जानें वैक्सीन लगवाना कब है ज्यादा असरदार, स्टडी में हुआ खुलासा
हमारे शरीर में हर रोग से निपटने की प्रतिरोधक क्षमता होती है।
नई दिल्ली: हमारे शरीर में हर रोग से निपटने की प्रतिरोधक क्षमता होती है। ऐसे में जब हम किसी बैक्टीरिया या वायरस के संक्रमण में आ जाते हैं तो हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली सक्रिय हो जाती है। यह संक्रमण को समझने और उनसे होने वाले प्रभाव से बचने के लिए काफी प्रशिक्षित होती हैं। आमतौर पर यह धारणा है कि हमारी प्रतिरक्षा हमेशा एक ही तरह से काम करती है। इस पर बहुत लंबे समय से शोध भी चल रहा है। इन शोध से निकले निष्कर्ष के मुताबिक हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली दिन और रात में अलग-अलग प्रतिक्रिया देती है।
वैज्ञानिकों की मानें तो इसका कारण हमारे शरीर की प्राकृतिक घड़ी जिसे बॉडी क्लॉक कहा जाता है। इससे शरीर की हर कोशिका यह बता सकती हे कि यह दिन का कौन सा समय है। विशेषज्ञों के मुताबिक हमारी बॉडी क्लॉक हमें जीवित रखने में काफी मदद करते हैं। यह लाखों सालों में विकसित हुई है। शरी की सभी कोशिकाओं में प्रोटीन का एक संग्राहलय होता है, जो उनके स्तर के आधार पर समय का संकेत दर्शाता है। हमारा शरीर दिन और रात के कार्य के व्यवहारों को सही समय पर समायोजित कर सकता है।
रात में बनता है थकाने वाला केमिकल
बॉडी क्लॉक हमारे शरीर के 24 घंटे काम करने के लय को निर्धारित करता है। बॉडी क्लॉक यह सुनिश्चित करता है कि रात में हमें केवल मेलाटोनिन का उत्पादन करना है, क्योंकि यह केमिकल थका देता है। यही वजह है कि रात होते ही हमें यह संकेत मिलने लगता है कि हमें सोना है।
वैक्सीन और बॉडी क्लॉक
इस समय जब पूरे देश में कोरोनावायरस की वेक्सीन लग रही है, तो यह जानना बेहद जरूरी हो जाता है कि टीका लगवाने का सबसे उपयुक्त समय कौन सा है। बॉडी क्लॉक का इस पर भी खासा प्रभाव है। विशेषज्ञों के मुताबिक सुबह का समय वैक्सीन लगवाने का सबसे सही समय होता हैं। क्योंकि इस समय हमारा शरीर नींद के नियंत्रण से बाहर होता है। शरीर में स्फूर्ति होती है। साथ ही थकान भी नहीं होता। ऐसे में सुबह के समय टीका लगवाना काफी असरदार होता है।