Coronavirus Second Wave: भारत में कोरोना की दूसरी लहर में पुरुष कम प्रभावित, अध्ययन में हुआ खुलासा
Coronavirus Second Wave: एक अध्ययन में कहा गया है कि देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर (Coronavirus Pandemic Second Wave) के दौरान इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती पुरुषों का अनुपात पहली लहर की संख्या से थोड़ा कम था।
Coronavirus Second Wave: कोरोना वायरस (Coronavirus) की पहली लहर में दुनियाभर के तमाम रिसर्च में महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों के ज्यादा प्रभावित होने की बात कही जा रही थी। अब दूसरी लहर को लेकर हुई एक अध्ययन में कहा गया है कि देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर (Coronavirus Pandemic Second Wave) के दौरान इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती पुरुषों का अनुपात पहली लहर की संख्या से थोड़ा कम था।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR), अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) के विशेषज्ञों द्वारा की गयी इस स्टडी की रिपोर्ट 'इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च' में प्रकाशित हुई है। इस स्टडी में यह बात भी निकलकर सामने आयी है कि देश में कोरोना की दूसरी लहर पहले की तुलना में थोड़ा अलग थी। दूसरी लहर में 20 साल से कम उम्र के लोगों को छोड़कर सभी आयु समूह वाले लोगों में उच्च मृत्यु दर दर्ज की गई थी और अधिक लोगों को सांस लेने में तकलीफ महसूस हुई थी। साथ ही उन्हें ऑक्सीजन (Oxygen) और वेंटिलेटर (Ventilator) की जरूरत थी।
गौरतलब है कि भारत में पिछले साल सितंबर से कोरोना की पहली लहर में गिरावट होने लगी थी। इसके बाद इस साल मार्च और अप्रैल महीने में कोरोना कोरोना की दूसरी लहर अपने चरम पर थी। अध्ययन में कहा गया है कि महामारी की दोनों लहरों में लगभग 70 प्रतिशत भर्ती मरीज 40 साल से ऊपर के थे और पहली लहर की तुलना में दूसरी लहर में पुरुषों का अनुपात थोड़ा कम था।
साथ ही इस स्टडी में कहा गया है कि कोरोना महामारी की दोनों लहरों में सबसे आम लक्षण रोगी बुखार से पीड़ित थे। अध्ययन कहा गया है कि दूसरी लहर में, सांस की तकलीफ की शिकायत काफी अधिक थी, ऑक्सीजन और यांत्रिक वेंटिलेशन की आवश्यकता थी। साथ ही यह भी कहा गया है कि बीस साल से कम उम्र वाले लोगों को छोड़कर सभी आयु समूहों में दूसरी लहर में मृत्यु दर में भी काफी वृद्धि दर्ज की गई।