Corona Vaccine : ICMR का दावा - कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए COVAXIN का सिंगल डोज ही काफी
Corona Vaccine : जो लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं उनके लिए कोरोना वैक्सीन COVAXIN की एक ही डोज पर्याप्त है।
Corona Vaccine : कोरोना वैक्सीन कोवैक्सीन (कॉन्सेप्ट फोटो - सोशल मीडिया) (COVAXIN) को लेकर नया दावा किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि जो लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं उनके लिए कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) COVAXIN की एक ही डोज पर्याप्त है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने नया दावा किया है कि जो लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं उन लोगों में COVAXIN का असर दो गुना असरदार है।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (Indian council of medical research) ने शोध के दौरान पाया है कि जो लोग कोरोना महामारी से संक्रमित हुए हैं और COVAXIN की एक खुराक लेते हैं। उनमें वैक्सीन की दो खुराक लेने वाले अप्रभावित लोगों के समान ही एंटीबॉडी होते हैं। ICMR ने फरवरी और मई के बीच चेन्नई में BBV152 वैक्सीन लगाने वाले वर्कर्स और हेल्थकेयर (Healthcare) से ब्लड सैंपल (Blood Sample) लिए थे। इस सैंपल सर्वे के आधार पर ICMR ने यह दावा किया है।
ICMR के महानिदेशक बलराम भार्गव (Balaram Bhargava) ने बताया कि वैक्सीन कोरोना महामारी से होने वाली मौत की संभावना को 99 फीसदी तक कम कर देती है। बलराम भार्गव ने कहा कि कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) बीमारी में सुधार लाने के लिए है। न कि बीमारी को रोकने के लिए है। ICMR के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा कि कोई भी कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) बीमारी की गंभीरता, अस्पताल में भर्ती होने की संभावना को कम करती है।
आपको बता दें कि बीते दिन कोरोना वैक्सीन की डोज लेने से मरीज के बाजू में ब्लड क्लॉटिंग (blood clotting) का मामला सामने आया था। इसको लेकर दुनियाभर में जबरदस्त बवाल भी मचा हुआ है। वैक्सीन पर अस्थाई रोक लगा दी गई गयी है। बताया जा रहा है कि जॉन्सन एंड जॉन्सन j(ohnson and johnson) और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन लेने के बाद कुछ जगहों पर ब्लड क्लॉट के मामले सामने आए हैं।