Coronavirus in Hong Kong : हांगकांग ने इस तरह अपने को बचाए रखा है, बेहद सख्त हैं क्वारंटाइन नियम

चीन की जीरो कोरोना नीति (zero corona policy) का नजारा हांगकांग (Hong Kong) में देखने को मिलता है। इसी नीति के चलते ओमीक्रान (Omicron) की सुनामी से हांगकांग ने अपने को बचाए रखा है।

Written By :  Neel Mani Lal
Published By :  aman
Update:2022-01-07 11:44 IST

(कॉन्सेप्ट फोटो - सोशल मीडिया)

Coronavirus in Hong Kong : चीन की जीरो कोरोना नीति (zero corona policy) का नजारा हांगकांग (Hong Kong) में देखने को मिलता है। इसी नीति के चलते ओमीक्रान (Omicron) की सुनामी से हांगकांग ने अपने को बचाए रखा है। चूंकि, वायरस संक्रमण (virus infection) बाहर से आने वालों के जरिए पहुंचता है, सो इसे रोकने के लिए बेहद सख्त उपाय किए जाते रहे हैं। हांगकांग की क्वारंटाइन प्रक्रियाएं (quarantine process) दुनिया में सबसे सख्त हैं। ये शहर जीरो कोरोना नीति के लिए प्रतिबद्ध है। इसका अर्थ है, कि यह एक भी मामले को रोकने के लिए हर संभव उपाय करेगा।

विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए इसकी नीतियां लगातार कठोर होती गई हैं। दिसंबर 2020 में बी.1.1.7 (अल्फा) वेरिएंट के बारे में चिंतित सरकार ने यूनाइटेड किंगडम (United Kingdom) से यात्रियों के लिए क्वारंटाइन (quarantine) अवधि को 21 दिनों तक बढ़ा दिया था। इसका उद्देश्य था, कि यह सुनिश्चित किया जा सके, कि कोई भी मामला बाहर न निकल जाए। चूंकि, वायरस की इनक्यूबेशन (Incubation) अवधि 14 दिनों से अधिक लंबी होती है, इसलिए 21 दिन का क्वारंटाइन रखा गया।

ओमीक्रान में 21 दिनों का क्वारंटाइन

जब डेल्टा (delta) आया तो अमेरिका सहित 15 देशों को पिछले साल अगस्त में "उच्च-जोखिम" (high risk) श्रेणी में जोड़ा गया था। ये भी बेहद सख्त था। ओमीक्रान आने पर अमेरिका समेत तमाम देशों के यात्रियों के लिए 21 दिन का कठिन क्वारंटाइन अनिवार्य कर दिया गया। इसमें चार दिन सरकारी व्यवस्था में तथा 17 दिन अपनी पसंद के होटल में बिताने होते हैं।

क्या है प्रोटोकॉल?

- एयरपोर्ट पर सभी कर्मचारी पीपीई में होते हैं। एयरपोर्ट पर सभी दुकान बंद हैं।

- हर यात्री के नाक व गले से सैंपल ले कर पीसीआर टेस्टिंग होती है।

- फ्लाइट पकड़ने से पहले कराए गए टेस्ट रिपोर्ट को चेक किया जाता है।

- हर यात्री का फों चेक किया जाता है कि उसका नम्बर काम कर रहा है कि नहीं। फोन को बाकायदा डायल करके देखते हैं।

- टेस्ट रिपोर्ट आने तक एयरपोर्ट में रुकना होता है। टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद एक स्पेशल शटल बस से यात्रियों को होटल पहुंचाया जाता है।

- क्वारंटाइन अवधि में हर तीसरे दिन पीसीआर टेस्टिंग होती है। किसी को कमरे के भीतर आने की अनुमति नहीं होती।

- हर यात्री को एक बुकलेट दी जाती है जिसमें दिशानिर्देश लिखे होते हैं।

- स्पष्ट दिशानिर्देश है कि 21 दिन की क्वारंटाइन अवधि में होटल रूम से बाहर निकलने को क्वारंटाइन आदेश का उल्लंघन माना जायेगा। पुलिस को तत्काल इसकी जानकारी दे दी जाएगी।

-आदेश का उल्लंघन अपराध की श्रेणी में है और इसके लिए 6 महीने की कैद और 25 हजार हांगकांग डॉलर का जुर्माना लगेगा।

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