Corona Vaccine: देश में कोरोना के खिलाफ 9वीं वैक्सीन 'स्पुतनिक लाइट' को डीसीजीआई से मिली मंजूरी
Corona Vaccine: भारत को कोरोना वायरस के खिलाफ देश के 9वीं वैक्सीन स्पुतनिक लाइट को DCGI से मंजूरी मिल गयी है। इसकी जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने ट्वीट कर दी है।
Corona Vaccine: देश में बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण के बीच कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) को लेकर केंद्र सरकार ने रविवार को एक बड़ा फैसला लिया है। आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने ट्वीट करते हुए यह जानकारी दी कि ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने सिंगल-डोज़ स्पुतनिक लाइट (Sputnik Light) COVID-19 वैक्सीन के लिए आपातकालीन उपयोग की अनुमति दी है।
स्वास्थ्य मंत्री ने ट्वीट कर दी जानकारी
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडवीया (Mansukh Mandaviya) ने स्पुतनिक लाइट वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग की अनुमति के बारे में जानकारी देते हुए अपने ट्वीट में लिखा, "यह देश में 9वीं COVID-19 वैक्सीन है। यह महामारी के खिलाफ देश की सामूहिक लड़ाई को और मजबूत करेगा।" गौरतलब है कि पिछले साल ही कंपनी को अप्रैल में आपातकालीन स्थितियों में प्रतिबंधित उपयोग के लिए भारत में स्पुतनिक वैक्सीन आयात करने की DCGI से अनुमति मिली थी। जिसकी दो डोज मौजूदा वक्त में लोगों को लगाई भी जा रही है।
इस मामले पर एक समाचार एजेंसी ने एक शीर्ष अधिकारी का हवाला देते हुए बताया कि इससे पहले डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज ने डीसीजीआई को स्पुतनिक लाइट वैक्सीन को Covid-19 के खिलाफ बूस्टर खुराक के रूप में पंजीकृत करने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया था। इस मामले पर रेड्डीज लैबोरेट्रीज (Reddys Laboratories) के सीईओ इरेज इजरायल (Erase Israel) ने कहा, "जहां तक स्पुतनिक का संबंध है, हम अब भारत में क्षमताओं के साथ तैयार हैं। हम स्पुतनिक लाइट को वैक्सीन के रूप में पंजीकृत करने और स्पुतनिक-वी की बूस्टर खुराक के रूप में भारत सरकार के साथ सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं।"
स्पुतनिक लाइट और स्पुतनिक-वी में अंतर
कोरोना वैक्सीन स्पुतनिक लाइट और स्पुतनिक-वी में बहुत फर्क है। फिलहाल देश में पहले से ही लगाई जा रही वैक्सीन स्पुतनिक-वी वैक्सीन की दो डोज लोगों को दी जा रही है। आज मंजूरी मिली स्पुतनिक लाइट वैक्सीन की केवल एक ही डोज लोगों को लगाई जाएगी क्योंकि यह एक प्रकार का बूस्टर डोज होगा। वहीं इससे बड़े ही कम खर्च में ज्यादातर लोगों को कोरोना का टीका दिया जा सकेगा। जिससे आज के समय में कोरोना वैक्सीन के लिए स्वास्थ्य केंद्रों पर लग रही भीड़ में भी तेजी से कमी आएगी। वहीं ज्यादातर लोग कम समय में कोरोना से सुरक्षित हो सकेंगे।