Atal Bihari Ki Last Speech: लाल किले से अटल बिहारी का आखिरी भाषण, पाकिस्तान को दिया था ये संदेश
Atal Bihari Vajpayee Last Speech: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने लाल किले की प्राचीर से अपने आखिरी भाषण में पाकिस्तान को शांति और सद्भावना का महत्वपूर्ण संदेश दिया था।
Atal Bihari Vajpayee Last Speech : पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने लाल किले की प्राचीर से अपने आखिरी भाषण में पाकिस्तान को शांति और सद्भावना का महत्वपूर्ण संदेश दिया था। उन्होंने पाकिस्तान के लोगों को मासूम बच्ची नूर का जिक्र किया था।
कुछ ऐसा था प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई का आखरी भाषण
मेरे प्यारे देशवासियों, स्वतंत्रता दिवस के इस पवित्र अवसर पर आप सभी को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं।
हर साल स्वतंत्रता दिवस के दिन लाल किले की प्राचीर पर हम तिरंगा फहराते हैं ।यह तिरंगा ,हमारी स्वतंत्रता, स्वाभिमान और मातृभूमि के लिए किए गए बलिदान का प्रतीक है।
देश की पुरानी पीढ़ी को यह अच्छी तरह से याद होगा कि आज के दिन किस तरह छोटे-छोटे लड़के- लड़कियों के समूह अपने हाथ में तिरंगा लेकर गांव और शहरों की गलियों में- 'विजयी विश्व तिरंगा प्यारा झंडा ऊंचा रहे हमारा' गाते हुए प्रभात फेरी निकालते रहे हैं।
आज का यह दिन हमारे स्वाधीनता संग्राम के सेनानियों, नेताओं और बलिदानियों के सम्मान में श्रद्धा व्यक्त करने का भी है।
अपने देश की तीनों सेनाओं के सैनिकों और सुरक्षाकर्मियों को आज के इस अवसर पर मैं बधाई देता हूं। हम अपने देश के उन वीर सैनिकों को भी गर्व के साथ याद करते हैं जिन्होंने देश की सीमा की सुरक्षा करते हुए और आतंकवादियों से मुकाबला करते हुए अपनी जान दे दी है।
आजादी का यह पर्व इस बार हमारे देश के लिए अच्छी बरसात का संदेश लेकर आया है । मैं उम्मीद करता हूं कि जिन क्षेत्रों में अभी तक अच्छी बारिश नहीं हुई है वहां भी बरसात होगी।
पिछले साल हम लोगों ने सूखे का संकट झेला है। हमारी कोशिश रही है कि सूखाग्रस्त सभी क्षेत्रों में अनाज का आवश्यकता के अनुसार वितरण किया जाए जिससे कोई भी भूखा ना रहे। हमने पशुओं के चारे का भी ध्यान रखा है।
मैं अपने देश के उन किसानों का भी सम्मान करना चाहता हूं जिन्होंने अपने कठिन श्रम के बूते देश में अनाज के भंडार भरे हैं। देश के उन फैक्ट्री मजदूरों कुशल प्रबंधकों और दूरदृष्टि वाले व्यापारियों का भी सम्मान करता हूं जिन्होंने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट किया है । भारत की अर्थव्यवस्था आज दुनिया की चौथी अर्थव्यवस्था बन गई है।
मैं देश के सभी वैज्ञानिकों शिक्षकों साहित्यकारों कलाकारों और प्यारे बच्चों को भी शुभकामनाएं देता हूं।
देश से बाहर जाकर रहने वाले भारतीय मूल के नागरिकों का भी सम्मान है जिन्होंने अपने उल्लेखनीय योगदान से दुनिया में भारत का मान बढ़ाया है ।हमें उन नागरिकों पर गर्व है ।
आज के दिन मैं उस भारत माता का वंदन करता हूं जिसके हम सभी बच्चे हैं। भले ही हमारा कोई धर्म हो ,जाति हो ,क्षेत्र हो या भाषाएं हों लेकिन हम सभी एक हैं। यह एकता ही हमारी शक्ति है।
हमें अपनी एकता के साथ मौजूद विविधता को सराहना चाहिए लेकिन यह भी ध्यान रहे कि अपनी राष्ट्रीय एकता और सद्भावना को किसी भी परिस्थिति और कीमत पर कमजोर नहीं होने देना है। स्वाधीनता दिवस का यह सबसे महत्वपूर्ण संदेश है।
लगातार 6ठी बार लाल किले से अटल का भाषण
बहनों और भाइयों लगातार छठी बार मुझे ऐतिहासिक लाल किले की इस प्राचीर से संबोधन का मौका मिल रहा है तो यह सब आप लोगों के प्यार और समर्थन का परिणाम है।
स्वाधीनता संग्राम के दौरान भारत वासियों ने महान देश के तौर पर भारत के भविष्य का जो सपना देखा है वह आज भी हमें प्रेरणा देता है। कुछ मामलों में यह सपना साकार हुआ है लेकिन अभी बहुत कुछ किया जाना शेष है।
बीते 56 साल के दौरान भले ही देश को तमाम कठिन परिस्थितियों और चुनौतियों का सामना करना पड़ा है लेकिन पूरी दुनिया के सामने आज भी भारत का सिर गर्व से तना हुआ है।
देश की सुरक्षा हमारे लिए सर्वोच्च है भारत अपने सुरक्षा के लिए किसी पर आश्रित नहीं रह सकता। यही कारण है कि मेरी सरकार ने 5 साल पहले भारत की आत्मरक्षा को ध्यान में रखते हुए परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्र की क्षमता हासिल की है।
पूरी दुनिया में बदलाव हो रहा है। नई चुनौतियां हमारे सामने हैं। हमें भारत को आर्थिक और सामाजिक तौर पर सशक्त बनाना है।
बीते 5 साल के दौरान भारत का दुनिया में सम्मान बढ़ा है । हमें भारत की आगे बढ़कर पहल करने वाली विदेश नीति का धन्यवाद करना चाहिए। अंतरराष्ट्रीय समुदाय के भारत को देखने वाले नजरिए में बदलाव आया है । दुनिया अब भारत को ऐसे देश के तौर पर महत्त्व दे रही है जो दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र , उभरती वैश्विक आर्थिक शक्ति , प्राचीन सभ्यता और आधुनिक देश के संप्रवाह के साथ ही शांति के आदर्श के लिए समर्पित सशक्त देश है।
अटल सरकार में पड़ोसी देशों से संबंध
बहनों और भाइयों हमारी नीति अपने पड़ोसियों के साथ मित्रता पूर्ण और सहयोगी रिश्तो के निर्माण की रही है। सभी विवादों के शांतिपूर्ण समाधान में हमारा विश्वास है। पाकिस्तान के साथ संबंधों को सामान्य करने की दिशा में हमारी ओर से लगातार की गई कोशिशों का अर्थ यह नहीं है कि हम कमजोर हैं बल्कि यह शांति के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
पिछले कुछ महीनों के दौरान पाकिस्तान के साथ संबंधों को सामान्य बनाने की दिशा में प्रगति देखी गई है। यह अलग बात है कि आतंक गतिविधियां अभी जारी हैं। सीमा पार आतंकवाद को खत्म करने के लिए हमारे पड़ोसी देश की प्रतिबद्धता ही उसकी संबंधों में गंभीरता को जांचने का पैमाना है।
हमें विश्वास है कि पाकिस्तान अपने भारत विरोध ही नजरिए में बदलाव करेगा ।दोनों देशों के नागरिक शांति के साथ जीना चाहते हैं। मैंने अपने पाकिस्तानी मित्रों से कहा है कि हमें लड़ते हुए 50 साल बीत गए हैं । अभी और कितना खून बहाएंगे। हम दोनों को गरीबी, बेरोजगारी और पिछड़ेपन से लड़ना चाहिए।
हमें अपने आर्थिक और वाणिज्य रिश्तो को मजबूत करना चाहिए ।जब दोनों देशों की आपसी सीमा 2000 किलोमीटर से ज्यादा लंबी है तो क्यों हम तीसरे देश के जरिए आपस में व्यापार करें। हमें दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक रिश्तों को भी मजबूत करना होगा। दोनों देशों के जनप्रतिनिधि और नागरिकों को एक दूसरे के देश आना जाना चाहिए । दोनों देश के नागरिकों को बांटने वाली दीवार में कुछ नई खिड़कियां, नए दरवाजे और नए प्रकाश बिंदु तलाशने होंगे।
लाहौर में रहने वाली 2 साल की बच्ची नूर ने भारत में जो प्यार हासिल किया है। उसका संदेश पाकिस्तान में मौजूद हमारे दोस्तों को भी सुनना व समझना चाहिए।
पाकिस्तान को शांति मार्ग पर चलने का आमंत्रण
दोनों देशों के स्वाधीनता दिवस के अवसर पर मैं पाकिस्तान को आमंत्रित करता हूं कि वह भारत के साथ मिलकर शांति के मार्ग पर आगे बढ़े। यह रास्ता कठिनाइयों से भरा है। इस पर खतरनाक बम विस्फोट वाली माइंस लगाई गई हैं लेकिन एक बार जब हम इस पर चलना शुरू कर देंगे तो हम अपनी मुश्किलों पर विजय प्राप्त कर लेंगे।
कुछ महीने पहले मैं श्रीनगर गया था। इस माह के अंत तक मैं दोबारा वहां जा रहा हूं ।वहां का वातावरण बदल रहा है।
पिछले साल लाल किले की इसी प्राचीर से मैंने घोषणा की थी कि जम्मू कश्मीर में चुनाव समय पर कराए जाएंगे और यह स्वतंत्र एवं निष्पक्ष होंगे। तब मेरी इस बात पर किसी ने भरोसा नहीं किया था लेकिन आज कह सकते हैं कि हमने अपना वादा पूरा किया है।
स्वतंत्र चुनावों ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि कश्मीर की आवाम सीमा पार पोषित आतंकवाद को खारिज कर चुकी है जम्मू कश्मीर और लद्दाख की जनता का विश्वास लोकतंत्र में है। वह शांति चाहते हैं और अपने जीवन में खुशहाली लौटते हुए देखना चाहते हैं।
वह लोग जो कश्मीर में स्व-निर्णय की वकालत कर रहे हैं। ऐसे लोग दरअसल भारत को एक बार फिर सांप्रदायिकता के आधार पर विभाजित करना चाहते हैं। उन्हें ऐसा करने नहीं दिया जाएगा।
कश्मीर पर क्या बोले अटल
इस साल एक लाख से ज्यादा पर्यटक कश्मीर में पहुंचे हैं बड़ी संख्या में लोग अमरनाथ यात्रा में शामिल हुए हैं भारत के विभिन्न कोनों में रहने वाले 6000 विद्यार्थी कश्मीर में अपनी शिक्षा पूरी कर रहे हैं । हम अगले सप्ताह जम्मू कश्मीर में मोबाइल टेलीफोन सेवा शुरू करने जा रहे हैं।
जम्मू कश्मीर की समस्या का समाधान संवाद से होगा इस दिशा में जो प्रयास किए गए हैं हमें उन्हें तेजी से आगे बढ़ाना होगा । विस्थापितों को वापस उनके घर भेजना होगा।
मेरे प्यारे देशवासियों,
भारत ने पिछले वर्षों में जो प्रगति हासिल की है उससे नई आशा और विश्वास का निर्माण हुआ है भारत जो अब तक कर्ज लेने वाला देश था अब उसने दूसरे देशों को कर्ज देना शुरू कर दिया है भारत जिसके पास हमेशा विदेशी मुद्रा का संकट होता था। आज 100 बिलियन डालर से ज्यादा का विदेशी मुद्रा भंडार है। सभी जरूरी वस्तुओं का मूल्य नियंत्रण में है बाजार में किसी भी सामान की कमी नहीं है। गरीबी में लगातार कमी आ रही है।
मोबाइल फोन उपभोक्ता बढ़ें
टेलीफोन और गैस कनेक्शन के लिए आप किसी को प्रतीक्षा सूची का इंतजार नहीं करना पड़ता। देश में आठ लाख से बढ़कर डेढ़ करोड़ मोबाइल फोन उपभोक्ता हो गए हैं। आने वाले समय में डेढ़ करोड़ और उपभोक्ता जुड़ेंगे।
हम सभी देश की खराब सड़कों की स्थिति से अवगत हैं आजादी के 50 साल बाद भी देश के दो लाख से ज्यादा ऐसे गांव हैं जहां आज तक सड़क नहीं बनी। केंद्र सरकार ने पहली बार ऐसे गांव को जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना शुरू की है।
आजादी के पहले 50 साल में केवल 550 किलोमीटर लंबी फोरलेन हाईवे का निर्माण किया गया दूसरे शब्दों में कहें तो 11 किलोमीटर 1 साल में लेकिन अब स्थितियां बदली हैं अब हर रोज 11 किलोमीटर लंबे हाईवेज बनाए जा रहे हैं हमने अब तक 24000 किलोमीटर हाईवे बनाए हैं नेशनल हाईवे निर्माण के लिए 54000 करोड रुपए का प्रावधान किया गया है । हर रोज तीन लाख लोग इसके लिए काम कर रहे हैं। अगले साल यह संख्या बढ़कर प्रतिदिन छह लाख हो जाएगी।
युवाओं को कंप्यूटर से रोजगार
देश के लाखों युवाओं को कंप्यूटर से रोजगार मिल रहा है । विभिन्न देशों के हॉस्पिटल, फैक्ट्री और ऑफिस में सेवाएं देकर युवा अपने लिए रोजगार का प्रबंध कर पा रहे हैं सॉफ्टवेयर निर्यात 8000 करोड़ से बढ़कर 50000 करोड़ तक पहुंच गया है।
हमारा देश अब विज्ञान के क्षेत्र में ऊंची उड़ान भरने के लिए तैयार है मैं आपको यह जानकारी देते हुए गौरव का अनुभव कर रहा हूं कि 2008 तक हम अंतरिक्ष में अपना यान भेजने में कामयाब होंगे । इसे चंद्रयान प्रथम का नाम दिया गया है।
राष्ट्रीय किसान आयोग का गठन के गठन का एलान
कृषि और उससे जुड़े क्षेत्रों का बजट बढ़ाया गया है ब्याज दर कम की गई है हम जल्द ही राष्ट्रीय किसान आयोग का गठन करने जा रहे हैं जो कृषि क्षेत्र में प्रयोग और निवेश को बढ़ावा देने के साथ ही विभिन्न समस्याओं का अध्ययन करने में सहायक होगा।
पिछले दशकों में हरित क्रांति और श्वेत क्रांति ने भारतीय कृषि को सशक्त किया है अब भारत को फूड चेन रिवॉल्यूशन की आवश्यकता है इसके तहत हमारा लक्ष्य 2010 तक भारत के किसानों की आय को दोगुना करना है। खाद्य श्रृंखला क्रांति का मकसद अनाज फल और सब्जियों की बर्बादी को रोकना भी है। हजारों करोड़ रुपए का कृषि उत्पाद हर साल व्यर्थ हो जाता है।
किसान क्रेडिट कार्ड
किसान क्रेडिट कार्ड की सफलता को देखते हुए हमने तय किया है कि सभी कलाकारों बुनकरों और मछुआरों को क्रेडिट कार्ड की सुविधा दिलाई जाएगी जिस पर उन्हें 9% सालाना दर से आसान कर्ज मिल सकेगा।
अंत्योदय अन्न योजना के तहत देश के डेढ़ करोड़ गरीब परिवारों को हर माह 35 किलो अनाज उपलब्ध कराया जा रहा है जिसमें ₹2 प्रति किलो की दर से गेहूं और ₹3 प्रति किलो की दर से चावल दिया जा रहा है देश में इससे पहले कभी इतनी सस्ती दर पर अनाज नहीं दिया गया यह दुनिया का सबसे बड़ा खाद्य सुरक्षा कार्यक्रम है।
सर्व शिक्षा अभियान के तहत सभी बच्चों विशेषकर लड़कियों को प्राथमिक शिक्षा अनिवार्य तौर पर उपलब्ध कराना है इस कार्यक्रम को पूरा करने के लिए ढाई लाख नए शिक्षकों को इसी वर्ष में नियुक्ति दी जा रही है।
मिड डे मील योजना
कुछ राज्यों में मिड डे मील योजना चलाई जा रही है इसके तहत कक्षा 5 तक के बच्चों को मध्यान भोजन उपलब्ध कराया जाता है हमने तय किया है कि यह योजना पूरे देश में संचालित होगी आने वाले वर्षों में हम इसे कक्षा 10 तक लागू करेंगे अक्षय पात्र के नाम से इस योजना को पूरे देश में जाना जाएगा मैं देश के सभी स्वयंसेवी संगठनों धार्मिक संस्थाओं महिलाओं स्वयं सहायता समूह से आग्रह करता हूं कि वह इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आगे बढ़कर प्रयास करें।
मैं जानता हूं कि देश के कई राज्यों में लोगों को अच्छे स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध नहीं है ।प्रधान मंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत दिल्ली के एम्स जैसे 6 नए हॉस्पिटल देश के पिछड़े राज्यों में अगले 3 साल के दौरान बनाए जाएंगे।
मित्रों, पिछले कई दशक से नदियों को आपस में जोड़ने के मुद्दे पर एक बहस हो रही है यह देश के विभिन्न राज्यों में सूखा और बाढ़ के स्थितियों से निपटने में सहायक हो सकता है । यह चुनौती हम लोगों ने स्वीकार की है मुझे आपको यह सूचना देते हुए खुशी हो रही है कि दो नदियों को आपस में जोड़ने की योजना पर हमने काम शुरू कर दिया है राज्य सरकारों के सहयोग से इस वर्ष के अंत तक इस दिशा में काम शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए जरूरी संसाधन जुटाए जाएंगे।
आवास निर्माण के क्षेत्र में पिछले 5 साल के दौरान जो तेजी देखने को मिली है ऐसी कभी नहीं रही। आवास निर्माण के लिए बेहद कम दर पर उपलब्ध है आवास निर्माण के क्षेत्र में लाखों लोगों को रोजगार मिला है।
भाषण में पर्यटन का जिक्र
पर्यटन के क्षेत्र में भारत की अपार संभावनाएं हैं। इसी ऐतिहासिक लाल किले को देखिए। पिछले 350 साल के दौरान पहली बार इसका रखरखाव सबसे ज्यादा बेहतर तरीके से किया गया है मुझे अपने सामने एक सुंदर सा बगीचा दिखाई दे रहा है, आप इसे स्वाधीनता दिवस पार्क या 15 अगस्त पार्क कह सकते हैं।
यह हमारे ऐतिहासिक गांव और कस्बों के संरक्षण व विकास योजनाओं का एक उदाहरण है। हमारे आर्थिक सुधारों का मकसद न केवल भारत की अर्थव्यवस्था को वैश्विक स्तर पर मजबूत बनाना और गतिशील अर्थव्यवस्था में परिवर्तित करना है बल्कि हम इसे गरीब और उपेक्षित लोगों का ध्यान रखने वाली अर्थव्यवस्था भी बनाने में लगे हैं।
इस अवसर पर मैं अपनी गहरी संवेदना उन हताहत लोगों के परिजनों के प्रति व्यक्त करता हूं जो पिछले दिनों प्राकृतिक आपदाओं और दुर्घटनाओं में असमय मृत्यु का शिकार हुए हैं।
भाइयों और बहनों भारत युवा शक्ति देश का उज्जवल भविष्य लिख रही है एक प्राचीन देश जिसका हजारों साल पुराना इतिहास है वह युवा शक्ति की सामर्थ से युवा देश के तौर पर नया इतिहास लिखने के लिए तैयार हो रहा है।
शिक्षा पर बोले अटल
आज देश में 100 करोड़ लोग हैं जिसमें 60 करोड़ से कम लोग 30 साल से कम उम्र वाले हैं। यह नई पीढ़ी ज्यादा शिक्षित और महत्वाकांक्षी है। यह दुनिया के सामने किसी भी संघर्ष के मोर्चे पर हार मानने के लिए तैयार नहीं है।
हमारे देश के युवाओं के लिए पूरी दुनिया में संभावनाओं के द्वार खुले हुए हैं । आने वाले दशक में यह अवसर और बढ़ेंगे इसलिए हमें अपने युवाओं को विज्ञान , तकनीकी और अन्य क्षेत्रों में शिक्षित करना होगा।
मेरा आप सभी से अनुरोध है कि युवा भारत की धड़कनों को सुनें उसके सपनों को समझें और युवा भारत को हर तरह से प्रोत्साहित करें। युवा भारत को हमें उचित मार्गदर्शन देना होगा।
शांति और भाईचारे की भावना को मजबूत करने पर बल
देशवासियों आज हमें समाज में शांति और भाईचारे की भावना को मजबूत करने की आवश्यकता है। देश के विकास के लिए बेहद जरूरी है कि शांति सद्भाव और आपसी सहयोग की भावना बनी रहे। जो लोग धर्म जाति या वर्ग के आधार पर समाज को बांटना चाहते हैं वह देश के दुश्मन हैं।
भारत विभिन्न धार्मिक मान्यता वाला देश है। किसी धार्मिक मान्यता के आधार पर लोगों के साथ पक्षपात या अन्याय पूर्ण व्यवहार करना हमारे देश के स्वभाव एवं संस्कृति के विपरीत है। हमें सदैव अपने देश के अल्पसंख्यकों के कल्याण की भावना से कार्य करना होगा।
पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में शांति वार्ताओं का सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहा है जिन हाथों में बंदूकें थी अब वह अपने क्षेत्र के विकास में जुट गए हैं सरकार ऐसे लोगों का स्वागत करती है।
पिछड़ी जातियों को मुख्यधारा से जोड़ने की कही बात
मित्रों, यह हमारी सरकार और साथ ही साथ समाज की भी जिम्मेदारी है कि वह अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति और पिछड़ी जाति को समान अवसर उपलब्ध कराएं उन्हें मुख्यधारा का हिस्सा बनाना होगा। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि आर्थिक और सामाजिक न्याय उन तक पहुंचे और यह हमारी केवल संवैधानिक जिम्मेदारी ही नहीं है बल्कि यह हमारा नैतिक दायित्व भी है।
हमने उन सभी बाधाओं को दूर करने की कोशिश की है जिनसे आरक्षण नीति को पूरी तरह से लागू किया जा सके हमारे समाज में मौजूद अस्पृश्यता कम हुई है लेकिन हमें धब्बे से पूरी तरह मुक्ति पानी है हमने अपनी सरकार में आदिवासियों के विकास को ध्यान में रखकर एक नया मंत्रालय गठित किया है इसके साथ ही उनके लिए एक अलग आयोग भी बनाया गया है पिछले 50 साल के दौरान पहली बार ऐसा हुआ है जब अनुसूचित जन जाति की सूची को संशोधित किया गया है इसमें सैकड़ों वंचित जातियों को शामिल किया गया है।
मित्रों लंबे अनुभव के बाद मैंने यह पाया है कि सरकार में जिम्मेदारी और जवाबदेही की व्यवस्था सुनिश्चित करना बेहद आवश्यक है । यह सरकार की नीतियों और निर्णयों को लागू करने के लिए भी आवश्यक है ।इसमें देरी होने से भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है।
मेरी सरकार भ्रष्टाचार से हर स्तर पर लड़ने के लिए तैयार है हमने तय किया है कि हम लोकपाल विधेयक लेकर आएंगे यह पिछले कई दशकों से लंबित पड़ा हुआ है। इसके दायरे में प्रधानमंत्री को भी लाया जाएगा जिससे अगर वह कोई गलती करता है तो उसे भी कार्रवाई के दायरे में लाया जा सके। आर्थिक भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ भी कड़े कदम उठाए जा रहे हैं बहनों और भाइयों नेशनल डेमोक्रेटिक एलाइंस कि यह सरकार अपने 5 साल पूरे कर रही है। इससे पहले मिली जुली सरकार चलाने के सारे प्रयास फेल हो चुके हैं लेकिन हमने इसे सफल करके दिखाया है।
अटल सरकार में विकास
आज का भारत अपने विकास की दिशा में तेजी से अग्रसर है ऐसे में हमें स्थिर सरकार चाहिए जो नीतियों और योजनाओं को सुचारू रूप से आगे बढ़ा सके। आज हम मिलजुल कर आगे बढ़ रहे हैं लेकिन ऐसे लोग भी हैं जो बाधा बन रहे हैं राज्यों में विभिन्न राजनीतिक दलों की सरकारें हैं केंद्र सरकार ने उनके साथ सहयोगात्मक रिश्ते बनाए हैं । राजनीतिक सिद्धांतों की वजह से राजनीतिक भेदभाव को स्वीकार नहीं किया जा सकता।
संसद और विधानसभा स्तर पर महिलाओं के लिए 33% आरक्षण का प्रस्ताव है यह है महिलाओं को सशक्त बनाने का जरिया है। आज देश की पंचायतों और स्थानीय निकायों में 10 लाख से ज्यादा महिलाएं सदस्य हैं ।मैं इन सभी को उनके अच्छे कार्य के लिए बधाई देता हूं। इस सब के बावजूद यह निराशाजनक है कि महिला आरक्षण बिल अभी तक संसद से पारित नहीं हो सका है क्योंकि राजनीतिक दल आपस में सहमत नहीं हैं।
संसद में सभी मौजूदा सीट को 33% बढ़ाने का सुझाव
इस बीच एक नया प्रस्ताव आया है कि संसद और विधानसभा में सभी मौजूदा सीट को 33% बढ़ा दिया जाए और उसे महिलाओं के लिए आरक्षित कर दिया जाए। यह एक अच्छा सुझाव है। हमें इस पर विचार करना चाहिए इस पर सहमति बननी चाहिए अगर इसे लागू किया जा सके इसके अलावा भी अगर कोई अन्य सुझाव हो तो वह आना चाहिए लेकिन हमें अपनी बहनों को अधिकार देने की दिशा में अब और देरी नहीं करनी चाहिए।
प्यारे देशवासियों आज देश एक ऐसे मोड़ पर खड़ा है जहां से हमें भविष्य की दिशा में लंबी छलांग लगानी है। भारत को 2020 तक विकसित देश बनाने की दिशा में हमें कार्य करना है ।इसमें पूरे देश की शक्ति लगेगी।
बस एक पीढ़ी में हम गरीबी बेरोजगारी और पिछड़ेपन से मुक्ति पा सकते हैं यह कोई दिवास्वप्न नहीं है यह वास्तविकता में तब्दील हो सकता है दुनिया के कई देशों ने ऐसा करके दिखाया है पीछे मुड़कर देखिए हमने कई बड़ी समस्याओं पर विजय हासिल की है आज जब पुनर्निर्माण का समय है तो किसी के मन में शंका क्यों हो। 2020 विकसित भारत का सपना पूरा करने के लिए हमें केवल कुछ चीजें चाहिए सभी एक साथ मिलकर आगे बढ़े सभी एक साथ मिलकर अनुशासन में रहें हम सभी मिलकर नई कार्य संस्कृति का विकास करें। हम सभी दीर्घकालीन लक्ष्य को पूरा करने के लिए कार्य करें।
जब यह प्राचीन और महान देश अपनी प्रतिभाओं और श्रम शक्ति की साथ उठ खड़ा होगा। अपने सपनों को पूरा करने की दिशा में कार्य करेगा तो निश्चित तौर पर उज्जवल भविष्य का सपना साकार होगा।
लगभग 40 साल पहले मैंने एक कविता लिखी थी।
वह मैं आज आप लोगों को सुनाना चाहता हूं।
कदम मिलाकर चलना होगा
बाधाएं आती हैं आएं
घिरे प्रलय की घोर घटाएं
पाँवों के नीचे अंगारे
सर पर बरसे यदि ज्वालाएं
निज हाथों से हंसते-हंसते
आग लगा कर जलना होगा। कदम मिलाकर चलना होगा।।
हास्य रुदन में, तूफानों में
अमर असंख्यक बलिदानों में
उद्यानों में वीरानों में
अपमानों में, सम्मानों में
उन्नत मस्तक उभरा सीना
पीड़ाओं में पलना होगा। कदम मिलाकर चलना होगा।।
धन्यवाद
बहनों भाइयों और प्यारे बच्चों आइए हम सभी मिलकर तिरंगे को नमन करें । मेरे साथ तीन बार बोलिए । जय हिंद, जय हिंद, जय हिंद।