तेजी से बढ़ा खतरा: भारत में भी नए वैरियंट का अलर्ट, विदेशों से आए 6 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव
Corona New Variant in India : भारत में इंटरनेशनल की 11 फ्लाइट्स ने लैंड किया है। इस फ्लाइट्स से उतरे सभी पैसेंजर्स की आर-पीसीआर टेस्ट कराया गया, जिसमें से 6 पैसेंजर्स की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
Corona New Variant in India : दुनियाभर में कोरोना के नए वैरियंट ने हाहाकार मचा दिया है। सामने आ रही जानकारी में इस वैरियंट को अलग-अलग देशों से कई मामलों की पुष्टि हुई है। जिसके ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने सख्त रूख अपनाते हुए अंतर्राष्ट्रीय हवाई उड़ाने (international air flights) पर रोक लगा दी है। लेकिन अब एक चौका देने वाली जानकारी मिली है, जिससे देश में चिंता की तेज लहर दौड़ गई है।
भारत में इंटरनेशनल की 11 फ्लाइट्स ने लैंड किया है। इस फ्लाइट्स से उतरे सभी पैसेंजर्स की आर-पीसीआर टेस्ट कराया गया, जिसमें से 6 पैसेंजर्स की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। 3476 यात्रियों का टेस्ट किया गया, जोकि एट रिस्क देशों से आए है। 11 विदेशी एयरपोर्ट से आए सभी यात्रियों में 6 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिन्हें खतरा भारत के ऊपर भी मंडराता नजर आ रहा है।
6 यात्रियों की रिपोर्ट पॉजिटिव
एयरपोर्ट पर टेस्टिंग में 6 पैसेंजर्स की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। ऐसे में अब इन सभी पॉजिटिव रिपोर्ट वाले पैसेंजर्स के सैपंल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिये भेजा दिया गया है। ताकि ये पता चल सके कि ये लोग कोरोना के किस वैरियंट से संक्रमित है।
3476 यात्रियों में से 6 कोविड पॉजिटिव बताया गया है 11 एयरपोर्ट से एट रिस्क वाले देशों से आए 3476 लोगों का कोविड टेस्ट करवाया गया था. अब उसका नतीजा सामने आ गया है और 6 लोग पॉजिटिव निकले हैं. अब इन सभी सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा. जीनोम के जरिए इस बात की पुष्टि हो पाएगी कि ये लोग कोविड के किस वेरिएंट से संक्रमित हैं.
आपको बता दें, कोरोना के नए वैरियंट ओमिक्रॉन (omicron variant cases in india) को ध्यान में रखते हुए एयरपोर्ट की नई गाइडलाइन को बहुत ही सख्ती से फॉलो कराया जा रहा, साथ ही भारत सरकार द्वारा नई ट्रैवल एडवाइजरी जारी कर दी गई है।
सरकार की इस नई गाइडलाइन में विदेशों से अब एट रिस्क देशों से आने वाले सभी यात्रियों का आरटी पीसीआर टेस्ट होना बहुत ही जरूरी है। चाहे वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हो, लेकिन फिर भी टेस्ट करवाना अनिवार्य ही होगा। इस दौरान अगर कोई यात्री पॉजिटिव आ जाता है, तो तुरंत ही उसे आइसोलेट करा जाएगा। फिर उसके सैपंल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा।