भांग से अब होगा इलाज: मशहूर कंपनी फाइजर बनाएगी पेट की दवा, कम्पनी का अधिग्रहण किया
फाइजर अब गांजा-भांग से दवाइयां बनाने की इंडस्ट्री में उतर रही है और कंपनी की पहली ऐसी दवा पेट की बीमारी की होगी।
Bhaang Se Dawai : अमेरिका की दिग्गज फार्मा कंपनी फाइजर(Pfizer) अब गांजा-भांग (bhang se dawai) से दवाइयां बनाने की इंडस्ट्री में उतर रही है और कंपनी की पहली ऐसी दवा पेट की बीमारी की होगी। इसके लिए फाइजर (Pfizer) ने एक अलग कंपनी का अधिग्रहण किया है।
फाइजर ने इस बारे में एरीना फार्मास्युटिकल्स (Arena Pharmaceuticals) के साथ एक करार किया है जिसके तहत फाइजर उसमें 6.7 अरब डॉलर कीमत की हिस्सेदारी लेगी। एरीना फार्मा कैनाबिस (Arena Pharma Cannabis) यानी भांग बेस्ड औषधियों का निर्माण करती है। इसकी मुख्य दवा का नाम ओलोरिनब (olorinab arena) है। ये खाने की दवा है जिसे पेट और आंतों के मर्ज के लिए इस्तेमाल किया जाना है।लेकिन किसी स्वास्थ्य ऑथोरिटी ने इस दवा को मंजूरी अभी तक नहीं दी है।
फाइजर ने कहा है कि वह इम्यूनोलॉजिकल इंफ्लेमेटरी समस्या से जूझ रहे मरीजो के इलाज में नए अनुसंधान कर रहा है।
कई रिसर्च जारी
दरअसल, भांग को सामान्यत एक नशीला पौधा माना जाता है, जिसे लोग मस्ती के लिए उपयोग में लाते हैं। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि भांग का पौधा औषधीय गुणों से भरा पड़ा है। भांग के पौधों में केनाबिनोल नामक रसायन पाया जाता है जिसमें औषधीय गुण होते हैं। एम्स के डॉक्टर भांग का इस्तेमाल इंसानों पर करने की तैयारी कर रहे हैं।
आयुष मंत्रालय की संस्था सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन आयुर्वेदिक साइंस ने भांग से कैंसर की दवाई तैयार की है। कीमोथेरेपी से गुजर रहे मरीजों पर मार्च से भांग की पत्तियों से बनी दवाईयों का इस्तेमाल कर यह पता लगाया जाएगा कि यह कितनी कारगर होगी। भांग से दूसरी बीमारियों के इलाज के लिए भी दवाएं बनाने पर काम चल रहा है।
पिछले साल सितंबर में कनाडा की कंपनी अक्सीरा फार्मा कॉर्प ने दावा किया था कि उसने भांग बेस्ड ऐसी दवा का रिसर्च किया है जो कोरोना के इलाज में कारगर हो सकती है। अक्सीरा फार्मा कॉर्प ने दावा किया था कि भांग के पौधे के कुछ तत्व कोरोना वायरस के कुछ उपलब्ध उपचारों के खतरनाक साइड इफेक्ट्स को कम कर सकते हैं। कंपनी खासतौर से कोरोना वायरस के कुछ उपचारों से होने वाले कार्डियक एरीथमियास को कम करने का दावा करती है।