Delhi केजरीवाल-मनीष समेत 11 को मिली रिहाई, 2 विधायकों पर कोर्ट ने तलवार लटकाई
Delhi दिल्ली के मुख्य सचिव के साथ हुवी मारपीट के मामले मे सीएम केजरीवाल व डिप्टी सीएम समेत 11 एमएलए को मिलि राहत वही 2 एमएलए पर आरोप तय
Delhi:- दिल्ली के मुख्य सचिव पर हुवे हमले में मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत 11 विधायकों को स्पेशल कोर्ट से मिली रहत वही कोर्ट से आम आदमी पार्टी के 2 विधायकों अमानतुल्लाह व प्रकाश जरवाल को अभी रहत नहीं मिला है. दरअसल साल 2018 में मुख्यमंत्री आवास में चल रही मीटिंग के दौरान मुख्य सचिव अंशु प्रकाश पर हमले की बात सामने आयी जिसके बाद सियासी भूचाल सा आ गया वही मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री समेत 13 आम आदमी पार्टी के विधायकों पर मारपीट का मामला दिल्ली पुलिस ने दर्ज़ किया जिसमे आज स्पेशल कोर्ट से सीएम केजरीवाल व डिप्टी सीएम सिसोदिया समेत 11 आप एमएलए को बरी कर दिया गया है वही 2 एमएलए को अभी भी राहत नहीं मिल पाई है. तो वही मनीष सिसोदिया ने प्रेस कोंफ्रेंसे कर मोदी सरकार पर साजिश के तहत फ़साने की बात कही है.
क्या है पूरा मामला
19 फरवरी 2018 को मुख्यमंत्री आवास पर देर रात एक मीटिंग बुलाई गयी जिसमे दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश को भी बुलाया गया जहाँ मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत 13 आप एमएलए पहले से मौजूद थे. वही देर रात हुवी इस मीटिंग के दौरान मुख्य सचिव पर हमले की बात सामने आयी जिसके बाद सियासी हड़कंप मच गया. दरसल मुख्य सचिव ने आरोप लगाया की उन्हें देर रात मीटिंग में बुलाया गया जहाँ उन्हें केजरीवाल सरकार के 3 साल पूरे होने पर टेलेविज़न पर विज्ञापन के माध्यम से सरकार के अच्छे काम बताने के लिए कहा गया जबकि मुख्य सचिव ने कहा की जिस तरह से यह विज्ञापन देने की बात कही जा रही है वह सर्वोच्च न्यायलय की गाइड लाइन के विपरीत है जिसके बाद आप एमएलए भड़क गए और मुख्य सचिव पर हमला कर दिया, मुख्य सचिव ने बताया की हमले के दौरान सीएम और डिप्टी सीएम भी मौके पर मौजूद थे.
आप एमएलए के मुख्य सचिव पर आरोप
वही दूसरे दिन आप विधायक अजय दत्त ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से मुख्य सचिव की शिकायत करते हुवे कहा की उन्हें मीटिंग में बीपीएल कार्ड धारको को जल्द राशन वितरित करने के लिये बुलाया गया था जिसपे मुख्य सचिव ने विधायकों पर जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल किया। जबकि जांच में पाया गया की उस मीटिंग में न तो फ़ूड सप्लाई मिनिस्टर मौजूद थे न ही खाद्य विभाग से जुड़ा कोई अधिकारी, वही मुख्य सचिव की शिकायत पर पुलिस ने जब मेडिकल करवाया तो मुख्य सचिव के कान के पीछे और चहरे पर चोट के निशान मिले जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री उपमुख्यमंत्री समेत 13 विधायकों पर मामला दर्ज कर लिया जिसके बाद मुख्यमंत्री से भी दिल्ली पुलिस ने पूछतज की थी.
स्पेशल कोर्ट से मिली राहत
साल 2018 में मुख्य सचिव के द्वारा दर्ज कराये गए मारपीट के मामले में मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत 11 आम आदमी पार्टी के विधायकों को दिल्ली स्पेशल कोर्ट से रहत मिल गयी है वही 2 आप विधायक अमानतुल्लाह व प्रकाश जरवाल को कोर्ट ने अभी भी बरी नहीं किया है.