गृह मंत्रालय का बड़ा फैसला, कल से भारत-पाक के बीच खोला जाएगा करतारपुर कॉरिडोर

भारत के गृह मंत्रालय ने मंगलवार (16 नवंबर 2021) को एक बड़ा फैसला लेते हुए बुधवार से भारत-पाकिस्तान के बीच करतारपुर साहिब कॉरिडोर को खोलने का निर्णय लिया है।

Update:2021-11-16 14:11 IST

Kartarpur Sahib Corridor: भारत के गृह मंत्रालय ((Home Minister) ने मंगलवार (16 नवंबर 2021) को एक बड़ा फैसला लेते हुए बुधवार (17 नवंबर 2021) से भारत-पाकिस्तान (india-pakistan) के बीच करतारपुर साहिब कॉरिडोर (Gurdwara Darbar Sahib Kartarpu) को खोलने का निर्णय लिया है। श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व से पहले केंद्र सरकार ने करतारपुर कॉरिडोर खोलने का ऐलान कर दिया।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ((Amit Shah) ने ट्वीट करते हुए मंगलवार को ऐलान किया कि करतारपुर कॉरिडोर कल (बुधवार) से खुलने जा रहा है। ट्वीट में उन्होंने लिखा, कि एक बड़े फैसले के तहत मोदी सरकार ने करतारपुर साहिब कॉरिडोर (Gurdwara Darbar Sahib Kartarpu) को 17 नवंबर से दोबारा खोलने का निर्णय लिया है। जिससे बड़ी संख्या में सिख श्रद्धालुओं को फायदा होगा। सिख इतिहास की मानें, तो श्री गुरु नानक देव जी 1522 ई. में करतारपुर साहिब आकर रहने लगे थे। इसी पवित्र स्थान पर श्री गुरु नानक देव जी ने अंतिम सांसें ली थी।

पंजाब सीएम चन्नी ने भी गृहमंत्री से की थी मांग

बता दें, कि पिछले साल मार्च महीने में कोरोना महामारी के मद्देनजर करतारपुर कॉरिडोर को बंद कर दिया गया था। हालांकि, ये अलग बात है कि पाकिस्तान ने अपनी ओर से पहले ही कॉरिडोर खोल दिया था। हाल ही में जब पंजाब के नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी तब करतारपुर कॉरिडोर खोलने की मांग की थी।

हरसिमरत और सिद्धू की भी थी मांग 

यही नहीं पंजाब की प्रमुख विपक्षी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी की पुरानी सहयोगी शिरोमणि अकाली दल के नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने भी प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर यही मांग की थी जबकि, समय-समय पर नवजोत सिंह सिद्धू भी करतारपुर कॉरिडोर खोलने की मांग उठाते रहे हैं। यूं कहें तो पंजाब के सभी राजनीतिक दलों की मांग इस बॉर्डर के खोलने की रही है। 

उल्लेखनीय है, कि करतारपुर कॉरिडोर के जरिए पाकिस्तान का क़स्बा करतारपुर और पंजाब का गुरदासपुर जिला जुड़ता है। करतारपुर साहिब को पंजाब के गुरदासपुर जिले में स्थित डेरा बाबा नानक के साथ जोड़ा गया है। भारत से लगी सीमा से करीब 4 किलोमीटर दूर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में श्री करतारपुर साहिब गुरुद्वारा स्थित है। यह रावी नदी के किनारे स्थित सिखों का पवित्र तीर्थ स्थल है। गुरु नानक जी के माता-पिता का देहांत भी यहीं हुआ था। यहां गुरु नानक ने अपनी जिंदगी के अंतिम समय बिताए थे। गुरु नानक ने यहां 17 साल 5 महीने 9 दिनों तक अपने हाथों से खेती तक की।

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