विरोधियों को मनीष तिवारी की चुनौती बोले- 'हम किराएदार नहीं हिस्सेदार हैं..' अश्विनी कुमार, सुनील जाखड़ पर भी खुलकर बोले
'हम कोई कांग्रेस पार्टी में किराएदार थोड़ी हैं। हम हिस्सेदार हैं। अगर कोई धक्के देके निकालना चाहे तो ये दूसरी बात है। हमने अपनी जिंदगी के 40 साल इस पार्टी को दिए हैं।'
हाल के दिनों में कांग्रेस (Congress) पार्टी के भीतर असंतुष्टों की तादाद खासी बढ़ी है। कुछ पार्टी छोड़ चुके हैं तो कुछ पार्टी के साथ अब भी बने हैं लेकिन रिश्ते तल्ख हैं। इन्हीं असंतुष्ट नेताओं में से एक हैं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी (Manish Tiwari)। आज, गुरुवार को मनीष तिवारी ने कयासों और उनकी भविष्य की राजनीति को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा, 'हम कांग्रेस पार्टी (Congress Party) नहीं छोड़ेंगे। लेकिन, अगर कोई मुझे पार्टी से बाहर करना चाहता है तो यह अलग बात है।'
बता दें कि कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने ये बातें समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कही। मनीष से जब ये पूछा गया कि आपके बारे में भी कई अफवाहें बाजार में हैं। जिसमें एक ये भी है कि आप भी कई अन्य नेताओं की तरह बीजेपी (BJP) में जाने वाले हैं।
हमने अपनी जिंदगी के 40 साल इस पार्टी को दिए
भारतीय जनता पार्टी (BJP) में जाने के सवाल पर कांग्रेस नेता तिवारी ने कहा, 'हम कोई कांग्रेस पार्टी में किराएदार थोड़ी हैं। हम हिस्सेदार हैं। अगर कोई धक्के देके निकालना चाहे तो ये दूसरी बात है। हमने अपनी जिंदगी के 40 साल इस पार्टी को दिए हैं। हमारे परिवार ने इस देश की एकता और अखंडता के लिए अपना खून बहाया है। क्योंकि, हम विचारात्मक सियासत में यकीन रखने वाले हैं। मैंने ये बात पहले भी बोल चुका हूं।' इस बयान के दौरान मनीष तिवारी थोड़े भड़के नजर आए।
..तो अश्विनी की वजह से मनीष से सवाल हो रहे
गौरतलब है, कि अभी पंजाब में विधानसभा चुनाव की गहमागहमी है। मनीष तिवारी भी पंजाब से कांग्रेस सांसद हैं। वो पूरी तरह पार्टी के चुनाव प्रचार से खुद को अलग रखे हुए हैं। और हाल ही में कांग्रेस के पंजाब से आने वाले पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार (Ashwini Kumar) कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। अश्विनी के इस्तीफे के बाद एक बार फिर कांग्रेस पार्टी के अंदर की कलह सतह पर दिखने लगी। इसी के बाद सियासी तौर पर मनीष तिवारी की नई पारी बीजेपी से शुरू करने की बातें तेज हो गई।
मत भिन्नता थी, लेकिन बेहद सभ्य तरीके से
हाल ही में जब अश्विनी कुमार ने कांग्रेस पार्टी छोड़ी तब पंजाब के नेताओं सहित जी- 23 समूह ने भी चिंता जाहिर की थी। वहीं मनीष तिवारी ने इसे बेहद दुखद बताया। मनीष कांग्रेस पार्टी पर सवाल खड़ा करते हुए कहते हैं, 'हमारे बीच मत भिन्नता थी, लेकिन बेहद सभ्य तरीके से थी। दुर्भाग्यपूर्ण है कि अश्विनी कुमार को यह फैसला लेने के लिए विवश होना पड़ा।'
इस्तीफे में लिखी बातों में कुछ सच्चाई हो सकती
पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री तिवारी कहते हैं, 'पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपने इस्तीफे में जो लिखा है उसमें कुछ सच्चाई हो सकती है।' साल 2020 में जी- 23 नेताओं ने भी यही चिंता जाहिर की थी। आपको बता दें कि हाल ही में मनमोहन सिंह सरकार में कानून मंत्री रहे अश्विनी कुमार ने कांग्रेस के साथ अपने दशकों पुराने संबंध खत्म कर लिए। उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
अश्विनी और सुनील जाखड़ पर ये बोले मनीष
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने असंतुष्ट कांग्रेस नेताओं के समूह जी- 23 का हिस्सा रहे हैं। इन सभी असंतुष्ट नेताओं ने कांग्रेस में संगठनात्मक बदलाव की मांग की थी। मनीष तिवारी पंजाब के आनंदपुर साहिब से कांग्रेस सांसद हैं। उन्होंने कहा, अश्विनी कुमार का इस्तीफा हम में से अधिकांश के लिए चिंता का विषय था। मनीष कहते हैं वह एक अच्छे इंसान हैं और बहुत अच्छे वकील भी। उन्होंने अपने इस्तीफे में जो कहा, उसमें कुछ सच हो सकता है। इन चिंताओं को 2020 में G23 समूह द्वारा पार्टी आलाकमान के संज्ञान में लाया गया था। लेकिन उनकी नजर राज्यसभा की एक सीट पर है। वहीं, तिवारी सुनील जाखड़ पर निशाना साधते हुए कहते हैं, 'पंजाब में हिंदू-सिख मुद्दे को उठाने वाले पाकिस्तान की आईएसआई के हाथों में खेल रहे हैं।'