Farmers Protest: किसानों का बड़ा प्रदर्शन, टिकैत की गिरफ्तारी पर सोशल मीडिया में हंगामा
Farmers protest: किसान नेता राकेश टिकैत को लेकर अफवाहों ने जोर पकड़ लिया है। राकेश टिकैत को लेकर गिरफ्तारी की अफवाह तेजी से फैलने लगी है।
Farmers Protest: किसान आन्दोलन पर बड़ी खबर है। आज किसान देश के सभी राज्यों के राज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपाल से मिलने वाले हैं। मिलकर किसान उन्हें ज्ञापन सौंपेंगें। ऐसे में इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत को लेकर अफवाहों ने जोर पकड़ लिया है। राकेश टिकैत को लेकर गिरफ्तारी की अफवाह तेजी से फैलने लगी है। इन अफवाहों पर राकेश टिकैत ने कहा कि "मेरी गिरफ्तारी की खबरें भ्रामक हैं। मैं गाजीपुर बॉर्डर पर हूं। सब सामान्य है।"
सोशल मीडिया पर राकेश टिकैत की गिरफ्तारी की खबरें भी तेजी से वायरल हो रही हैं। इसमें कई लोग उनकी गिरफ्तारी का दावा कर रहे थे। लेकिन खुद राकेश टिकैत और दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तारी को सिर्फ अफवाह बताया है।
गिरफ्तारी की खबर गलत
इस पर राकेश टिकैत ने ट्वीट कर जानकारी दी। राकेश टिकैत ने अपनी गिरफ्तारी की खबरों को भ्रामक बताया है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार नहीं किया है। पुलिस युधवीर सिंह नाम के शख्स को लेकर गई है और नाम को लेकर कुछ कन्फ्यूजन हो गया।
साथ ही दिल्ली पुलिस की तरफ से भी ट्वीट कर इसे फेक न्यूज बताया गया। इस पर दिल्ली पुलिस ने ट्वीट कर कहा कि राकेश टिकैत की गिरफ्तारी की खबर झूठी है। आगे पुलिस ने लिखा है कि उन्हें शक है ऐसी गलत खबरें सोशल मीडिया पर उड़ाकर माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है।
बता दें, राकेश टिकैत की गिरफ्तारी की खबर किसान एकता मोर्चा के ट्विटर अकाउंट से बताई गई थी। लेकिन 5 मिनट बाद ही इस ट्वीट को डिलीट कर दिया गया। जिस पर किसान एकता मोर्चा ने सफाई देते हुए कहा कि किसी न्यूज चैनल पर उनकी गिरफ्तारी की खबर चली थी।
राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर किसानों का कहना है कि अगर कानून वापस नहीं लिए गए तो जो आंदोलन 7 महीनों से चल रहा है, वो अगले 7 साल तक भी चलता रहेगा। दिल्ली में भी 6 किसान नेताओं ने उपराज्यपाल अनिल बैजल को ज्ञापन सौंपा। किसान आंदोलन के समर्थन में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, "सीधी-सीधी बात है- हम सत्याग्रही अन्नदाता के साथ हैं।"
नहीं मिलने दिया राज्यपाल से किसानों कों
इसके अलावा कृषि आंदोलन को जारी करते हुए किसानों ने आज फिर बड़ा प्रदर्शन बुलाया है। इसमें देश के सभी राज्यों के राज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपाल को किसान ज्ञापन सौंप रहे हैं। बता दें, आज किसान आंदोलन को चले हुए 7 महीने पूरे हो गए हैं। इस दौरान किसान और सरकार के बीच 11 बार बातचीत भी हो चुकी है, लेकिन कोई सहमति नहीं बन पाई है। पिछले साल सितंबर में केंद्र सरकार ने खेती से जुड़े तीन कानून लागू किए थे. इन्हीं तीन कानूनों के खिलाफ किसान पिछले साल 26 नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं.
आज राज्यपाल से मुलाकात को लेकर किसान नेता राकेश टिकैत ने ट्वीट करते हुए जानकारी दी कि किसानों की मुलाकात गवर्नर साहब से नहीं कराई गई है। किसानों को रोक दिया गया है।
राकेश टिकैत ने लिखा कि - हमारे दिल्ली प्रदेश उत्तराखंड के किसानों की मुलाकात गवर्नर साहब से नहीं कराई गई है। किसानों को रोका गया है दिल्ली उपराज्यपाल से अगर किसानों की मुलाकात नहीं हुई तो गाजीपुर बॉर्डर से भी किसान दिल्ली की तरफ कूच करेंगे।