Bay of Bengal : बंगाल की खाड़ी में क्यों आते हैं तूफानी चक्रवात, जानें वजह

Bay of Bengal : यास चक्रवात तूफान का असर बंगाल की खाड़ी में 22 मई को शुरू हो जाएगा।इससे ओडिशा राज्य भी प्रभावित होंगे।

Newstrack :  Network
Published By :  Shraddha
Update: 2021-05-20 11:10 GMT

यास तूफान का असर बंगाल की खाड़ी में दिखेगा फाइल फोटो(सौ. से सोशल मीडिया)

Bay of Bengal : भारत के कई हिस्सों में ताउते (tauktae) नाम का तूफान दस्तक दे चुका है। आपको बता दें कि अब एक और तूफान आने को तैयार हो गया है। बताया जा रहा है कि इस बार का साइक्लोन बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) से आता नजर आ रहा है। इस तूफान का नाम यास बताया जा रहा है। मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार यह यास नाम का साइक्लोन अगले हफ्ते बंगाल और ओडिशा में दस्तक दे सकता है।

भारत के पश्चिमी छोर पर ताउते साइक्लोन ने तबाही मचा कर रखी है अब पूर्वी इलाकों में भी यास तूफान का खतरा दिख रहा है। बताया जा रहा है कि इस तूफान का असर बंगाल की खाड़ी में 22 मई को दिखना शुरू हो जाएगा। आपको बता दें कि भारत में सबसे ज्यादा तूफान बंगाल की खाड़ी से ही देखने को मिलता है।

भारत में एक के बाद एक नए तूफान देखने को मिल रहे हैं। बताया जा रहा है कि 120 सालों के इतिहास में अब तक 86 फीसदी चक्रवाती तूफान और 77 फीसदी भयंकर चक्रवात बंगाल की खाड़ी में आया है। आपको बता दें कि बंगाल की खाड़ी बार - बार तूफान का सामना करती है। आइए जानते हैं इस तूफान के आने की वजह क्या है ?

बंगाल की खाड़ी में सबसे ज्यादा तूफान क्यों आते हैं

बंगाल की खाड़ी अरब सागर के मुताबिक ज्यादा गर्म रहती है। जिसकी वजह से बंगाल की खाड़ी में ज्यादा तूफान आते हैं। बताया जाता है कि इतिहास में 36 सबसे घातक उष्ण कटिबंधीय चक्रवात हुए हैं जिसमें 26 चक्रवात बंगाल की खाड़ी में हुए हैं। आपको बता दें कि बंगाल की खाड़ी में आने वाले तूफान का असर सबसे ज्यादा ओडिशा में देखने को मिलता है। इसके बाद आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु में भी इसका असर देखने को मिलता है।


बताया जाता है कि पूर्वी इलाकों की भूमि पश्चिमी इलाकों की भूमि से ज्यादा समतल होती है इसलिए जो तूफान आते हैं वह मुड़ नहीं पाते जिसकी वजह से इसका असर ज्यादा होता दिखता है। पश्चिमी इलाकों की भूमि समतल होने के कारण इन इलाकों में तूफान आने के बाद इसकी दिशा बदल जाती है। 

इन राज्यों में अलर्ट जारी

बंगाल की खाड़ी से आ रहे यास तूफान को लेकर मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है। बताया जा रहा है कि चक्रवात तूफान ताउते के बाद एक और चक्रवात तूफान यास को लेकर 26 मई को बंगाल, ओडिशा, झारखण्ड में अलर्ट जारी कर दिया है। कोरोना महामारी के बीच यह संकट लोगों को काफी परेशान कर रहा है।

अरब सागर में क्यों कम आते है चक्रवात

अरब सागर में बंगाल की खाड़ी की अपेक्षा कम चक्रवात आते हैं। इसकी खास वजह बताई गई है कि भारत में आने वाले पांच समुद्री तूफानों में चार पूर्वी किनारों से टकराते हैं। बताया जाता है कि दक्षिण पूर्वी बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर से शुरू होने वाले तूफान के आलावा उत्तर - पश्चिमी से बिखरने वाले तूफान दक्षिणी चीन सागर से बंगाल की खाड़ी में पहुंच जाता है। 

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