मॉनसून के जरिए 98 प्रतिशत बारिश की संभावना, किसानों के लिए खुशखबरी
मौसम विज्ञान विभाग ने जारी पूर्वानुमान में बताया कि देश में इस साल मानसून सामान्य रहने की संभावना है।
लखनऊ: मौसम विभाग ने इस साल देश में मानसून सामान्य रहने की संभावना जताते हुए कोरोना संकट के बीच एक राहत भरी जानकारी दी है। मौसम विज्ञान विभाग ने जारी पूर्वानुमान में बताया कि देश में इस साल 72 फीसदी से ज्यादा बारिश लेन वाले दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के सामान्य रहने की संभावना है।
दरअसल, जून से सितंबर के बीच चार महीनों के दौरान 88 सेंटीमीटर बारिश होती है। हालंकि पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम राजीवन के मुताबिक, इस बार इन चार महीनों में दीर्घावधि औसत (एलपीए) के हिसाब से 98 प्रतिशत बारिश होगी। यानी पांच प्रतिशत कम या ज्यादा के अंतर के साथ इस बार करीब 86 सेंटीमीटर बारिश होगी।
जून से सितंबर के बीच चार महीने के दौरान वर्षा के लिए पूर्वानुमान जारी करते हुए राजीवन ने वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन कहा कि दीर्घावधि औसत के हिसाब से मानसूनी बारिश औसत के 96-104 फीसदी के बीच रहने का अनुमान है। कुल मिलाकर बारिश के दीघार्वधि औसत के 98 फीसदी होने की संभावना है जो सामान्य बारिश मानी जाती है।
हर महीने के मानसून की होगी भविष्यवाणी
मौसम विभाग का ये पूर्वानुमान किसानों के लिए राहत की खबर हैं। सामान्य मानसून से कृषि क्षेत्र से अच्छे परिणाम मिलेंगे। मौसम विभाग ने एलान किया है कि इस साल से मानसून के हर महीने के लिए भविष्यवाणी जारी की जाएगी। इसके तहत मई के अंत तक जून में कितनी बारिश होगी इसका पूर्वानुमान जारी कर दिया जाएगा।
वहीं जून के अंत में जुलाई की बारिश, जुलाई के अंत में अगस्त और अगस्त के आखिर में सितंबर की बारिश का पूर्वानुमान बता दिया जाएगा। साथ ही देश के अलग अलग जोन में बारिश का विवरण भी विभाग जारी करेगा। विभाग की इस रिपोर्ट से किसानों को कृषि कार्यों के प्रबंधन में मदद मिलेगी।
देश भर के किसान अपने क्षेत्र में आगामी महीने में कितनी बारिश होनी है, और इससे उनकी फसलोंं को कितना फायदा या नुकसान हो सकता है, समझ कर उसके मुताबिक कार्य करेंगे। वहीं समय रहते अपनी फसलों को बचा सकेंगे।