गांधी परिवार के काफी करीबी थे ऑस्कर फर्नांडिस, इंदिरा के समय जीता था पहला लोकसभा चुनाव
कांग्रेस महासचिव और केंद्रीय मंत्री रह चुके फर्नांडिस को गांधी परिवार का काफी करीबी माना जाता था। फर्नांडिस के साथ एक दिलचस्प तथ्य यह जुड़ा हुआ है कि उन्होंने इंदिरा गांधी के समय से लेकर गांधी परिवार की मौजूदा पीढ़ी राहुल और प्रियंका तक सबके साथ काम किया था।
नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ऑस्कर फर्नांडिस का सोमवार को मंगलुरू के एक अस्पताल में निधन हो गया। 80 वर्षीय फर्नांडिस लंबे समय से बीमार चल रहे थे। इस साल जुलाई में योग करते समय गिर जाने के कारण उन्हें चोट लग गई थी। उसके बाद उनकी तबीयत और ज्यादा खराब हो गई थी।
उनका मंगलुरू के एक अस्पताल में पिछले कई हफ्तों से इलाज चल रहा था जहां सोमवार को उन्होंने आखिरी सांस ली। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने हार्दिक शोक जताया है।
कांग्रेस महासचिव और केंद्रीय मंत्री रह चुके फर्नांडिस को गांधी परिवार का काफी करीबी माना जाता था। फर्नांडिस के साथ एक दिलचस्प तथ्य यह जुड़ा हुआ है कि उन्होंने इंदिरा गांधी के समय से लेकर गांधी परिवार की मौजूदा पीढ़ी राहुल और प्रियंका तक सबके साथ काम किया था। उन्होंने अपना पहला लोकसभा चुनाव 1980 में कर्नाटक की उडुपी लोकसभा सीट से जीता था। इसी साल इंदिरा गांधी ने जनता पार्टी को बेदखल करके सत्ता में वापसी की थी।
राजीव गांधी के काफी करीबी थे ऑस्कर
एक स्कूल शिक्षक के बेटे फर्नांडिस का जन्म 1941 में हुआ था। उन्होंने अपने सियासी सफर की शुरुआत 1980 में की थी। उन्हें सोनिया गांधी और राहुल गांधी का काफी करीबी माना जाता था। वे यूपीए की सरकार के समय मनमोहन मंत्रिमंडल के सदस्य रह चुके थे। यूपीए सरकार में उन्हें सड़क और परिवहन मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इंदिरा गांधी के बाद राजीव गांधी भी ऑस्कर फर्नांडिस को काफी महत्व दिया करते थे। उन्होंने राजीव गांधी के संसदीय सचिव के रूप में भी काम किया था। राजीव गांधी के निधन के बाद सोनिया और राहुल ने भी ऑस्कर फर्नांडिस को काफी महत्व दिया। यही कारण था कि वे हमेशा कांग्रेस का एक प्रमुख चेहरा बने रहे।
1980 में जीता था पहली बार चुनाव
कर्नाटक की सियासत पर ऑस्कर की मजबूत पकड़ मानी जाती थी। कर्नाटक की उडुपी लोकसभा सीट से वे लगातार पांच बार लोकसभा का चुनाव जीतने में कामयाब रहे। उन्हें सबसे पहले इस सीट से पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने चुनाव मैदान में उतारा था। ऑस्कर ने 1980 में पहली बार इस सीट से चुनाव जीता। इसके बाद वे 1996 तक लगातार इस सीट से चुनाव जीतते रहे। हालांकि 1999 के लोकसभा चुनाव में उन्हें इस सीट से हार का सामना करना पड़ा मगर गांधी परिवार का करीबी होने के कारण ऑस्कर राज्यसभा में पहुंचने में कामयाब रहे। इसके बाद लगातार राज्यसभा में कांग्रेस पार्टी का प्रतिनिधित्व करते रहे। मौजूदा समय में भी वे राज्यसभा के सदस्य थे।
योग को दिया करते थे काफी महत्व
पिछले साल राज्यसभा में भारतीय चिकित्सा पद्धति और होम्योपैथी से जुड़े दो विधेयकों पर चर्चा के दौरान ऑस्कर फर्नांडिस ने गोमूत्र से कैंसर का इलाज संभव होने का दावा किया था। वे हमेशा लोगों को योगासन करने की सलाह दिया करते थे । खुद भी प्रतिदिन योग किया करते थे। योग के दौरान ही गिर जाने के कारण उन्हें सिर में चोट लगी थी। राज्यसभा में चर्चा के दौरान उन्होंने योग के जरिए अपना घुटना ठीक होने का दावा किया था।
उनका कहना था कि डॉक्टरों ने मुझे घुटना बदलवाने की सलाह दी थी मगर मैंने वज्रासन के जरिए अपने घुटने ठीक कर लिए। उन्होंने कहा था कि अगर मुझसे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की पहले मुलाकात हुई होती तो मैं उन्हें घुटने बदलवाने की जगह योग करने की सलाह देता। उन्होंने दावा किया था कि अगर भारत में लोग रोज योगासन करने लगें तो हेल्थ का बजट 50 फ़ीसदी कम किया जा सकता है।
पीएम मोदी और राहुल ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर हार्दिक शोक जताया है। पीएम मोदी ने कहा कि इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं उनके परिवार और शुभचिंतकों के साथ हैं ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। गांधी परिवार से ऑस्कर की करीबी के कारण ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उनके निधन को व्यक्तिगत नुकसान बताया है। राहुल ने कहा कि उनका निधन पार्टी के लिए बड़ा झटका है। वे हमारे मार्गदर्शक और संरक्षक थे। मेरे लिए ही नहीं बल्कि पार्टी के अन्य लोगों के लिए भी वे मार्गदर्शक की भूमिका निभाते थे। राहुल ने ऑस्कर के परिवार और उनके मित्रों के प्रति संवेदनाएं जताते हुए कहा कि उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि वे पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं से जुड़े हुए थे। उनके निधन के साथ कांग्रेस का एक बरगद का पेड़ गिर गया है। उन्होंने आजीवन पार्टी की मजबूती के लिए काम किया। पार्टी के प्रति उनकी सेवाएं कभी भुलाई नहीं जा सकती।