तकलीफ
उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय को अजान के खिलाफ सांप्रदायिक ताकतों से लड़ाई लड़नी चाहिए। साथ ही कहा कि इस लड़ाई के अलावा हमे यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि मुस्लिम समुदाय के लोगों का कृत्य इस्लामिक शिक्षाओं के अनुसार संयम पर आधारित हो।
मुहल्ले की बड़ी मस्जिद से हो अजान, बाकि मस्जिदो में लाउडस्पीकर का न करें इस्तेमाल
रहमानी ने ट्वीट कर समझाया कि किसी दूसरे को अजान से तकलीफ न हो इसके लिए अगर किसी मुहल्ले में बहुत सी मस्जिदें हैं, तो वहां एक बड़ी मस्जिद से अजान बाहरी माइक से दी जानी चहिए। इसके साथ ख्याल रखा जाना चाहिए कि लाउडस्पीकर की आवाज बहुत तेज न हो।
लाउडस्पीकर पर अजान की आवाज सिर्फ उतनी हो, जो पड़ोस के लोगों तक पहुँच सके। वहीं मुहल्ले की अन्य मस्जिदों में अजान अंदर लगे स्पीकरों पर या बिना स्पीकर के बाहर दी जा सकती है।