Corona Ki Tisri Lahar: आ चुकी है तीसरी लहर, डेल्टा वेरियंट जकड़ रहा शिकंजे में, WHO ने दी चेतावनी

Corona Ki Tisri Lahar : डब्लूएचओ ने कहा है कि कोरोना वायरस का डेल्टा वेरियंट तेजी से पूरी दुनिया को अपनी चपेट में लेता रहा है। अब तक दुनिया के 124 देशों में डेल्टा वेरियंट फैल चुका है।

Written By :  Neel Mani Lal
Published By :  Shivani
Update:2021-07-22 10:18 IST
बिना मास्क लगाए घूमते लोग (फाइल फोटो- सोशल मीडिया)

Corona Ki Tisri Lahar : कोरोना की तीसरी लहर दुनिया के कई देशों में आ चुकी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ये कहते हुये चेतावनी दी है कि सभी देशों को बहुत सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि बेहद संक्रामक डेल्टा वेरियंट (Delta Variant) नई आफत ला रहा है। भारत में भी 13 राज्यों (13 States Corona Cases Increased) में कोरोना के केस बढ़ रहे हैं और ये खतरे की घण्टी है।

डब्लूएचओ (World Health Organisation) ने कहा है कि कोरोना वायरस का डेल्टा वेरियंट तेजी से पूरी दुनिया को अपनी चपेट में लेता रहा है। अब तक दुनिया के 124 देशों में डेल्टा वेरियंट फैल चुका है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार यदि यह वेरिएंट इसी रफ्तार से बढ़ता रहा तो जल्द ही ये दुनिया में सबसे प्रमुखता से फैलने वाला वेरिएंट बन जाएगा। इसके तेजी से प्रसार के पीछे सबसे बड़ा कारण मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करना और वैक्सीनेशन में असमानता है।


भारत में संक्रामक रोगों की निगरानी करने वाले संस्थान 'एनसीडीसी' का कहना है कि देश में मौजूदा समय में 80 फीसदी से ज्यादा संक्रमण डेल्टा वेरिएंट का है जो अब तक का सर्वाधिक संक्रामक वेरिएंट है। डेल्टा प्लस भी फैला है लेकिन इसके अभी ज्यादा संक्रामक होने की पुष्टि नहीं हुई है। डेल्टा की मौजूदगी भी तीसरी लहर का कारण बन सकती है क्योंकि सेरो सर्वे के अनुसार एक तिहाई आबादी को तत्काल संक्रमण का खतरा है।

कोरोना से बिगड़ रहे हालात

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि कोरोना की तीसरी लहर आ चुकी है और ये धीरे धीरे पैर जमा रही है। डब्लूएचओ के उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका क्षेत्र को छोड़कर अन्य सभी क्षेत्रों में महामारी के हालात बिगड़ते जा रहे हैं।


भारत में बढ़ रहे केस (India Coronavirus Cases)

जहाँ तक भारत की बात है तो कई राज्यों में कोरोना के बढ़ते केस तीसरी लहर जैसी स्थिति की ओर इशारा कर रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, केरल, आंध्र प्रदेश, दिल्ली, उत्तराखंड, पूर्वोत्तर के आठ राज्यों समेत कुल 13 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में सक्रिय मामलों में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। जबकि महीने के शुरुआत में ऐसे राज्यों की संख्या एक-दो ही रह गई थी। सक्रिय मामलों का ज्यादा होना संक्रमण बढ़ने का संकेत देता है।

पहले जिस प्रकार तेजी से मामले घट रहे थे और अब 30 से 40 हजार पर स्थिर हो गए हैं, यह तीसरी लहर की आहट हो सकती है। दुनिया के कई देशों में ऐसा ही ट्रेंड देखा गया है। भारत के कई प्रदेशों में भी दो से अधिक लहर आ चुकी हैं।


आने वाले दिनों में संक्रमण में बढ़ोत्तरी का रुझान दिख सकता है। जिस तरह से भीड़ बनी हुई है और लोग लापरवाही बरत रहे हैं उससे कोरोना संक्रमण के फैलाव की संभावना बहुत अधिक है। भीड़ ऐसे उमड़ती रही तो तीसरी लहर में लापरवाही भारी पड़ सकती है।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स (Experts Opinion On Corona)

- हैदराबाद यूनिवर्सिटी का दावा है कि जुलाई के पहले सप्ताह में संक्रमण के मामलों में बढ़ोत्तरी के साथ ही देश में तीसरी लहर शुरू हो चुकी है। ये अनुमान लगाया गया है कि, चूंकि काफी संख्या में लोग पहले ही संक्रमित हो चुके हैं, इसलिए यह लहर पहले जैसी तीव्र नहीं होगी।

- आईआईटी कानपुर के 'सूत्र' मॉडल के अनुसार, कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत अगस्त में हो सकती है। इसकी तीव्रता कैसी होगी ये इस बात पर निर्भर करता है कि पहले संक्रमित हुए लोगों में इम्यूनिटी कब तक रहती है और वैक्सीनेशन से कितनी प्रतिरोधकता हासिल होती है।

- जून के अंत में एम्स दिल्ली के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने भी कहा था कि भारत में तीसरी लहर को टाला नहीं जा सकता है और यह छह से आठ सप्ताह में दस्तक दे सकती है।


- 12 जुलाई को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने भी चेताया था कि कोरोना की तीसरी लहर को टाला नहीं जा सकता है।

लोगों की लापरवाही जिम्मेदार

भारत में कोरोना की दूसरी लहर का कहर देखने के बाद भी सार्वजनिक स्थानों और पर्यटन स्थलों पर भारी भीड़ नजर आ रही है। लोगों द्वारा मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे सामान्य एहतियात की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। ट्रेनों में भीड़ उमड़ रही है। सरकार की चेतावनी के बावजूद बड़ी संख्या में लोग पर्यटन स्थलों पर पहुंच रहे हैं। हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने लोगों में कोरोना वायरस को लेकर बढ़ रही लापरवाही को लेकर कहा था कि लोग कोरोना की तीसरी लहर की चेतावनी को मौसम के अपडेट की तरह ले रहे हैं। कोरोना से जुड़ी गंभीरता और जिम्मेदारियों को समझने में लोग लापरवाही जता रहे हैं। कोरोना की तीसरी लहर लाने के पीछे इन लोगों की लापरवाही बड़ी वजह होगी।

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