हिजाब-अलकायदा कनेक्शन: जाने क्यों निशाना भारतीय उपमहाद्वीप पर, आतंकियों का नापाक प्लान

Hijab Controversy: अलकायदा सरगना अयमान-अल-जवाहिरी ने हिजाब विवाद पर एक बयान दिया है, जिसका वीडियो वायरल हो रहा है।

Published By :  Shreya
Update:2022-04-06 22:43 IST

अयमान-अल-जवाहिरी (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Hijab Controversy: कर्नाटक हिजाब मुद्दा हाईकोर्ट (Karnataka High Court) का जजमेंट आने के बाद तकरीबन शांत हो चुका है। लेकिन अलकायदा (al-Qaeda) सरगना अयमान-अल-जवाहिरी (Ayman al-Zawahiri) द्वारा हिजाब मुद्दे को लेकर दिए गए बयान के बाद एक बार ये मुद्दा चर्चा में लौट आया है। भारतीय उपमहाद्वीप (Indian Subcontinent) में लंबे समय से अपने पैर जमाने की कोशिश कर रहे अलकायदा को अब तक अपेक्षित सफलता नहीं मिली है। ऐसे में ये मुद्दा उसके इस मंसूबे के लिए माकूल नजर आ रहा है। खुफिया सूत्रों ने भी इस ओर इशारा किया है।

जवाहिरी का वीडियो

ओसामा बिन लादेन (Osama bin Laden) के मारे जाने के बाद अलकायदा की कमान अपने हाथों में लेने वाला मिस्त्र का अयमान-अल-जवाहिरी लंबे समय बाद सार्वजनिक तौर पर प्रकट हुआ है। अमेरिकी इंटेलीजेंस ग्रुप की ओर से उपलब्ध कराए गए इस वीडियो में जवाहिरी अरबी भाषा में हिजाब विवाद के दौरान चर्चित हुई भारतीय छात्रा मुस्कान खान की जमकर तारीफ करता है। अलकायदा सरगना ने कहा कि ह्में उन गलतफहमियों को दूर करना चाहिए जो हमें भ्रमित करती है। हमें भारत के मूर्तिपूजक हिंदू लोकतंत्र की मृगतृष्णा से धोखा खाना बंद करना चाहिए, जिसकी शुरूआत मुसलमानों पर अत्याचार करने के लिए उपकरण के तौर पर हुई है।

दुनिया का कुख्यात आतंकी संगठन का मुखिया आगे अपने वीडियो में कहता है कि भारतीय मुसलमानों को अपने इस उत्पीड़न पर प्रतिक्रिया देना चाहिए। स्पष्ट है कि अलकायदा चाहता है कि अधिक से अधिक भारतीय मुसलमान उसके हिंसक मुवमेंट से जुड़ें।

अलकायदा की नजर भारतीय उपमहाद्वीप पर

दुनिया में सबसे अधिक मुस्लिम आबादी भारतीय उपमहाद्वीप में निवास करती है। 2020 में आए प्यू रिसर्च के मुताबिक दुनिया में सबसे अधिक मुस्लिम इंडोनेशिया के बाद भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश में निवास करते हैं। मुसलमानों की इस बड़ी आबादी को दुनिया का सबसे खतरनाक आतंकवादी संगठन अकलायदा अपने लिए बेहद मुफीद मानता है। लेकिन अब तक ऐसा नहीं हो पाया है। दुनिया के कम मुस्लिम आबादी वाले देशों में मजबूती से पैर जमा चुके अलकायदा अधिक मुस्लिम आबादी होने के बाद भी भारत जैसे देशों में पैरे नहीं जमा पाया है। ओसामा बिन लादेन के बाद अब अयमान – अल – जवाहिरी को भी यह असफलता परेशान करती है।

दरअसल काफी कोशिशों के बावजूद भारतीय मुसलमानों ने कट्टरपंथ का समर्थन नहीं किया है। भारत में रह रहे मुसलमानों की एक बेहद छोटी आबादी ऐसी विचारधारा का समर्थन करती है। यही वजह है कि अलकायदा बड़ी मुस्लिम आबादी होने के बावजूद यहां मजबूत नहीं हो सका है। हिजाब विवाद को लेकर एक बड़ी मुस्लिम आबादी की सक्रियता को देखते हुए अलकायदा को अब लग रहा है कि वो इस भावनात्मक मुद्दे के सहारे भारत में रह रहे मुस्लिमों की एक बड़ी आबादी को अपनी तरफ आकर्षित कर सकता है।

आईएसआईएस जैसे चरमपंथी संगठन में भारतीय मुस्लिम युवाओं की बढ़ती रूचि ने इस ओऱ संकेत करना भी शुरू कर दिया है कि वे अब कट्टरपंथ के रास्ते को चुनने लगे हैं। इसके अलावा हालिया हिजाब से लेकर मदरसा विवाद, हलाल मीट विवाद और कश्मीर विवाद जैसे कई भावनात्मक मसले हैं जो अकलायदा के मंसूबे को भारतीय उपमहाद्वीप में जमीन पर उतार सकता है। पाकिस्तान पहले ही कट्टरपंथ के राह को चुन चुका है। बांग्लादेश में भी ये प्रक्रिया तेजी से जारी है। ओसमा बिन लादेन की मौत और इस्लामिक स्टेट के उभार के बाद कमजोर पड़े अलकायदा को लगता है कि भारतीय उपमहाद्वीप से वो अपनी खोई हुई ऊर्जा और ताकत वापस पा सकता है।

खुफिया सूत्र भी कर चुके हैं आगाह

खुफिया सूत्रों ने भी भारतीय मुसलमानों को आगाह किया है। हिजाब विवाद को लेकर अति सक्रियता दिखाने वाले भारतीय मुसलमानों के लिए यह वीडियो एक संदेश की तरह है। हिजाब विवाद को लेकर उनके विरोध को अब अलकायदा और आईएसआईएस जैसे खतरनाक चरमपंथी गुट अपने हित के लिए इस्तेमाल करने के लिए उतर चुके हैं। लिहाजा भारतीय मुसलमानों को इस मुद्दे को लेकर जारी विरोध पर फिर विचार करना चाहिए। 

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