चंद्र ग्रहण पर जानिए कुछ रोचक बातें, किन दशाओं में होता है ग्रहण
देश में आज चंद्र ग्रहण लग रहा है । ज्योतिष शास्त्र में इसे बहुत ही प्रभावशाली माना गया है। आज के दिन देश के कई शहरों में चंद्र ग्रह का यह अद्भुत नजारा देखने को मिल सकता है।
Chandra Grahan 2021: देश में आज चंद्र ग्रहण लग रहा है । ज्योतिष शास्त्र में इसे बहुत ही प्रभावशाली माना गया है। आज के दिन देश के कई शहरों में चंद्र ग्रहण का यह अद्भुत नजारा देखने को मिल सकता है । यह साल का पहला चंद्रग्रहण है जो दोपहर 2 बजकर 17 मिनट से शुरू होगा और शाम 7बजकर 19 मिनट पर खत्म होगा। यह न केवल भारत में बल्कि ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका में भी दिखाई देने वाला है।
इतना ही नहीं यह भारत के पूर्वोत्तर राज्यों जैसे पश्चिम बंगाल उड़ीसा अंडमान और निकोबार के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा। लेकिन आज हम आपको बताने वाले हैं चंद्र ग्रहण के साथ-साथ सूर्य ग्रहण के बारे में। आप सब जानते हैं हिंदू धर्म में सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण का एक विशेष महत्व है। भारत में ग्रहण को लेकर कई तरह के अंधविश्वास हैं। लेकिन विज्ञान इन सब बातो को नहीं मानता है। विज्ञान की माने तो ग्रहण की घटना पूरी तरह खगौलीय है। सबसे पहले हम बात करने वाले हैं सूर्य ग्रहण को लेकर
सूर्य ग्रहण
विज्ञान की माने तो जब सूर्य और पृथ्वी के बीच चंद्रमा आ जाता हो तो सूर्य की रोशनी के कारण चंद्रमा दिखाई नहीं पड़ती। और चंद्रमा के कारण सूर्य ढकने लगता है जिसे सूर्य ग्रहण कहते हैं। बता दें कि ऐसे स्थिती में सूर्य का एक भाग छिप जाता है जिसके कारण आंशिक सूर्यग्रहण लगता है। और जब थोड़ी देर के लिए सूर्य पूरी तरह से चंद्रमा के पीछे छिप जाता है तो उसे पूर्ण सूर्यग्रहण कहा जाता है। सबसे खास बात यह है कि पूर्ण सूर्य ग्रहण कभी स्थायी नहीं रहता है।
चंद्रग्रहण
विज्ञना का मानना है कि जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है जिसके कारण सूर्य की पूरी रोशनी चंद्रमा पर नहीं पड़ती है। इसे चंद्रग्रहण कहते हैं। वैसे तो चंद्रग्रहण हमेशा पूर्णिमा की रात में ही होता है। यह साल में पृथ्वी के उपछाया से चंद्रमा गुजरता है, तभी चंद्रग्रहण लगता है।
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