Corona Virus Protocoal: ध्यान दें सभी, त्योहारों के मौसम में सबसे जरूरी कोविड प्रोटोकॉल, न करें अनदेखी

Corona Virus Protocoal: कोरोना के मामले कम हैं। इसका मतलब यह कतई नहीं है कि बीमारी ख़त्म हो गई है। त्योहारों के मौसम (Festival season 2021) में जरूरी प्रोटोकॉल...

Written By :  Dr Surekha Kishore
Published By :  Ragini Sinha
Update:2021-10-31 18:04 IST

त्योहारों के मौसम में सबसे जरूरी है कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना (social media)

Corona Virus Protocoal: त्यौहार का मौसम शुरू हो चुका है। कोरोना ( corona) के दैनिक मामले भी कम दिख रहे हैं।  कोरोना महामारी के मामले भले ही कम हुए हैं। लेकिन बीमारी समाप्त नहीं हुई है। ये बीमारी अभी भी चल रही है।  जैसा कि हम सब जानते हैं कि कोरोना (corona new strane) का स्ट्रेन बदल रहा है, जब भी यह बीमारी अपना स्ट्रेन बदलती है, तो महामारी का रूप धारण कर लेती है। उस समय में संक्रमितों की संख्या में बड़ी तेजी से इजाफा होने लगता है।

फ़िलहाल कोरोना (corona Mahamari) के मामले कम हैं। इसका मतलब यह कतई नहीं है कि बीमारी ख़त्म हो गई है। वहीं, हमारा देश त्योहारों का देश है। आने वाले समय में कई त्यौहार हैं। इस दौरान लोगों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। साथ ही लोगों को भी सतर्क और जागरुक रहने की जरूरत है। इसके लिए जब कभी घर से बाहर निकलें, तो मास्क हमेशा लगाकर रखें। मास्क (Mask ka istemal) का इस्तेमाल बिलकुल न छोड़ें। शारीरिक दूरी (social distance) का पालन करें। साथ ही अपने हाथों को नियमित अंतराल पर सैनिटाइज करें। इसके अलावा, जब कभी समय और सुविधा मिले, तो अपने हाथों को साबुन और साफ पानी से जरूर धो लें। एक चीज का अवश्य ध्यान रखें कि त्योहारों में भीड़ इकठ्ठा न करें। घर पर ही त्योहारों को मनाएं। जितना हो सके, घर से बाहर कम से कम जाएं और बाहर स्पिटिंग (थूकना) बिल्कुल न करें। इन नियमों का पालन करने से हम सब सुरक्षित रह सकते हैं।


कोरोना गाइडलाइन का पालन करें

सूक्ष्मजीवों में उत्परिवर्तन आम हैं और वायरस में अधिक। जब कोई वायरस पुनरुत्पादित करता है, तो कुछ प्रतियों में उसकी आनुवंशिक सामग्री में कुछ संरचनात्मक परिवर्तन होते हैं। इन्हें उत्परिवर्तन कहा जाता है। ये म्यूटेंट थोड़ा अलग व्यवहार कर सकते हैं। इनमें से कुछ मौजूदा टीकों को कम प्रभावी बना सकते हैं, अन्य अधिक संक्रामक हो सकते हैं या अधिक गंभीर बीमारी का कारण बन सकते हैं। लेकिन मास्क सभी उत्परिवर्तन के खिलाफ अत्यधिक प्रभावी होते हैं, चाहे वह अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा या डेल्टा प्लस हो। इसलिए, घर से बाहर निकलते समय मास्क या दो सर्जिकल मास्क पहनना चाहिए। और उन्हें ठीक से पहनें, मुंह और नाक को ढकें, भीड़-भाड़ वाले इलाकों से बचें और स्वच्छता बनाए रखें।


कोरोना से करें खुद का बचाव

कोरोना (corona cases in india) की जटिलताओं और समस्याओं पर शोध अभी भी जारी है। देश और दुनिया के वैज्ञानिक इस पर काम कर रहे हैं। कोरोना वायरस की जटिलताओं को रोकने का सबसे सरल तरीका है। आप खुद को कोरोना (corona symptoms) की बीमारी होने से बचाएं और दूसरों को भी कोरोना संक्रमण (corona infection) से बचाव के लिए प्रोत्साहित करें। साथ ही पीएम मोदी के प्रयासों को सफल बनाएं और कोरोना वैक्सीन जरूर लगवाएं। इसके लिए दोनों डोज लें। इससे कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण को काफी हद तक कंट्रोल कर सकते हैं। इसके लिए दोनों चीजें जरूर करें।

(लेखक अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान,  गोरखपुर, उत्तर प्रदेश की कार्यकारी निदेशक हैं।)

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