बड़ा फैसला: अब मदरसों में दर्ज होगी शिक्षकों की उपस्थिति, बायोमेट्रिक से हाजिरी लगाना जरूरी
मदरसों में बायोमेट्रिक प्रणाली से हाज़िरी लगने के चलते यकीनन तौर पर शिक्षकों की नियमितता भी दर्ज होगी।
मदरसा शिक्षा परिषद की बैठक के मद्देनज़र लिए गए निर्णय के तहत मदरसों की शिक्षा के स्तर को बढ़ाने और गुणवत्ता वाले शिक्षकों की भर्ती के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) की तर्ज पर मदरसा शिक्षक पात्रता परीक्षा (MTET) की परीक्षा आयोजित की जाएगी। इसी के साथ एक और सबसे अहम निर्णय के तौर पर मदरसों में शिक्षकों की हाजिरी के लिए बायोमेट्रिक प्रणाली की शुरुआत कर दी गई है।
गुरुवार को आयोजित हुई मदरसा शिक्षा परिषद की बैठक के दौरान अध्यक्ष डॉ इफ्तिखार अहमद जावेद की अगुवाई में परिषद द्वारा मदरसों में कक्षा प्रारम्भ होने के पूर्व राष्ट्रगान करने को भी ज़रूरी कर दिया गया था।
मदरसा शिक्षा परिषद की आयोजित हुई इस बैठक के दौरान कक्षा 1 से 8 तक कि परीक्षाओं के मद्देनज़र 14 से 27 मई के मध्य की तारीख सुनिश्चित की गई है।
मदरसों में बायोमेट्रिक प्रणाली से हाज़िरी लगने के चलते यकीनन तौर पर शिक्षकों की नियमितता भी दर्ज होगी।
मदरसों में बायोमेट्रिक रूप से हाज़िरी को स्वीकृत करने वाला बाराबंकी प्रदेश का पहला ज़िला बन गया है। यहां मदरसों के शिक्षकों ने तहे-दिल से सरकार और परिषद के निर्णयों का स्वागत किया है।
टीईटी की तर्ज पर भारी होंगे मदरसा शिक्षक भर्ती
गुरुवार को आयोजित हुई मदरसा शिक्षा परिषद की इस बैठक में मदरसे में शिक्षकों की भर्ती के लिए टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) के समान एमटीईटी (मदरसा शिक्षक पात्रता परीक्षा) शुरू करने को लेकर भी विस्तृत चर्चा हुई।
बीते गुरुवार को आयोजित इस बैठक में बोर्ड के सदस्य कमर अली, तनवीर रिजवी, डॉ. इमरान अहमद, असद हुसैन, अल्पसंख्यक कल्याण निदेशालय में लेखाधिकारी आशीष आनंद और बोर्ड के रजिस्ट्रार एसएन पांडेय मौजूद रहे। मदरसा शिक्षा परिषद की आयोजित हुई इस अहम बैठक में मदरसे में शिक्षण की गुणवत्ता को बढ़ाने और छात्रों के कौशल को निखारने को लेकर तमाम कई मुद्दों पर विस्तृत चर्चा चर्चा हुई।