Corona की तीसरी लहर से अलर्ट, दिल्ली एम्स में आज से शुरू हुआ बच्चों पर वैक्सीन का ट्रायल

Coronavirus: दिल्ली के एम्स में आज यानी सोमवार को 2 से 18 साल के 17 बच्चों पर वैक्सीन का ट्रायल शुरू हो रहा है।

Newstrack :  Network
Published By :  Shreya
Update: 2021-06-07 04:04 GMT

(कॉन्सेप्ट फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Corona Vaccine Trial On Children: देश में कोरोना वायरस (Corona Virus) की दूसरी लहर के जारी कहर के बीच वैज्ञानिकों की ओर से लगातार कोरोना की तीसरी लहर को चेतावनी दी जा रही है। ऐसा कहा जा रहा है कि तीसरी लहर में सबसे ज्यादा बच्चे प्रभावित होंगे। ऐसे में तीसरी लहर से पहले बच्चों के वैक्सीन पर काम शुरू कर दिया गया है।

देश में फिलहाल तीसरे चरण (Third Phase Vaccination) का वैक्सीनेशन जारी है। अभी 18 से ऊपर के उम्र वालों का कोरोना टीकाकरण (Covid-19 Vaccination) किया जा रहा है। अभी छोटे बच्चों को वैक्सीन देने की अनुमति नहीं दी गई है। हालांकि तीसरी लहर में बच्चों पर खतरे को देखते हुए सरकार ने बच्चों पर वैक्सीन के ट्रायल (Corona Vaccine Trial) की अनुमति दे दी है।

दिल्ली एम्स में शुरू हुआ बच्चों पर ट्रायल

ऐसे में बच्चों के वैक्सीन पर काम तेजी से शुरू कर दिया गया है। देश के अलग अलग सेंटर्स पर 2 से 18 साल के बच्चो पर वैक्सीन का ट्रायल शुरू कर दिया गया है। इसी क्रम में आज यानी सोमवार को दिल्ली के एम्स में बच्चों पर वैक्सीन का ट्रायल शुरू हो रहा है। पहले चरण में 2 से 18 साल के 17 बच्चों पर ट्रायल किया जाएगा। ट्रायल के सफल होने पर बच्चों के वैक्सीनेशन की शुरुआत हो जाएगा।

एम्स प्रशासन ने बताया कि इस ट्रायल को आठ सप्ताह में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। ट्रायल के लिए पहले बच्चों की स्क्रीनिंग होगी, उन्हें पूरी तरीके से स्वस्थ पाए जाने के बाद ही वैक्सीन लगाई जाएगी। ट्रायल कई चरण में होंगे। पहले चरण में 17 बच्चों को शामिल किया जाएगा। बच्चों को भारत बायोटेक और आईसीएमआर की कोवैक्सिन की डोज दी जाएगी।

पटना एम्स (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

पटना एम्स में शुरू हो चुका है ट्रायल

आपको बता दें कि इससे पहले पटना में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (Patna Aiims) में बुधवार (2 जून 2021) को बच्चों के ऊपर वैक्सीन की ट्रायल का काम शुरू हुआ है। पटना एम्स में तीन बच्चों को पहले दिन भारत बायोटेक की को-वैक्सीन की पहली डोज दी गई। यहां पर स्वेच्छा से टीके के क्लीनिकल ट्रायल के लिए पहले दिन 15 बच्चे पहुंचे थे, जिनमें से 3 बच्चों को पहली डोज़ लेने के लिए फिट पाया गया।

जो बच्चे ट्रायल के लिए पहुंचे थे, उनका सबसे पहले आरटी पीसीआर और एंटीबॉडी टेस्ट हुआ और फिर 3 बच्चों को पूरी तरह से फिट पाए जाने के बाद उनको वैक्सीन की पहली डोज दी गई। वैक्सीन की पहली खुराक देने के बाद 2 घंटे तक उनकी सेहत का अवलोकन किया गया, जिसमें किसी भी बच्चे पर वैक्सीन का साइड इफेक्ट नहीं देखा गया। अब इन बच्चों को वैक्सीन की दूसरी खुराक 28 दिनों के बाद दी जाएगी।

तीसरी लहर से सतर्क भारत सरकार

जानकारी के लिए आपको बता दें कि तीसरी लहर की चेतावनी के बीच भारत सरकार ने बच्चों पर कोवैक्सीन के ट्रायल की मंजूरी दे दी थी। पटना एम्स समेत देश के कई बड़े अस्पताल में वैक्सीन का ट्रायल होगा, जिसमें देश के कुल 525 बच्चों को शामिल किया जाएगा। ट्रायल के दौरान बच्चों को 28 दिन के अंतराल पर वैक्सीन की दो डोज दी जाएगी। भारत बायोटेक के सूत्रों के मुताबिक, ट्रायल में सबसे कम उम्र का बच्चा 2 साल का होगा।

गौरतलब है कि देश के अलग अलग सेंटर्स पर 2 से 18 साल के बच्चों पर वैक्सीन का ट्रायल शुरू कर दिया गया है। भारत बायोटेक की कोवैक्सिन का दूसरे और तीसरे फेज का ट्रायल जून में शुरू होगा और जुलाई के मध्य में खत्म होगा।

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