Cyclone Yaas: जानें तौकते के मुकाबले कैसा है यास, कई राज्यों में अलर्ट जारी
Cyclone Yaas: 26 मई तक तूफान 'यास' बंगाल की खाड़ी से टकराएगा। इसे लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है।
Cyclone Yaas: अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान तौकते (Cyclone Tauktae) ने महाराष्ट्र, गुजरात समेत कई राज्यों में भीषण तबाही मचाई और इसकी वजह से कई लोगों ने अपनी जान भी गंवा दी है। अभी इस समुद्री तूफान के कहर से देश उभरा नहीं है कि दूसरी ओर एक और चक्रवाती तूफान देश में दस्तक देने वाला है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी की है कि बंगाल की खाड़ी में यास नाम का सुपर साइक्लोन 22 से 26 मई के बीच सुंदरबन क्षेत्रों में दस्तक देगा। मौसम विभाग की मानें तो 22 से 26 मई के बीच तूफान 'यास' बंगाल की खाड़ी से टकराएगा। जबकि 22 मई से इसका असर बंगाल की खाड़ी में दिखेगा। हालांकि इसका असर 27 मई तक पूरी तरह खत्म भी हो जाएगा।
अम्फान जितनी हो सकती है तूफान की गति
आईएमडी के मुताबिक, यास नाम के इस तूफान की गति अम्फान जितनी ही हो सकती है। गौरतलब है कि चक्रवाती तूफान अम्फान ने बीते साल 19 मई को बंगाल और आसपास के इलाकों में दस्तक दी थी ओर काफी ज्यादा तबाही मचाई थी। बता दें कि समुद्री तूफान तौकते ने अरब सागर से एंट्री ली थी, जबकि तूफान यास बंगाल की खाड़ी से आने के लिए बिल्कुल तैयार है।
बताया जा रहा है कि यास तूफान भारत में आना वाला इस साल का दूसरा बड़ा तूफान है, जबकि बंगाल की खाड़ी से उठा ये साल का पहला तूफान है। इस तूफान को यास नाम दिया गया है, जो कि ओमान द्वारा दिया गया है। वहीं, इस तूफान को लेकर कई राज्यों में अलर्ट भी जारी कर दिया गया है।
इन राज्यों में अलर्ट हुआ जारी
मिली जानकारी के मुताबिक, चक्रवात तूफान यास के 26 मई को बंगाल, ओडिशा के तट से टकराने की संभावना है। ऐसे में बंगाल, ओडिशा और झारखंड में इस तूफान को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। IMD के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि अगर तूफान यास मजबूत हुआ तो ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में 25 मई की शाम से भारी बारिश हो सकती है।
ममता बनर्जी ने दिए ये निर्देश
वहीं इस तूफान से निपटने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों और जिला प्रशासन को 23 और 26 मई के बीच सभी जरूरी इंतजाम करने को कहा। राज्य और जिला प्रशासनिक अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए ममता बनर्जी ने उन्हें दवाओं, पीने के पानी, सूखे भोजन और तिरपाल के पर्याप्त स्टॉक की व्यवस्था करने के लिए कहा। इसके साथ ही उन्होंने उनसे यह सुनिश्चित करने के लिए भी कहा कि राज्य आपदा प्रबंधन टीम और पुलिस दोनों ने पर्याप्त बल क्षेत्र में तैनात किया है।
आपको बता दें कि चक्रवात तूफान यास से पहले अम्फान ने बंगाल और ओडिशा में काफी तबाही मचाई थी। ऐसे में अगर कोरोना वायरस संकट के बीच अगर एक बार फिर से तूफान तबाही मचाता है तो राज्य के सामने बड़ी मुश्किल खड़ी हो सकती है।
इससे पहले तौकते ने मचाई तबाही
इससे पहले चक्रवाती तूफान तौकते ने गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा समेत कई पश्चिमी राज्यों में भीषण तबाही मचाया है। इस तूफान से सबसे ज्यादा महाराष्ट्र और गुजरात राज्य प्रभावित हुए। जिसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को गुजरात का हवाई सर्वे किया था। सर्वे के बाद उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी और राज्य के वरिष्ठ अफसरों के साथ अहमदाबाद में हालात की समीक्षा की थी और राज्य में राहत कार्यों के लिए 1000 करोड़ रुपए की मदद देने की घोषणा की थी।
इसके अलावा पीएम मोदी ने चक्रवात के दौरान मारे गए लोगों के परिजनों को दो-दो लाख और गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार की मदद देने का भी एलान किया था। प्रधानमंत्री की ओर से सिर्फ गुजरात की मदद की घोषणा के बाद इसे लेकर सियासी उठापटक शुरू हो गई है।