India Politics: पापड़ी चाट के बाद अब ढोकला से कर दी तुलना, पीएम मोदी की नाराजगी पर तृणमूल नेता ने कसा तंज

यह पूरा विवाद टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन की ओर से सोमवार को की गई एक टिप्पणी के बाद पैदा हुआ। ब्रायन ने सोमवार को मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा था कि सरकार विधेयक पारित करा रही है या पापड़ी चाट बना रही है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Published By :  Shashi kant gautam
Update: 2021-08-04 04:27 GMT

टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने मोदी सरकार पर तंज कसा: डिजाईन फोटो- सोशल मीडिया

India Politics: तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन पर प्रधानमंत्री की नाराजगी का कोई असर नहीं पड़ा है। सरकार की ओर से विधेयक पारित कराने के कदम की पापड़ी चाट से तुलना करने वाले ब्रायन ने अब ढोकला राग छेड़कर प्रधानमंत्री पर तंज कसा है। प्रधानमंत्री की ओर से नाराजगी जताए जाने के बाद ब्रायन ने इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि उन्होंने सरकार को एक्सपोज करने और लोगों से जुड़ने के लिए ही पापड़ी चाट के मुहावरे का इस्तेमाल किया था।

उन्होंने सवाल किया कि यदि पापड़ी चाट की जगह मैंने ढोकला कहा होता है तो क्या पीएम मोदी खुश हो गए होते? उन्होंने आरोप लगाया कि संसद के दोनों सदनों में कामकाज ठप है मगर सरकार बिना चर्चा के विधेयकों को पारित कराने की मुहिम में जुटी हुई है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

पापड़ी चाट की टिप्पणी से पीएम नाराज

दरअसल, यह पूरा विवाद टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन की ओर से सोमवार को की गई एक टिप्पणी के बाद पैदा हुआ। ब्रायन ने सोमवार को मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा था कि सरकार विधेयक पारित करा रही है या पापड़ी चाट बना रही है। प्रधानमंत्री ने मंगलवार को भाजपा संसदीय दल की बैठक में ब्रायन की पापड़ी चाट वाली टिप्पणी पर गहरी नाराजगी जताई थी।

बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी का कहना था कि विधेयकों की तुलना पापड़ी चाट से किए जाने की टिप्पणी से प्रधानमंत्री नाराज हैं और उन्होंने इस टिप्पणी को सांसदों को चुनने वाले लोगों का गहरा अपमान बताया है। इसी के बाद ब्रायन ने अब विधेयकों को पारित कराने की तुलना ढोकला से कर दी है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: फोटो- सोशल मीडिया

 

इस सवाल का जवाब पीएम ने नहीं दिया

ब्रायन ने आरोप लगाया कि सरकार का पूरा जोर चर्चा कराने पर नहीं बल्कि सिर्फ विधेयक पारित कराने पर लगा हुआ है क्योंकि पेगासस मुद्दे पर हंगामे के कारण संसद में लगातार गतिरोध बना हुआ है। ब्रायन ने कहा कि हालत यह हो गई है कि 7 मिनट के समय में 12 विधेयक पारित कर दिए गए। सरकार को जवाब देना चाहिए कि इन विधेयकों को बिना चर्चा पारित कराने का क्या मतलब है।

तृणमूल नेता ने कहा कि पापड़ी चाट की टिप्पणी प्रधानमंत्री को इतना नागवार गुजर गई मगर मैंने 7 मिनट में विधेयकों को पारित कराने की जो बात कही थी, उसका प्रधानमंत्री ने कोई जवाब नहीं दिया। यदि मैं पापड़ी चाट की जगह ढोकला शब्द का इस्तेमाल करता तो क्या पीएम मोदी खुश हो जाते? ब्रायन ने कहा कि मैंने सांस्कृतिक मुहावरे का इस्तेमाल करके लोगों तक अपनी बात पहुंचाने की कोशिश की है।

शाह संसद आए तो सिर मुड़वा लूंगा

ब्रायन ने एक पत्रिका को दिए इंटरव्यू में कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पेगासस के मुद्दे पर संसद का सामना करने से भाग रहे है। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि अगर गृहमंत्री राज्यसभा या लोकसभा में आने का साहस दिखाते हैं तो वे अपना सिर मुड़वा लेंगे। उन्होंने कहा कि सच्चाई तो यह है कि सरकार पेगासस के मुद्दे पर बहस और जांच से भाग रही है क्योंकि उसे इस मामले में फ॔स जाने का डर सता रहा है।

उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री से कैसे सवाल पूछा जाए जब वे संसद में आते ही नहीं है। प्रधानमंत्री और गृहमंत्री दोनों संसद का सामना करने से भाग रहे हैं। ब्रायन ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री के चहेते अफसर को दिल्ली पुलिस का कमिश्नर बनाया गया है मगर राजधानी में 9 साल की दलित लड़की के साथ गैंगरेप की दिल दहलाने वाली घटना हुई है। उन्होंने सवाल किया कि क्या इतनी बड़ी घटना पर गृहमंत्री को संसद में आकर जवाब नहीं देना चाहिए।

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