Jammu & Kashmir: पुलवामा में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़, 24 घंटे में 5 आतंकी ढेर
Jammu & Kashmir: पुलवामा के पुचल बुधवार को देर रात में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई। बीते 24 घंटे में सुरक्षाबलों ने 5 आतंकियों को ढेर कर दिया।
Jammu & Kashmir: दक्षिणी कश्मीर में बुधवार की देर रात को पुलिस और सुरक्षाबल को एक बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस और सुरक्षाबल ने बीते 24 घंटे में 5 आतंकियों (Terrorists) को मार गिराया है। इस खबर की पुष्टि कश्मीर के आईजीपी विजय कुमार (IGP Kashmir Vijay Kumar) ने की है।
कश्मीर के आईजीपी विजय कुमार ने बताया, " बुधवार को देर रात में पुलवामा के पुचल (Puchal) इलाके में मुठभेड़ शुरू हुई थी। मुठभेड़ के कुछ समय में पुलिस और सुरक्षा बल की टीम ने एक अज्ञात आतंकवादी मारा गिराया। बीते 24 घंटे में कश्मीर में पुलिस और सुरक्षा बल की टीम ने 5 आतंकियों को ढेर कर दिया।"
पुलिस और सुरक्षा बल के इस सराहनीय कार्य को देखते हुए आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने उन्हें बधाई भी दी। उन्होंने कहा, "बिना किसी नुकसान के ऑपरेशन करने के लिए पुलिस और सुरक्षा बलों को बधाई"।
जानकारी के मुताबिक, पुलिस और सुरक्षा बल को पुलवामा में आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके को घेर लिया और पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया। इस दौरान सुरक्षा बलों ने को जानकारी मिली कि एक आतंकी एक मकान में छिपा हुआ है, जिसके बाद उन्होंने मकान में छिपे आतंकी पर तुरंत फायरिंग शुरू कर दी। बताया जा रहा है कि उस आतंकी को आत्म समर्पण करने का मौका दिया गया था, लेकिन आत्म समर्पण के बजाय सुरक्षा बलों पर फायरिंग कर दी, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गया। यह फायरिंग देर रात तक जारी रही। देर रात तक हुई इस फायरिंग में सुरक्षा बलों को सफलता हाथ लगी और उन्होंने 24 घंटे में 5 आतंकियों को ढेर कर दिया।
मंगलवार को हंदवाड़ा जिले में एक आतंकी हुआ था ढेर
इससे पहले हंदवाड़ा जिले में सुरक्षाबलों ने एक आंतकी को मुठभेड़ के दौर मार गिराया था। आतंकी की पहचान मेहराजुद्दीन हलवाई (Mehrajuddin Halwai) के तौर पर हुई थी, जो घाटी किसी नापाक मनसूबे को अंजाम देने के लिए छिपा हुआ था। मारा गया दहशतगर्द हिज्बुल आतंकी था।
उत्तर कश्मीर के सुरक्षा अधिकारी ने मुठभेड़ की जानकारी बताया था कि आतंकी मेहराजुद्दीन हलवाई कई बड़ी आतंकी वारदातों में शामिल रहा है। माना जा रहा है मेहराजुद्दी के मारे जाने के बाद हिजबुल को बड़ा झटका लगा है और घाटी पर आतंकियों का नेटवर्क कमजोर हो गया है।