Farmer Protest: किसान आंदोलन को आतंकी खतरा, कौन है किसानों का दुश्मन क्या हैं मंसूबे

दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे किसान नेताओं की सुरक्षा पर लगातार सवाल उठाकर पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह बार बार आगाह कर रहे हैं।

Written By :  Ramkrishna Vajpei
Published By :  Shashi kant gautam
Update: 2021-08-11 09:00 GMT

किसान आंदोलन को आतंकी खतरा: डिजाईन फोटो- सोशल मीडिया 

Farmer Protest: दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे किसान नेताओं की सुरक्षा पर लगातार सवाल उठाकर पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह बार बार आगाह कर रहे हैं। जिसके चलते एक बार किसान नेताओं की सुरक्षा से जुड़े सवालों पर विचार करना जरूरी हो जाता है कि जमीन से अन्न उपजाने वाले इन किसानों का दुश्मन कौन है और किससे है इन्हें खतरा। हालांकि खुफिया रिपोर्टों में कई बार किसानों की सुरक्षा से जुड़े सवाल उठाये गए हैं। किसान नेता राकेश टिकैत को धमकी भी मिल चुकी है। ऐसे में ये जानना जरूरी हो जाता है कि किसानों को गुस्से को भड़का कर कौन सी ताकतें देश में अराजकता फैलाना चाहती हैं।

पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने गत दिवस केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के दौरान तीन नये कृषि कानूनों को वापस लिए जाने और लंबे समय से आंदोलनरत किसानों की सुरक्षा से जुड़े सवालों को उठाया है। उन्होंने 25 कंपनी सीएपीएफ और बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्सेज के लिए एंट्रीड्रोन गैजेट्स की भी मांग की है। ये मांग पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद से सीमावर्ती राज्य पंजाब की हिफाजत के लिए की गई है।

हिन्दू मंदिरों को निशाना बनाए जाने की आशंका

अमरिंदर ने इस दौरान आरएसएस भाजपा नेताओं, आरएसएस के कार्यालयों, प्रमुख किसान नेताओं और हिन्दू मंदिरों को निशाना बनाए जाने की आशंका जताई है। पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि नये कृषि कानून लंबे समय से पंजाब और अन्य राज्यों के किसानों के बड़े असंतोष का कारण बने हुए हैं और इन्हें वापस लिया जाना चाहिए।

पंजाब के मुख्यमंत्री ने सरकार के खिलाफ आक्रोश और असंतोष का फायदा उठाने की कोशिश कर रही सीमा पार की शत्रुतापूर्ण शक्तियों पर चिंता व्यक्त की और किसानों की चिंताओं का शीघ्र समाधान करने की मांग की।

पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह: फोटो- सोशल मीडिया

ऐसा नही है कि अमरिंदर ने पहली बार किसानों की सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा उठाया है करीब तीन सप्ताह पहले वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में भी इसी तरह की मांग कर चुके हैं। इस पत्र में भी उन्होंने आईएसआई की गतिविधियों को लेकर राज्य की सुरक्षा और किसानों नेताओं पर खतरे का जिक्र किया था। इससे ऐसा लगता है कि इस तरह के खुफिया अलर्ट आ रहे हैं।

भारत-पाक सीमा के गांवों में ड्रोन गतिविधि

2020 में भी मुख्यमंत्री ने भारत-पाक सीमा के 5-6 किलोमीटर के दायरे में आने वाले गांवों में ड्रोन गतिविधि में वृद्धि का उल्लेख किया था, जिसमें कहा गया था "पाकिस्तान द्वारा भारत में हथियारों और हेरोइन की खेप पहुंचाई गई है"।

खुफिया रिपोर्टों से यह भी पता चलता है कि पंजाब में विधानसभा चुनाव के कुछ ही महीने दूर हैं, "आईएसआई के नेतृत्व वाले खालिस्तानी और कश्मीरी आतंकवादी संगठन निकट भविष्य में राज्य में आतंकवादी कार्रवाई की योजना बना रहे हैं।"

खुफिया एजेंसियां आगाह कर चुकी हैं कि दिल्ली की सीमाओं के आसपास चल रहे किसानों के आंदोलन को निशाना बनाकर पाकिस्तान स्थित इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) गड़बड़ी फैलाने के प्रयास कर सकती है। जून में जारी रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों ने दिल्ली पुलिस और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) को किसानों के आंदोलन को संभावित खतरे को लेकर सतर्क किया था।

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