US Illegal Immigrants: अमेरिका ने वापस आये लोगों को ईडी का नोटिस

US Illegal Immigrants: घुसपैठ कराने के गोरखधंधे के जरिये किस तरह मनी लांड्रिंग की जा रही है सो ये जाँच धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत शुरू की गयी है।;

Update:2025-03-06 18:32 IST

ed summons to illegal immigrants (Photo: Social Media)

US Illegal Immigrants: अमेरिका से वापस भारत भेजे गए अवैध इमिग्रेंट्स पर अब नई आफत आ गयी है। ऐसे 11 लोगों को ईडी ने समन जारी किया है। यह समन "डंकी रूट" यानी अलग अलग देशों से होते हुए अमेरिका में घुसने के जरिये अवैध घुसपैठ को बढ़ावा देने में शामिल ट्रैवल एजेंटों को टारगेट करने वाली जांच के हिस्से के रूप में जारी किया गया है।

रिपोर्ट्स के अनुसार ईडी ने 4 मार्च को 11 अवैध अप्रवासियों को समन भेजा। इनमें से कम से कम एक हरियाणा से है, जबकि अन्य पंजाब से हैं। इन लोगों को अलग-अलग तारीखों पर ईडी के जालंधर कार्यालय में पेश होने का निर्देश दिया गया है। ईडी इस बात की जाँच कर रहा है कि घुसपैठ कराने के गोरखधंधे के जरिये किस तरह मनी लांड्रिंग की जा रही है सो ये जाँच धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत शुरू की गयी है। बताया जाता है कि ईडी ने शुरू में 15 मामलों का विश्लेषण किया था, और अमेरिका से निकाले गए 11 लोगों के विवरण और पते हासिल किये। अब तक पंजाब पुलिस ने निर्वासित लोगों से पूछताछ के बाद उनकी शिकायतों के आधार पर ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ 15 मामले दर्ज किए हैं।

बताया जाता है कि अमृतसर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर निर्वासित लोगों से पूछताछ के बाद राज्य सरकार के अधिकारियों द्वारा एकत्र किए गए प्रारंभिक आंकड़ों से पता चलता है कि ट्रैवल एजेंटों को 44 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया गया था। औसतन, प्रत्येक व्यक्ति ने डंकी रूट के माध्यम से अवैध रूप से अमेरिका पहुंचने के लिए 40 से 50 लाख रुपये खर्च किए। अब तक कुल 345 अवैध अप्रवासियों को अमेरिका से निर्वासित किया जा चुका है। इनमें से 131 निर्वासित पंजाब के हैं और ये चार बैचों में अमेरिका पहुंचे हैं, जब डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका ने अवैध अप्रवासियों के बड़े पैमाने पर निर्वासन शुरू किया था, जिसकी शुरुआत 20 जनवरी को हुई थी। अमेरिका से पहली उड़ान 104 अवैध अप्रवासियों को लेकर 5 फरवरी को अमृतसर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरी, जिसमें से 31 पंजाब के थे। दूसरी उड़ान 15 फरवरी को 116 निर्वासितों के साथ उतरी, जिसमें 65 पंजाब के थे। 16 फरवरी को तीसरी उड़ान 112 निर्वासितों के साथ पहुंची, जिनमें से 31 पंजाब के थे। 12 निर्वासितों का अंतिम बैच 23 फरवरी को पनामा से तुर्की एयरलाइंस की उड़ान से दिल्ली के आईजीआई हवाई अड्डे पर पहुंचा, जिसमें पंजाब के चार लोग थे।

क्या है डंकी रूट

डंकी रूट कई देशों में एजेंटों और दलालों द्वारा संचालित एक सुव्यवस्थित नेटवर्क है। यह मार्ग अवैध अप्रवासियों को हवाई मार्गों, जंगलों और नदियों के माध्यम से यात्रा करके मैक्सिको पहुंचने देता है, जहां से वे अमेरिका में प्रवेश करते हैं। हाल के वर्षों में, पंजाब के कई युवा बेईमान ट्रैवल एजेंटों के शिकार हुए हैं, जो विदेश प्रवास की उनकी इच्छा का फायदा उठाते हैं। इन एजेंटों ने युवाओं की हताशा का फायदा उठाने के लिए "डंकी रूट", छात्र वीजा और धोखाधड़ी वाली शादियों जैसे रास्तों का इस्तेमाल किया है।

पिछले तीन वर्षों में, पंजाब ने ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ 3,225 प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज की हैं, जिनमें से 1,100 से अधिक मामले पंजाब मानव तस्करी रोकथाम अधिनियम, 2012 के तहत दर्ज किए गए हैं।

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