अफगानिस्तान मुद्दे पर बोले CDS बिपिन रावत, अफगान से आने वाली हर समस्या से हम उसी तरह निपटेंगे, जैसे भारत में आतंकवाद से निपटते हैं
भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने कहा कि जहां तक अफगानिस्तान की बात है, तो हम यह सुनिश्चित करेंगे कि वहां से भारत आने वाली किसी भी समस्या से हम उसी तरह निपटें, जिस तरह हम भारत में आतंकवाद से निपटते हैं।
नई दिल्ली: अफगानिस्तान में तालिबान के कहर से जूझ रही जनता को लेकर भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत ने बड़ा बयान दिया है। सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने कहा कि जहां तक अफगानिस्तान की बात है, तो हम यह सुनिश्चित करेंगे कि वहां से भारत आने वाली किसी भी समस्या से हम उसी तरह निपटें, जिस तरह हम भारत में आतंकवाद से निपटते हैं।
ऐसे में भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र और अफगानिस्तान की परेशानी को अलग-अलग करार करते हुए कहा कि इन दोनों को एक ही चश्मे से देखना ठीक नहीं। यह दोनों पूरी तरह से अलग-अलग मुद्दे है। हां, ये दोनों मामले क्षेत्र की सुरक्षा के लिए चुनौती पेश करते हैं, लेकिन ये दोनों अलग-अलग सतह पर हैं। यह दो समानांतर रेखाएं हैं, जो शायद ही कभी मिलें।"
आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई
सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने आगे कहा, "मुझे लगता है कि अगर सहयोग से आतंकियों की पहचान या आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में कुछ खुफिया जानकारी मिले, तो इसका स्वागत होगा।"
आगे उन्होंने कहा "क्षेत्र में जब कहीं कुछ समस्या होती है, तो हमें उसकी चिंता होती है। हमारे उत्तर पर मौजूद पड़ोसी (चीन) ही नहीं, बल्कि हमारी पश्चिमी सीमा (पाकिस्तान) पर मौजूद पड़ोसी के पास भी परमाणु हथियार हैं। इसलिए हम दो ऐसे पड़ोसियों से घिरे हैं, जिनके पास ये कूटनीतिक हथियार हैं।"
सेना के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि इसीलिए हम अपनी नीतियां लगातार विकसित कर रहे हैं। हम अपने पड़ोसियों के एजेंडे को समझने की कोशिश में है। हम इसी हिसाब से अपनी क्षमता विकसित कर रहे हैं। पारंपरिक तौर पर हम काफी मजबूत हैं और किसी भी दुश्मन से अपनी पारंपरिक सेना के जरिए ही निपटने में सक्षम हैं। जनरल बिपिन रावत ने अफगानिस्तान मुद्दे पर आतंकवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है।