हेलिकॉप्टर क्रैश में एकमात्र जिंदा बचे शख्स हैं ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, मिल चुका है शौर्य चक्र, UP से है कनेक्शन
क्षिणी राज्य तमिलनाडु के कन्नूर (Kannur) के पास बुधवार को हुए हेलिकॉप्टर हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat), उनकी पत्नी मधुलिका रावत (Madhulika Rawat) सहित 11 अन्य लोगों की मौत हो गई।
दक्षिणी राज्य तमिलनाडु के कन्नूर (Kannur) के पास बुधवार को हुए हेलिकॉप्टर हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat), उनकी पत्नी मधुलिका रावत (Madhulika Rawat) सहित 11 अन्य लोगों की मौत हो गई। भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) की ओर से कहा गया, कि जनरल रावत स्टाफ कोर्स के छात्रों और अधिकारियों को संबोधित करने के लिए रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन (Nilgiri Mountains) के दौरे पर थे।
भारतीय वायुसेना का MI-17 V5 हेलीकॉप्टर उनको लेकर जा रहा था। हेलीकॉप्टर तमिलनाडु के कुन्नूर के पास एक दुखद हादसे का शिकार हो गया। भारतीय वायुसेना की ओर से जानकारी दी गई, कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Group Captain Varun Singh) ही एकमात्र जीवित बचे शख्स हैं।
गांव में दुआओं का दौर
ताजा जानकारी के अनुसार, वरुण सिंह की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है। वरुण इस वक़्त जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहे हैं। गुरुवार को उनके पैतृक गांव में इस जाबांज शख्स की सलामती के लिए दुआओं का दौर जारी है। वहीं, गांव में सन्नाटा पसरा है।
पत्नी गीतांजलि पति के साथ हैं
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के चाचा और कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह ने बताया, कि उन्होंने वरुण की पत्नी गीतांजलि से फोन के जरिए संपर्क किया। उन्हें वरुण के गंभीर रूप से झुलसने की जानकारी मिली। बता दें कि हेलीकॉप्टर चालक दल का नेतृत्व वरुण ही कर रहे थे। फ़िलहाल गीतांजलि अस्पताल में अपने पति के साथ हैं। वरुण के एक पुत्र व एक पुत्री हैं। मां उमा सिंह बेटे को लेकर काफी भावुक हैं। उनकी पीड़ा सबसे ज्यादा है। गांव के लोग इस दुर्घटना से दुखी हैं, सभी ईश्वर से वरुण के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।
इसी साल 'शौर्य चक्र' से सम्मानित हो चुके हैं
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Group Captain Varun Singh) को घायल हालत में वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनका इलाज चल रहा है। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Group Captain Varun Singh) के बारे में कहा जाता है, कि सैन्य हेलिकॉप्टर का बेहतरीन पायलट माना जाता है। उन्हें स्वतंत्रता दिवस समारोह 2021 में 'शौर्य चक्र' से सम्मानित किया गया था।
वरुण सिंह रहे हैं बेहतरीन पायलट
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के बारे में कहा जाता है, कि हल्के लड़ाकू विमान तेजस (Tejas) को एरियल इमरजेंसी के दौरान कुशलता से बचाया था। रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) की ओर से बताया गया है, कि फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम और दबाव प्रणाली में बड़े स्तर पर सुधार के बाद वे एलसीए तेजस को उड़ा रहे थे। इस दौरान काफी ऊंचाई कॉकपिट का प्रेसर फेल हो गया था। बावजूद इसके उन्होंने अपनी सूझबूझ से विमान को लैंड कराया था। यह जानकारी बताती है कि वरुण सिंह किस प्रकार की कुशलता रखते थे।
'प्रेशर' संभालने में माहिर
रक्षा मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया है, कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने अपनी सूझबूझ से एक बड़ी दुर्घटना को टाला था। उन्होंने अद्भुत संयम बनाए रखा था। उड़ान नियंत्रण प्रणाली के विफल होने के बाद भी असाधारण कौशल से उसे लैंड कराने में सफलता हासिल की थी। एक समय ऐसा था कि विमान में खराबी आने के बाद वो उसे छोड़ सकते थे, लेकिन उन्होंने विमान को जोखिमों के बाद भी सुरक्षित लैंड कराया।
देवरिया के रहने वाले हैं वरुण सिंह
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Group Captain Varun Singh) उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के रहने वाले हैं। वरुण सिंह को जब शौर्य चक्र मिला था, तब क्षेत्र के लोगों में बहुत उत्साह था। वरुण सिंह, यूपी के देवरिया जिले के रुद्रपुर तहसील के कन्हौली गांव के रहने वाले हैं। इन्हें अदम्य साहस और पराक्रम के लिए शांतिकाल में सेना का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार दिया गया। बता दें, कि वरुण सिंह कांग्रेस प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह के भतीजे हैं।