CTET Exam 2021: यूपी टेट के बाद सीटेट में भी व्यवस्था चौपट, सीटेट परीक्षा रद्द

CTET Exam 2021: सीटेट की परीक्षा मे भी तकनीकी खामियों के चलते दूसरी पाली की परीक्षा को रद्द करना पड़ा ज्ञात हो सीटेट की परीक्षा पहली बार ऑनलाइन मोड़ मे आयोजित हो रही थी।

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Published By :  Divyanshu Rao
Update: 2021-12-17 14:32 GMT

CTET की प्रतीकात्मक तस्वीर (फोटो:सोशल मीडिया)

CTET Exam 2021: अभी कुछ दिन पूर्व उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा मे बड़ी लापरवाही की बात सामने आई थी जिसमे परीक्षा से पहले प्रश्न पत्र उत्तर कुंजी के साथ वाट्सएप ग्रुपों मे वायरल हो गया था परीक्षा की तैयारी मे लंबे समय से लगे परीक्षार्थी दूरदराज से मुश्किलों का सामना करते हुए परीक्षा केंद्रों पर पहुँचकर परीक्षा मे शामिल हुए थे उन्हें परीक्षा स्थल पर ही परीक्षा प्रारंभ होने के कुछ समय बाद परीक्षा लीक होने के कारणों के चलते परीक्षा रद्द होने की जानकारी मिली थी

तो अभी हाल ही में सीटेट की परीक्षा मे भी तकनीकी खामियों के चलते दूसरी पाली की परीक्षा को रद्द करना पड़ा ज्ञात हो सीटेट की परीक्षा पहली बार ऑनलाइन मोड़ मे आयोजित हो रही थी बावजूद इसके बोर्ड ने ऑनलाइन परीक्षा की तैयारियों का निरीक्षण नहीं किया जिसके फलस्वरूप प्रथम पाली की परीक्षा भी देरी से प्रारम्भ हुई

आखिर तंत्र की लापरवाही के चलते कितने ही परीक्षार्थी जो सालों साल परीक्षा की तैयारियों मे लगे रहते है एक झटके मे उनका सब कुछ खत्म सा हो जाता है यह मात्र सूचनाएं ही नही बल्कि उनके भविष्य की नींव का पत्थर भी होती है।

CTET की तस्वीर (फोटो:सोशल मीडिया)

पहले परीक्षा के लिए कड़ी मेहनत उसके बाद परीक्षा स्थलों का दूर होना उसके बाद परीक्षा से पहले रद्द की सूचना मिलना हमारे देश मे प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए पारदर्शी तंत्र का अभाव हमेशा से ही रहा है युवाओ की भीड़ राजनीतिक दलों के लिए सिर्फ रैलियों तक ही सीमित रह गई है उनके घोषणा पत्र मे युवाओ के लिए लोकलुभावने वादे तो जरूर है।

लेकिन धरातल पर सभी के एजेंडे गायब है अभी गत माह पहले शिक्षक परीक्षा के दौरान एक राजनीतिक दल ने तो अपनी बड़ी रैली कर दी थी जिससे उस रैली के दौरान लगे भीषण जाम के कारणों से सैकड़ो परीक्षार्थियों की परीक्षा छूट गई थी जिससे उनके शिक्षक बनने का सपना भी चकनाचूर हो गया था बताओ क्या ऐसे राजनीतिक दलों के एजेंडे मे युवाओ के लिए उनके सुनहरे भविष्य के लिए कोई रूपरेखा होगी ऐसी हाड़ कंपकपाती ठंड ओर सर्द हवाओं का सामना करके परीक्षा केंद्रों पर पँहुचे परीक्षार्थियों के लिए इससे बुरी बात क्या होगी उनके लिए नोकरियो मे आज भी पारदर्शिता नही है निःशब्द हूँ दोनों ही परीक्षाओ मे हुई लापरवाही की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए दिनेश गुर्जर

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