अब लगेगा 14 दिन का सख्त लॉकडाउन, केंद्र ने राज्यों को दी ये सलाह
बेकाबू कोरोना को देखते हुए केंद्र ने राज्यों को कोरोना से ज्यादा प्रभावित जगहों पर 14 दिन का लॉकडाउन लगाने की सलाह दी।
नई दिल्ली: देश में लगातार कोरोना वायरस (Coronavirus) की रफ्तार बेकाबू होती जा रही है। हालांकि बीते दो दिन से मामले में थोड़ी कमी आई है, लेकिन इस दौरान रोजाना मिलने वाले मरीजों की संख्या 3 लाख के पार ही रही है। इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि सोमवार को कोरोना के 3,68,147 नए मामले (Corona New Cases) सामने आए हैं। जबकि एक दिन में 3,417 मरीजों ने अपनी जान गंवा दी है। वहीं, 3,00,732 मरीजों को छुट्टी दी गई।
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) ने अब राज्यों को सलाह दी है कि जिन इलाकों में कोविड-19 (Covid-19) का संक्रमण ज्यादा है, वहां पर 14 दिन का सख्त लॉकडाउन (Lockdown) लगाया जाए, ताकि संक्रमण की चेन को तोड़ने में मदद मिल सके। इसके साथ ही केंद्र ने राज्यों से कहा है कि उन इलाकों की जानकारी जुटाई जाए, जहां पर संक्रमण दर 10 फीसदी या उससे अधिक है। यहां पर केंद्र ने स्थानीय तौर पर लॉकडाउन लगाने की सलाह दी है।
स्थानीय लॉकडाउन का भी विकल्प
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि संक्रमण दर ज्यादा होने के अलावा अगर किसी विशेष जगह पर सबसे ज्यादा मरीज सामने आ रहे हैं या उस स्थान पर मरीजों की संख्या की ज्यादा है तो वहां भी स्थानीय लॉकडाउन लगाया जा सकता है। हालांकि केंद्र पूरे राज्य या फिर जिले में लॉकडाउन (Lockdown) लगाने के पक्ष में नहीं है।
मंत्रालय ने कहा कि देश में करीब 250 जिले ऐसे हैं, जहां पर कोरोना संक्रमण की दर दस फीसदी या फिर उससे ज्यादा है। बीते एक हफ्ते में इन जिलों में कोविड-19 की स्थिति में थोड़ा सुधार भी हुआ है। राज्य नए सिरे से उन जिलों या फिर जगहों की पहचान करें, जहां पर सबसे ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। केंद्र ने कहा कि पूरे जिले में लॉकडाउन लगाने से बेहतर होगा कि संक्रमण प्रभावित गांव या कस्बे में ही 14 दिन का लॉकडाउन लगाया जाए।
प्रतिदिन संक्रमण की दर हुई 21.19 फीसदी
स्वास्थ्य मंत्रालय की मानें तो एक दिन में 3,68,147 नए मामले सामने आए है, जबकि 3,00,732 मरीजों ने इस बीमारी को मात दे दिया है। इस दौरान 3,417 मरीजों की मौत भी हुई है। फिलहाल देश में कोरोना से ठीक होने की दर 81.79 फीसदी है। लेकिन देश में प्रतिदिन संक्रमण की दर 21.19 फीसदी तक पहुंच चुकी है।