नौकरियां ही नौकरियां: महामारी के दौर में भर्तियों में आई तेजी, IT सेक्टर में कई सुनहरे अवसर

देश की अर्थव्यवस्था सुधरने के दौरान नौकरी भर्ती में भी तेजी आ रही है। इस साल अगस्त में भर्ती गतिविधियों में सालाना बेसिस पर 89 प्रतिशत की तेजी आई है।

Newstrack :  Network
Published By :  Vidushi Mishra
Update: 2021-09-09 03:56 GMT

JKPSC असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती  (social media)

नई दिल्ली: महामारी के दौर के बीच देश की अर्थव्यवस्था सुधरने के दौरान नौकरी भर्ती में भी तेजी आ रही है। इस साल अगस्त में भर्ती गतिविधियों में सालाना बेसिस पर 89 प्रतिशत की तेजी आई है। ऐसे में नौकरी जॉबस्पीक के अनुसार, भर्तियों का यह आंकड़ा कोरोना पूर्व स्तर (अगस्त, 2019) से 24 प्रतिशत ज्यादा है। बीते महीने हायरिंग इंडेक्स 2,673 रहा था। 

सामने आए आंकड़ों के अनुसार, आलोच्य महीने के बीच आईटी क्षेत्र की कंपनियों ने कोरोना महामारी के पहले स्तर से 79 प्रतिशत ज्यादा नौकरियां दीं। इस हिसाब से शिक्षा के क्षेत्र में 102प्रतिशत , रियल एस्टेट क्षेत्र में 15 प्रतिशत, मेडिकल/हेल्थकेयर में 8 प्रतिशत, फार्मा/बायोटेक में 7 प्रतिशत, बीमा में 6 प्रतिशत और बीएफएसआई में 5 प्रतिशत का उछाल दर्ज किया गया।

सबसे ज्यादा नौकरियां बंगलूरू में

लेकिन ट्रैवेल और हॉस्पिटैलिटी उद्योग का क्षेत्र महामारी के दौर से अब भी बाहर नहीं निकल पाया है। इसका असर भर्ती गतिविधियों पर भी पड़ा है। बीते महीने ट्रैवेल और हॉस्पटैलिटी उद्योग के क्षेत्र में भर्तियों में 53 प्रतिशत की कमी आई थी।

सामने आए आंकड़ों के अनुसार, आलोच्य महीने में 8-12 साल वाले अनुभवी यानी एक्सपीरिय़ंस पेशेवरों की मांग सालाना बेसिस पर सबसे ज्यादा 110 प्रतिशत बढ़ी। फिर इसके बाद 4-7 साल के अनुभवी पेशेवरों की मांग में 91 प्रतिशत, 0-3 साल के अनुभव वालों की मांग में 79 प्रतिशत और 13 साल से ज्यादा अनुभवी पेशेवरों की मांग में 65 प्रतिशत तेजी आई। 

भर्तियों के सामने आए आंकड़ों के अनुसार, बीते महीने देश के प्रमुख छह मेट्रो शहरों में भर्तियां 39 प्रतिशत ज्यादा हो गई। ये नौकरियां देने में आईटी हब बंगलूरू सबसे आगे रहा। जिससे लोगों को नौकरी को लेकर कम परेशानी झेलनी पड़ी। यहां लोगों को अगस्त, 2019 के मुकाबले 66 प्रतिशत ज्यादा नौकरियां मिलीं।

तो ऐसे में इस हिसाब से हैदराबाद में 61 प्रतिशत, पुणे में 54 प्रतिशत और चेन्नई में 30प्रतिशत बढ़ोत्तरी रही। वहीं नौकरियों में तेजी आने से अर्थव्यवस्था में काफी फर्क पड़ा है।


Tags:    

Similar News