Gautam Thapar: मशहूर बिजनेसमैन गौतम थापर गिरफ्तार, ED ने कसा शिकंजा, ताबड़तोड़ तलाशी के बाद बड़ी कार्रवाई

Gautam Thapar: मशहूर बिजनेसमैन गौतम थापर(Gautam Thapar) पर बड़ी खबर है। मनी लॉंन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने गौतम थापर को गिरफ्तार कर लिया है।

Newstrack :  Network
Published By :  Vidushi Mishra
Update:2021-08-04 09:48 IST

गौतम थापर (फोटो- सोशल मीडिया)

Gautam Thapar: मशहूर बिजनेसमैन अवंता ग्रुप के प्रमोटर गौतम थापर(Gautam Thapar) पर बड़ी खबर है। मनी लॉंन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय(Enforcement Directorate) ने गौतम थापर को गिरफ्तार कर लिया है। देश के जाने-माने बिजनेसमैन को मंगलवार, 3 अगस्त के दिन राजधानी दिल्ली(Delhi), मुंबई(Mumbai) में तमाम जगहों पर छानबीन तलाशी के बाद गिरफ्तार किया गया था।

इस बारे में अधिकारियों के मुताबिक, गौतम थापर(Gautam Thapar) को धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के प्रावधानों के तहत मंगलवार रात गिरफ्तार किया गया है। ताजा मिल रही जानकारी के मुताबिक, गौतम थापर को बुधवार को अदालत में पेश किए जाने की संभावना है। यहां पर ईडी गौतम(Gautam Thapar) की हिरासत की मांग करेगा।

साथ ही कई अधिकारियों के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय(Enforcement Directorate) गौतम थापर(Gautam Thapar) की कंपनी अवंता रियल्टी, यस बैंक(Yes Bank) के सह-संस्थापक राणा कपूर और उनकी पत्नी के बीच कथित लेन-देन की जांच कर रही है। जिसको लेकर कहा जा रहा है कि इसमें भी कई बड़े खुलासे हो सकते हैं। 

कौन है गौतम थापर(Kaun Hai Gautam Thapar)

फेमस कारोबारी गौतम थापर कैमिकल इंजीनियर रहे हैं। थापर कई बड़ी कंपनियों में जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। इसके साथ ही थापर(Gautam Thapar) सन् 2004 में बिजली उपकरण का निर्माण करने वाली कंपनी क्रॉम्पटन ग्रिव्स के चेयरमैन बनाए गए।

वहीं दो साल बाद सन् 2006 में गौतम थापर सीजी पावर एंड इंडस्ट्रियल साल्यूशन ग्रुप के चेयरमैन बनाए गए। शैक्षिक पढ़ाई के क्षेत्र में गौतम थापर ने दून स्कूल से पढ़ाई की हैं। फिर बाद में उन्होंने अमेरिका के प्रैट इंस्टीट्यूट से केमिकल इंजीनियरिंग की डिग्री ली। 

क्यों हुई गिरफ्तारी (Kyo Hui Girftaari)

क्या है पूरा मामला

गौतम थापर की मंगलवार को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया। प्रवर्तन मंत्रालय(ED) ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा दर्ज मामले में कार्रवाई करते हुए मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था।

आपको बता दें कि इससे पहले इसी साल जून में, केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने गौतम थापर समेत उनके दिल्ली और गुरुग्राम में मौजूद दो निजी फर्मों के प्रमोटरों और निदेशकों को यस बैंक को 466.51 करोड़ रुपये का कथित नुकसान पहुंचाने के लिए गिरफ्तार किया था।

दरअसल जून माह में सीबीआई ने अवंता ग्रुप के प्रमोटर गौतम थापर, ओएस्टर बिल्डवेल और अन्य कई लोगों के खिलाफ कथित तौर पर 466 करोड़ रुपये के फंड की हेराफेरी का मामला दर्ज किया था।

इससे पहले 2017-19 के बीच ये फंड यस बैंक में डायवर्ट किए जाने का आरोप लगा था। जिसके चलते सीबीआई ने आरोप लगाया था कि मामले के आरोपी आपराधिक साजिश, चीटिंग और फर्जीवाड़े में शामिल हैं।

साथ ही सीबीआई ने ये भी आरोप लगाया था कि 466.15 करोड़ रुपये की हेराफेरी की गई. ओएस्टर बिल्डवेल प्राइलेट लिमिटेड अवंता ग्रुप का हिस्सा है जिसका 97 परसेंट शेयर अवंता रियलिटी के पास है। बचे हुए बाकी गौतम थापर और वाणी एजेंसी के पास हैं। सीबीआई के इन आरोपों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए ईडी में एक्शन लिया है।


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