भारत में पहुंचा कोरोना का नया स्वरूप AY.12, वैज्ञानिकों की बढ़ी चिंता
कोरोना के नए वेरिएंट AY.12 का पता लगा है, जो भारत में भी पहुंच चुका है। इसको लेकर वैज्ञानिकों में अब चिंता बढ़ गई है...
कोरोना वायरस की आने वाली संभावित तीसरी लहर से पहले इसके नए नए वेरिएंट सामने आ रहे हैं, जो बेहद खतरनाक बताए जा रहे हैं। अब विशेषज्ञों को कोरोना का AY.12 नया वेरिएंट का पता चला है, जिसके बाद लोगों में काफी दर है। विशेषज्ञों के मुताबिक, डेल्टा वेरिएंट का यह स्वरूप हाल ही में इजरायल में कोरोना मामलों के तेजी से बढ़ने के लिए जिम्मेदार है।
भारत में भी पहुंचा AY.12
कोरोना का ये नया वेरिएंट AY.12 सिर्फ इजराइल नहीं भारत में भी पहुंच चुका है। भारत में कोरोना केस पर नजर रखने वाले जीनोम कंसोर्टियम ने कहा है कि AY.12 के बारे में अभी अधिक जानकारी नहीं है, इसलिए इससे जुड़े मामलों की अंतिम संख्या सामने आने में कुछ समय लगेगा। देश के कई राज्यों में इसके मामले रिपोर्ट किए जा चुके हैं।
AY.12 म्यूटेशन को लेकर अध्ययन चल रहा है
भारतीय वैज्ञानिकों में अब नए स्वरूप को लेकर चिंता बढ़ गई है। कहा जा रहा है की संक्रमित सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग के दौरान AY-12 म्यूटेशन पर अधिक ध्यान दी जाए। इन्साकॉग के अनुसार, लोगों पर AY.12 का कितना असर पड़ेगा? यह आगामी दिनों में पता चलेगा। दुनिया भर में अभी कोरोना के डेल्टा वैरिएंट में 13 म्यूटेशन हुए हैं, जिनमें से यह एक है। इन्साकॉग के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने बताया कि AY-12 म्यूटेशन को लेकर अभी अध्ययन चल रहा है।
AY.12 के बारे में समझिए
मूल रूप से वायरल का विकास एक तरह से ही काम करता है। जैसे ही वायरस शरीर में फैलता है, यह खुद की कॉपी बनाने लगता है। कई बार कॉपी बनते समय वायरस से छोटी गलतियां हो जाती हैं, इसके कारण इसका एक नया स्वरूप तैयार हो जाता है। इसी प्रक्रिया के तहत डेल्टा वेरिएंट AY.12 के भी अब तक कई उपवंश तैयार हो चके हैं। यह वेरिएंट है काफी खतरनाक माना जा रहा है। AY.12 में एक को छोड़कर डेल्टा म्यूटेशन के सभी लक्षण हैं।