Jammu : जम्मू-कश्मीर में ड्रोन उड़ाना प्रतिबंधित, भारतीय सेना ने सख्त कदम उठाते हुए दी कड़ी चेतावनी
Jammu : घाटी के आरएस पुरा के कुल्लियां में भारतीय सेना की एक यूनिट ने ड्रोन को रोकने के लिए सख्त कदम उठाते हुए दीवारों पर चेतावनी पोस्टर भी लगा दिए हैं।
Jammu : जम्मू-कश्मीर में आए दिन सीमा के अंदर ड्रोन की उपस्थिति और ड्रोन हमलों को ध्यान में देखते हुए भारतीय सेना में बड़ा फैसला लिया है। ऐसे में अब सैन्य यूनिट के ऊपर कोई भी ड्रोन या ड्रोन की कोई भी गतिविधि देखी गई तो सेना उसे मार गिराएगी। सेना द्वारा इस बारे में निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
घाटी के आरएस पुरा के कुल्लियां में भारतीय सेना की एक यूनिट ने ड्रोन को रोकने के लिए सख्त कदम उठाते हुए दीवारों पर चेतावनी पोस्टर भी लगा दिए हैं। आपकोे बता दें कि घाटी के कुल्लियां यूनिट से बॉर्डर की दूरी 8 से 10 किलोमीटर ही है।
ड्रोन उड़ाना प्रतिबंधित
ऐसे में दीवारों पर लगाई गई चेतावनी में कहा गया है कि सैन्य यूनिट के क्षेत्र में ड्रोन उड़ाना प्रतिबंधित है। यदि कोई ड्रोन उड़ता देखा गया तो उसे मार गिराया जाएगा।
सेना द्वारा इससे पहले भी कई चेतावनियां जारी की गई थीं। जिनके लेकर सूत्रों का कहना है कि सेना ने यूनिटों में अपने स्तर पर ड्रोन को मार गिराने के लिए विशेष तैनाती की है। हर एक यूनिट में 17 से 19 जवानों को विशेष तौर पर आसमानी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए कहा गया है।
इस पर सेना के प्रवक्ता का कहना है कि इसे लेकर उन्हें कोई जानकारी नहीं है, लेकिन यह एक तरह का नया प्रयास है। हो सकता है कि यूनिट ने अपने स्तर पर कोई निर्णय लिया हो।
एक बड़ी चुनौती
ऐसे में वायुसेना स्टेशन जम्मू पर ड्रोन हमला सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन चुका है। वहीं एक तरफ जहां स्टेशन के अंदर एंटी ड्रोन सिस्टम तैनात किया गया है। जबकि दूसरी तरफ भारतीय सेना ने एलओसी(LOC) पर भी विशेष सिस्टम स्थापित किया है। बीते 2 सालों में 40 बार पाकिस्तान ने ड्रोन से हथियार, गोला बारूद और ड्रग्स फेंके हैं और एक बार ड्रोन से हमला भी किया। यह एक बड़ी चुनौती बन चुका है।
इस बारे में सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान ड्रोन से न केवल सीमा पार हथियार, ड्रग्स और गोला बारूद फेंक रहा है, बल्कि ड्रोन में आधुनिक तकनीक वाले कैमरों की मदद से रेकी भी कर रहा है। साथ ही इन ड्रोन की मदद से जम्मू-कश्मीर के सीमांत क्षेत्रों की कई तरह की जानकारियां जुटाई जा रही हैं। रेकी के बाद कुछ लोकेशन को सिलेक्ट करके हथियार और ड्रग्स फेंकी जा रही है। यह चिंता का विषय बन गया है। सेना में आतंकी गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए ये सख्त कदम उठाया है।