Jumme ki Namaz: कहीं कानून का पालन तो कहीं मनमानी, यूपी में मस्जिद तो जयपुर में सड़क पर नमाज
Jumme ki Namaz: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नियमों को लेकर बेहद ही सख्त नज़र आ रहे हैं।
BJP vs Congress: शुक्रवार को अलविदा की नमाज के चलते सड़कों और जाम की स्थिति ना उत्पन्न होने के मद्देनज़र एक ओर जहां उत्तर प्रदेश में मस्जिदों के भीतर ही नमाज पढ़ने को लेकर आदेश जारी किया गया है वहीं राजस्थान सरकार इस अहम मुद्दे से बिल्कुल ही बेखबर नज़र आ रही है। जयपुर में सड़कों पर ही खुले में नमाज पढ़ी ना रही है। ऐसे में उत्तर प्रदेश में कानून का पालन तो वहीं राजस्थान में कानून धज्जियां उड़ती नज़र आ रही हैं।
आपको बता दें कि इस्लामिक सेन्टर ऑफ इंडिया (ICI) और ऐशबाग़ ईदगाह के ईमाम मौलाना और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मौलाना ख़ालिद रशीद फिरंगी महली द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुरूप अब सभी नमाजी मस्जिद के भीतर बैठकर ही नमाज पढ़ेंगे तथा कोई भी मस्जिद के बाहर सड़क पर नमाज नहीं पढ़ेगा। उत्तर प्रदेश सरकार और मुस्लिम धर्म गुरुओं के बीच हुई बातचीत में अलविदा नमाज के दिन सड़क पर लगने वाले बेतरतीब ट्रैफिक को लेकर यह हल निकाला गया है लेकिन राजस्थान की कांग्रेस सरकार आमजन को होने वाली समस्याओं और इस भीषण गर्मी में ट्रैफिक की समस्या से अंजान नज़र आ रही है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) नियमों को लेकर बेहद ही सख्त नज़र आ रहे हैं, हर हाल में नियमों का पालन करने को लेकर और लोगों की सहूलियत के ख्याल रखा जा रहा है लेकिन राजस्थान के हालात ठीक इसके विपरीत नज़र आ रहे हैं।
सड़कों पर लगे लाउडस्पीकर
एक ओर जहां उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लोगों की सहूलियत के ख्याल रखते हुए अबतक प्रदेशभर के धर्मिक स्थलों से 22000 अनधिकृत लाउडस्पीकरों को हटाया गया है तो वहीं दूसरी ओर राजस्थान स्थित जयपुर में सड़कों के बीचों-बीच अलविदा नमाज के चकते करीब 30 लाउडस्पीकर खंभों पर लगाए गए हैं। साथ ही लाउडस्पीकर लगाने वाले लोगों का कहना है कि बगैर इसके आवाज़ लोगों तक नहीं पहुँचती है।